देहरादून (ब्यूरो) एसटीएफ के एसएसपी के मुताबिक आशुतोष भारद्वाज निवासी मोहित नगर गढ़ी कैंट ने शिकायत दी थी कि 6 मई 2022 को उनके मोबाइल पर किसी अज्ञात शख्स का मैसेज पहुंचा। जिसने अपना नाम लिसा निवासी मलेशिया बताया। कहा, वो भारतीय मूल का है और ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी से पढ़ा हुआ है। आरोपी ने उन्हें म्यूचुअल फंड में इन्वेस्टमेंट करके बेहतर प्रॉफिट कमाने का झांसा दिया। फिर क्या, पीडि़त ने 7 मई 2022 को 10 हजार रुपये का इन्वेस्टमेंट कर दिया। इसके बाद 31 अक्टूबर 2022 तक पीडि़त ने एक करोड़ रुपये का इन्वेस्टमेंट कर दिया। इसके बाद फ्रॉड ने 1 करोड़ 80 लाख रुपये देने का झांसा दिया। लेकिन, सच्चाई कुछ और निकली। बदले में उन्हें न तो कोई रकम दी और फोन भी स्विच ऑफ कर दिया।

साइबर पुलिस में कराया केस
जब पीडि़त को ठगी का एहसास हुआ, उन्होंने साइबर थाने में शिकायत दर्ज करवाई। इसके बाद आरोपी के खिलाफ 14 नवंबर 2022 को केस दर्ज किया गया। जांच साइबर थाने में नियुक्त एएसआई मुकेश चंद्र को सौंपी गई। इसके बाद एसटीएफ टीम ने संडे को यूसुफ मिर्जा खान निवासी संगम नगर पुलिस स्टेशन, हिन्दुस्तान नगर, वडाला ईस्ट मुंबई महाराष्ट्र को अरेस्ट किया।

2 आरोपी पहले हो किए अरेस्ट
इससे पहले गिरोह के दो अन्य सदस्यों महमीद सरीफ निवासी मार्केट रोड बड़ा उडिपि कर्नाटका और वैश्यक उनीकृष्णन निवासी ओलेसरी हाउस पल्लथ रोड कोडूगंलूर पुलुट त्रिशूर केरला से गिरफ्तार किए जा चुके हैं।

फर्जी सिम से भेजता है मैसेज
पुलिस को शातिर फ्रॉड ने बताया कि उसने पीडि़त को मलेशिया से फर्जी सिम से मैसेज भेजकर इन्वेस्टमेंट का झांसा दिया। आरोपी ने द्धह्लह्लश्चह्य://द्बठ्ठ ष्ह्म्द्गड्डह्लद्ग 2द्गड्डद्यह्लद्ध2.ष्शद्व पर म्यूचुअल फंड में निवेश करने की सलाह दी।

शातिर फ्रॉड पर एक नजर::
-मोबाइल नंबरों की हुई जांच, देशभर में 159 केस दर्ज।
-3272 मामलों में ठग की मिलीभगत सामने आई।
-साइबर ठग पर यूपी में 19, महाराष्ट्र में 2 व तेलंगाना में 62 केस दर्ज।
-दिल्ली में भी 15, बिहार में 7, तमिलनाडु में 14 व हरियाणा में 8 केस दर्ज।
-कर्नाटक में 15, गुजरात में 6, एपी में 3, छत्तीसगढ़ में 4, उत्तराखंड में 2 व चंडीगढ़ में 2 केस दर्ज।

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