-स्पेशल- ओम। प्रकाश
अगस्त से शुरू होगा पिथौरागढ़ स्पोर्ट्स कॉलेज
-सीमांतवर्ती जिलों के खिलाडि़यों को प्रशिक्षण के लिए नहीं आना पड़ेगा दून
प्रशिक्षण के लिए अब नहीं काटने पड़ेगे दून के चक्कर
DEHRADUN: उत्तराखंड के युवा खिलाडि़यों को जल्द ही दूसरा स्पोर्ट्स कॉलेज मिल जाएगा। पिथौरागढ़ में तैयार हो रहे इस कॉलेज की खास बात यह होगी कि अब सीमांतवर्ती जिलों के युवा खिलाडि़यों को प्रशिक्षण लेने के लिए देहरादून नहीं आना पड़ेगा। अभी तक एक मात्र स्पोर्ट्स कॉलेज रायपुर में महाराणा प्रताप स्पोर्ट्स कॉलेज है। जहां सीमांतवर्ती जिलों के कई खिलाड़ी स्पोर्ट्स कॉलेज से पास आउट हो चुके हैं। सैकड़ों किलोमीटर की दूरी नापकर पिथौरागढ़, चमोली, अल्मोड़ा, बागेश्वर आदि जिलों के खिलाड़ी दून के स्पोर्ट्स कॉलेज में एडमिशन लेने आते हैं। पिथौरागढ़ में अगस्त में कॉलेज की शुरुआत होने की उम्मीद जताई जा रही है।
बॉक्सिंग और फुटबॉल से होगी शुरुआत
शुरुआत में बॉक्सिंग और फुटबॉल खेल से इस कॉलेज का संचालन शुरू किया जा रहा है। खेल विभाग के अधिकारियों की मानें तो बॉक्सिंग और फुटबॉल खेल के लिए कुछ समय पहले ट्रॉयल भी हो चुके हैं। ट्रॉयल में सफल करीब ख्0 से ख्भ् खिलाडि़यों को बॉक्सिंग और फुटबॉल खेल में प्रशिक्षण के लिए चयनित किया गया है।
शासन से पास हो चुका है बजट
कॉलेज में ही खिलाड़ी को गेम की ट्रेनिंग, एजुकेशन और छात्रावास की सुविधा मिलेगी। हालांकि कंप्लीट कॉलेज के रूप में अगले सत्र में ही इसकी शुरुआत होगी। जिसमें ख्भ् से फ्0 कॉलेज स्टाफ की जरूरत होगी, लेकिन फिलहाल दो खेलों के संचालन के लिए 8 से क्0 मेंबर का स्टाफ रखा जाएगा। जिसमें प्रभारी प्रिंसिपल, कोच, टीचर, वार्डन व अन्य स्टाफ शामिल किए जाएंगे। अगले ब् महीने के प्रबंधन के लिए करीब फ्0 से फ्भ् लाख के बीच बजट भी पास हो गया है। इस स्पोर्ट्स कॉलेज में क्लास 9 से खिलाडि़यों को एडमिशन मिलेगा। हालांकि यहां भी देहरादून स्पोर्ट्स कॉलेज की तरह ही सिर्फ ब्वॉयज को ही एडमिशन मिल पाएगा। गर्ल्स के लिए हल्द्वानी के अन्तर्राष्ट्रीय स्पोर्ट्स कॉम्पलेक्स में खेल विभाग कॉलेज और हॉस्टल खोलने जा रहा है। अगले साल तक इस गर्ल्स कॉलेज की खुलने की उम्मीद है।
वर्जन-
फिलहाल बॉक्सिंग और फुटबॉल खेल मे ही खिलाडि़यों को प्रशिक्षण मिलेगा। अगस्त में कॉलेज की शुरुआत होने की पूरी संभावनाएं हैं। पिथौरागढ़ में स्पोर्ट्स कॉलेज शुरू होने का सबसे अधिक फायदा सीमांतवर्ती जिलों के खिलाडि़यों को होगा।
-मनोज शर्मा, प्रभारी स्पोर्ट्स कॉलेज, पिथौरागढ़