वाराणसी (ब्यूरो)। बनारस के बाहुबली नामों की जब-जब बात होती है, तब-तब बृजेश सिंह, मुख्तार अंसारी, इंद्रदेव सिंह उर्फ बीकेडी और विश्वास शर्मा उर्फ नेपाली का जिक्र आता है, लेकिन आज के टेक्निकल एरा में बाहुबली की परिभाषा बदली है, तो युवा के चमकते चेहरे सामने आ जाते हैं। सोशल मीडिया पर अपनी ब्लॉगिंग से लोगों का दिल जीत रहे काशी के युवा न सिर्फ अपने पैशन को फॉलो कर रहे हैं। बल्कि यह उनकी कमाई का भी जरिया बन गया है। काशी का नाम रोशन करने वाले ये इंफ्लुएंसर सोशल मीडिया पर काशी के मंदिर, घाट, ऐतिहासिक धरोहरों के साथ यहां के खानपान और अपनी बनारसी बोली के अंदाज से सभी को पसंद आ रहे हैैं। यह सोशल मीडिया पर कितने फेमस हैैं, इसका अंदाजा इनकी फैन फॉलोइंग से लगाया जा सकता है। इसमें कई क्रिएटर ऐसे भी हैं जिन्हें पीएम मोदी की उपस्थिति में नेशनल क्रिएटर अवार्ड शो में आमंत्रित भी किया गया था। आइये आपको भी बनारस के इन बाहुबलियों से कराते हैैं रूबरू.
1-आकाश के थे फैन, आज खुद उड़ रहे आकाश में
बात उन दिनों की है, जब बनारस का पहला सोशल मीडिया पेज बनारसिया हुआ करता था। इसके क्रिएटर आकाश दूबे थे, जिनका मैैं फैन था। कोलकाता से इंजीनियरिंग कर रहा था तो उनकी वीडियोज खूब देखता था। इसे लेकर काफी क्रेज था। फिर मैैंने सोचा कि खुद का पेज स्टार्ट किया जाए। जून 2018 को बनारसी भौकाल के नाम से अपना सोशल मीडिया पेज शुरू किया। दो साल तक 10 हजार फॉलोवर्स हो गए, फिर इंस्टाग्राम पर रील आ गया तो फालोवर्स भी 1.20 लाख तक पहुंच गए। इसी दौरान तत्कालीन कमिश्नर दीपक अग्रवाल के सहयोग से वर्ष 2022 में सावन के चारों सोमवार को बाबा विश्वनाथ मंदिर में प्राइवेट शूट किया। इस दौरान प्रत्येक सोमवार को 25 मिलियन व्यूज मिले। जी हां, हम बात बनारस के जाने माने क्रिएटर आकाश चौधरी से कर रहे हैैं, जिनके आज सोशल मीडिया पर 6.53 लाख फॉलोअर्स हैं। उन्होंने बताया, अपने अकाउंट से वह काशी की फेमस रामलीला, मसान होली, दशाशवमेध घाट की आरती, यहां का कल्चर पूरी दुनिया को दिखाते हैं। उन्होंने पैसे कमाने की कभी नहीं सोची। इसलिए महीने में सिर्फ एक या दो प्रमोशन ही करते हैैं।
बनारसी भौकाल
6.53 लाख फॉलोवर
बचपन में थे शरारती
अस्सी निवासी 27 वर्षीय आकाश ने बताया कि उनके पिता शेषनाथ चौधरी ट्रैवल का काम करते हैैं। चौथी कक्षा तक रविंद्रपुरी स्थित गोपी राधा विद्यालय मे पढ़ाई की। शरारती होने के कारण पिता ने उन्हें हावड़ा (कोलकाता) बुआ के पास भेज दिया। इंजीनियरिंग तक की पढ़ाई वहीं से की। लेकिन, बनारस से उनका मोह कभी खत्म नहीं हुआ। आज विप्रो कंपनी मेें प्रोजेक्ट इंजीनियर के पद पर कार्यरत हैैं.
2-टूरिस्ट को करती हैं गाइड
बनारस की रहने वाली स्मृति ने जब सफलता की सीढिय़ां चढ़ीं तो फिर कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा। वर्ष 2017 में इन्होंने वांडरर्स ऑफ वाराणसी के नाम से इंस्टाग्राम पर अपना चैनल बनाया था। आज यह उसमें लोगों को बनारस में कहां घूमना चाहिए, क्या खाना चाहिए, कैसे ट्रेवल करें, इन सभी चीजों के लिए गाइड करती हैं। इससे बनारस घूमने आए लोगों को भी काफी सुविधा रहती है। वीडियोज सिर्फ पैशन फॉलो का ही नहीं बल्कि पैसा कमाने का जरिया भी बन गया है। यूट्यूब से 28 दिन के व्यूज के हिसाब से तो उनको पेमेंट मिलती ही है। साथ ही कई ब्रांड उन्हें ऐड देते हंै जिसे प्रमोट करके भी वह अच्छे खासे पैसे कमाती हैं। सोशल मीडिया पर इनके 1.31 लाख फॉलोअर्स हैं.
वांडरर्स ऑफ वाराणसी
1.31 लाख फॉलोवर
3. चखिए बनारसी स्वाद
बनारसी खाने का कोई मुकाबला नहीं है। हर गली में आपको खाने की एक फेमस दुकान मिल ही जाएगी। यहां की कचौड़ी जलेबी हो या मलइयो, पान हो या चाट। इसके दीवाने देश ही नहीं बल्कि विदेश में भी हैं। लेकिन, किस दुकान या रेस्टोरेंट में सबसे बढिय़ा खाना मिलता है, यह आखिर पता कैसे चले। बिल्कुल पता चलेगा, हमारे फूड व्लॉगर श्वेताभ यादव हैं न। फूड व्लॉगर श्वेताभ का सोशल मीडिया प्लेटफार्म इंस्टाग्राम में बनारसी भुक्कड़ नाम से पेज है। यहां पर वह बनारस के कौन से स्वाद चखने चाहिए, इसके लिए गाइड करते हैं। इंस्टाग्राम पर इनके 17.2 हजार फॉलोअर्स हंै। बनारस के रेस्टोरेंट के ओनर इन्हें अपना रेस्टोरेंट प्रमोट करने के लिए बुलाते हैं और इसके लिए इन्हें अच्छा खासा पैसा भी देते हैं।
बनारसी भुक्कड़
17.2 हजार फॉलोवर
4. बनारस नहीं घूमा तो क्या घूमा
बनारस के कण-कण में खूबसूरती बसती है। यहां का इतिहास कितना पुराना है, इसकी गवाही यहां की एक-एक दीवार, एक-एक मंदिर और एक-एक घाट देते हैं। ऐसे ही नहीं दुनिया की पहली पसंद बनारस है। सभी को यहां का इतिहास जानने की उत्सुकता रहती है। बनारस के व्लॉगर सूर्यांशु शुक्ला भी अपनी कड़ी मेहनत से अपने चैनल स्टोरीज ऑफ काशी से सभी को काशी के प्राचीन इतिहास से रूबरू करा रहे हैं। यह बनारस के फेमस मंदिर का इतिहास, घाट का इतिहास, खाने का इतिहास गलियों का इतिहास वीडियो बना कर सभी को बताते हैं। सोशल मीडिया पर इनके 32 हजार फॉलोअर हैं। इनकी बनारसी भी लोगों को खूब पसंद आती है.
स्टोरीज ऑफ काशी
32 हजार फॉलोवर