वाराणसी (ब्यूरो)। दैनिक जागरण आईनेक्स्ट का राजनी 'टीÓ कैंपेन मंगलवार को पीलीकोठी स्थित द स्कालर्स होम स्कूल पहुंचा। इस दौरान यंगस्टर्स से आगामी आम चुनाव में यूथ के कौन-कौन से मुद्दे होंगे। ऑनलाइन वोटिंग का विकल्प भी मिलना चाहिए, यूथ के लिए राम मंदिर एक मुद्दा है, मौजूदा शिक्षा प्रणाली और एजुकेशन क्वालिटी से आप कितने संतुष्ट हैं, दुनिया की नामी यूनिवर्सिटीज के कैंपस भारत में भी खोलने की बात चल रही है, लड़कियों-महिलाओं के खिलाफ अपराधों को लेकर मौजूदा कानून पर्याप्त है, आप पार्टी को वोट देते हैं या कैंडिडेट को, जातिगत जनगणना होनी चाहिए या नहींजैसे तमाम मुद्दों पर खुलकर परिचर्चा हुई। इस दौरान यंगस्टर्स ने बेबाकी से अपनी बातें रखीं.
बेरोजगारी सबसे बड़ा मुद्दा
राजनी 'टीÓ कैंपेन में यंगस्टर्स ने कहा कि आगामी आम चुनाव में बेरोजगारी ही बड़ा मुद्दा होगा। युवा के लिए रोजगार ही सबसे बड़ी समस्या है। सरकार वैकेंसी निकालती है, एग्जाम भी होता है, लेकिन पेपर आउट सब पर पानी फेर देता है। सरकार तमाम दावें करती हैं, लेकिन हकीकत में वह दिखती नहीं है। बुलडोजर से अपराधियों को काबू में किया गया, लेकिन युवाओं के भविष्य से खिलवाड़ करने वालों पर चाबुक नहीं चल रहा है। इस पर सरकार की मंशा साफ होनी चाहिए। युवा वर्ग कब तक बेरोजगारी का दंश झेलती रहेगी.
रोजगारपरक विकास पर फोकस
बनारस में फुलवरिया फोरलेन, हरहुआ फ्लाईओवर, रिंग रोड के अलावा विश्वनाथ धाम, रुद्राक्ष कंवेंशन सेंटर, टीएफसी, कैंसर अस्पताल, स्वर्वेद महामंदिर विकास को दर्शाता तो जरूर है, लेकिन युवाओं के लिए फैक्टरियां गायब हैं। बनारस में नोएडा, गुडग़ांव की तरह रोजगार के साधन मुहैया कराने की जरूरत है। आने वाली सरकार से युवाओं ने कहा कि रोजगार पर फोकस ज्यादा करने की जरूरत है। पुलिस भर्ती परीक्षा में अभ्यार्थियों की भीड़ बेरोजगारों की स्थिति दर्शा रही है, जिस पर सरकार की नजर क्यों नहीं पड़ती है.
महंगाई ही मुद्दा होगा
परिचर्चा के दौरान महïंगाई को लेकर युवाओं में थोड़ी सी नाराजगी दिखी। लोगों ने कहा कि कोई भी सरकार आएगी, उसके सामने महंगाई चुनौती होगी। लंबे समय से महंगाई और बेरोजगारी मुद्दा रहा है, जो आने वाले आम चुनाव में भी होगा। कोई ऐसी चीज नहïीं, जिसका दाम न बढ़ा हïो। अनाज, तेल, रिफाइंड, गैस, सरसों तेल, ड्राई फूड के दाम हïर दिन रिकॉर्ड तोड़ रहïे हïैं। सरकार कंट्रोल करने की बजाय सिर्फ तर्क दे रहïी हïै.
कैंडिडेट या पार्टी को वोट देने पर बंटे युवा
युवा वर्ग ने दागी कैंडिडेट पर खुलकर अपने विचार रखे। यंगस्टर्स ने कहïा कि किसी भी कीमत पर अपराधी या गलत कैंडिडेट को वोट नहïीं देंगे। कुछ ने पार्टी तो कुछ ने कैंडिडेट को वोट देने की वकालत की। पीएम मोदी के नाम पर ऐसे लोग भी जनप्रतिनिधि बन जाते हैं, जो इसके लिए योग्य नहीं होते हैं। इसलिए राजनैतिक पार्टियों को दागी व्यक्ति प्रत्याशी बनाने से बचना चाहिए। विकास और राष्ट्र निर्माण के लिए कई बार गलत आदमी को वोट देना पड़ता है। ऐसे लोग क्षेत्र व समाज का विकास नहïीं करते हïैं.
वूमेन सेफ्टी के लिए जो भी कानून है, वह पर्याप्त नहीं है। सड़कों पर आए दिन छात्राओं से छेड़छाड़ की घटनाएं हो रही हंै। इसे लेकर पुलिस को मूवमेंट बढऩी चाहिए। कानून इम्प्लीमेंट सख्ती के साथ करने की जरूरत है। हेल्पलाइन पर कॉल का रिस्पांस भी मिलना चाहिए.
अपूर्वा मालवीय
ऑनलाइन वोटिंग ऑप्शन होना चाहिए। इससे वोटिंग प्रतिशत में बढ़ोतरी होगी। साथ वोट को लेकर उत्साह भी बढ़ेगा। बिजी लाइफ में ऑनलाइन वोटिंग का विकल्प मिलना चाहिए।
हिना कुमारी
देश में बेरोजगारी की समस्या सबसे बड़ी है। आने वाले चुनाव में यह मुद्दा जरूर होगा। पुलिस भर्ती परीक्षा के दिन सड़कों पर अभ्यर्थियों की भीड़ बेरोजगारी की स्थिति बयां कर रही थी। सरकार को पहले इस समस्या पर फोकस करनी चाहिए.
अमित प्रजापति
बनारस में सबसे बड़ी समस्या ट्रैफिक की है। इस पर फोकस करने की जरूरत है। स्मार्ट सिटी में ट्रांसपोर्ट सिस्टम बेहतर होना चाहिए। साथ ही फ्लाईओवर, पथवे, कारिडोर की संख्या बढऩे से ट्रैफिक समस्या खत्म हो सकती है.
काशी प्रसाद मिश्र
महïंगाई चरम पर हïै। हïम उसी सरकार को चुनेंगे, जो बुनियादी जरूरतों पर काम करेगी। गैस, राशन, तेल समेत हर चीजों के दाम बढ़ रहïे हïैं। विकास के खूब वादे किए जाते हïैं, लेकिन हïकीकत कुछ और हïै।
संदीप कुमार
वोट तो कैंडिडेट को देखकर ही देना चाहिए। अच्छा व्यक्ति चुनकर जाएगा तो देश और राष्ट्र हित में काम करेगा। अक्सर पार्टी ऐसे लोग को कैंडिडेट बना देती है, जो अपराधी प्रवृत्ति का होता है। इसलिए कैंडिडेट को प्राथमिकता देनी चाहिए।
कृति यादव