वाराणसी (ब्यूरो)। बनारस में बीते नवंबर महीने में पिपलानी कटरा औघडऩाथ तकिया के पास शादी समारोह में डांस करते समय अचानक मनोज विश्वकर्मा व बाबतपुर से भोजूबीर आते समय टैक्सी चालक उमाशंकर का हार्टफेल हो गया। दोनों शख्स की मौके पर ही मौत हो गई। टैक्सी चालक के मामले में जहां कार में बैठी सवारियों की जान पर बन आई थी तो वहीं डांस करते समय हुई मौत का वीडियो वायरल होने के बाद पूरे देश में हड़कप मच गया था। करीब तीन महीने बाद गुरुवार को एक बार फिर मार्निंग वाक के दौरान 26 वर्षीय युवक रोहित केशरी की हार्ट फेल होने से मौत हो गई। इस घटना से एक बार फिर बनारस में मौत से दहशत का माहौल है। हालांकि इस बीच सीएमओ डॉ। संदीप चौधरी ने राहत देने वाली जानकारी दी है। उनके अनुसार हार्ट अटैक से होने वाली मौत को रोकने के लिए आईसीएमआर के सहयोग से प्रदेश में सबसे पहले बनारस में पायलट प्रोजेक्ट के तहत स्पोक एंड हब शुरू हो रहा है। इसका सेंटर बीएचयू में बनाया गया है। सेंटर के जरिए हार्ट अटैक के मरीजों को टेली कंसल्टेंसी से सम्पूर्ण उपचार व परामर्श दिया जाएगा.
अचानक फेल हुआ हार्ट
कब मौत से दोस्ती हो जाए, इसका जीता जागता उदाहरण गुरुवार की सुबह बनारस में दिखा। मैदागिन क्षेत्र में मार्निंग वाक पर निकले 26 साल के रोहित केशरी का अचानक हार्ट फेल हो गया। आनन-फानन उसे अस्पताल ले जाया गया, जहां डाक्टर ने जांच के बाद मृत घोषित कर दिया। इसकी जानकारी मिलते ही युवक को जानने वाले हतप्रभ रह गए। किसी को भरोसा नहीं हो रहा था कि रोहित यूं दुनिया को अलविदा कह जाएगा। परिवार वालों का रो-रोकर बुरा हाल है।
मोहल्ले में मातम
गोला दिनानाथ स्थित जालपा देवी रोड निवासी संतोष केशरी उर्फ कल्लू के तीन पुत्रों में सबसे बड़े रोहित सुबह रोज की तरह मार्निंग वाक के लिए मैदागिन स्थित कंपनी गार्डन गए थे। वहां बेचैनी होने पर घर पहुंचे और सीने में दर्द की शिकायत की। स्वजन उन्हें लेकर पास में स्थित एक क्लिनिक पर गए। फिर मंडलीय अस्पताल पहुंचे, जहां डाक्टर ने जांच के बाद रोहित को मृत घोषित कर दिया। मौत का कारण दिल का दौरा पडऩा बताया गया। किसी को भरोसा नहीं हो रहा था कि मात्र 26 साल का रोहित अब उनके बीच नहीं है। अस्पताल से जब शव घर पहुंचा तो मोहल्ले में मातम पसर गया। रोहित जनरल स्टोर की दुकानों में सामान सप्लाई का काम करते थे।
पहुंचना था घर, दिखने लगी मौत
12 नवंबर 2022 दिन शनिवार को बाबतपुर एयरपोर्ट से यात्रियों को कार में लेकर टैक्सी चालक उमाशंकर निवासी गाजीपुर वाराणसी शहर की ओर आ रहा था। भोजूबीर के पास कार चलाते हुए अचानक चालक को हार्ट अटैक का दौरा पड़ा। इससे कार लहराने लगी, अंदर बैठी सवारियों को कुछ समझ में नहीं आया तो वे चीखने-चिल्लाने लगीं। उधर, रोड पर मौजूद लोगों में भगदड़ मच गई और उन्होंने इधर-उधर भागकर जान बचाई। इस बीच चालक की मौत हो गई और कार सड़क किनारे खड़ी एक बाइक में टकराते हुए रुक गई। स्पीड धीमी थी, इसलिए बड़ी दुर्घटना नहीं हो सकी, अन्यथा वहां कुछ भी हो सकता था.
सब शोर मचा रहे थे, फिर चीखने लगे
पिपलानी कटरा औघडऩाथ तकिया के पास शादी समारोह में डांस करते समय अचानक दिल का दौरा पडऩे से मनोज विश्वकर्मा की मौत हो गई थी। चेतगंज के पास शादी समारोह में सम्मिलित होने के लिए विगत 25 नवंबर 2022 को मनोज विश्वकर्मा (40) आए हुए थे। वैवाहिक कार्यक्रम के आयोजन के दौरान डांस करते समय अचानक गिरने के बाद परिजनों को पता चला कि उनको हार्ट अटैक आया था जिससे उनका निधन हो गया.
स्पोक एंड हब सेंटर से मिलेगी राहत
सीएमओ डॉ। संदीप चौधरी ने बताया कि आईसीएमआर के सहयोग से स्पोक एंड हब पायलट प्रोजेक्ट प्रदेश में सबसे पहले वाराणसी में शुरू किया जा रहा है। बीएचयू को हब सेंटर बनाया गया है, जहां हार्ट अटैक के मरीजों को टेली कंसल्टेंसी के जरिये सम्पूर्ण उपचार व परामर्श दिया जाएगा। सभी जिला चिकित्सालयों और सीएचसी को स्पोक सेंटर बनाया गया है, जहां अचानक सीने में दर्द होने वाले व्यक्तियों को ईसीजी के साथ-साथ थ्रंबोलिसिस की सेवा प्रदान की जाएगी। यह सुविधा पूरी तरह से नि:शुल्क है।
ईसीजी डेमोंस्ट्रेशन दिखाया
जनपद में हार्ट अटैक से होने वाली मौत पर रोक लगाने के लिए स्वास्थ्य विभाग ने ईसीजी और थ्रंबोलिसिस की प्रक्रिया तेज कर दी है। गुरुवार को मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय में सीएमओ डॉ। संदीप चौधरी की अध्यक्षता और बीएचयू के हृदय रोग विशेषज्ञ प्रो। धर्मेंद्र जैन के नेतृत्व में प्रशिक्षण दिया गया। चिकित्सकों को ईसीजी डेमोंस्ट्रेशन करके दिखाया गया। डेमोंस्ट्रेशन की प्रक्रिया एसीएमओ डॉ। एके मौर्य के माध्यम से की गई।
स्पोक एंड हब सेंटर से हार्ट अटैक पर रोक लगेगी। प्रशिक्षण प्राप्त कर चुके सभी चिकित्सकों को ईसीजी व थ्रंबोलिसिस के लिए एम्बेस्डर की उपाधि दी गई है। प्रशिक्षण का उद्देश्य चिकित्सालयों व स्वास्थ्य केन्द्रों के समस्त चिकित्सकों को हृदय रोग विशेषज्ञ के रूप में तैयार किया जाएगा।
डॉ। संदीप चौधरी, सीएमओ
अचानक सीने में तेज दर्द होने पर मात्र एक तिहाई मरीजों को ही समय से उपचार मिल पाता है, जो काफी कम है। इसी सुविधा को बढ़ाने के लिए देश में आईसीएमआर प्रोजेक्ट के तहत चिकित्सालयों और स्वास्थ्य केन्द्रों पर ईसीजी और थ्रंबोलिसिस की प्रक्रिया शुरू की जा रही है। अचानक अटैक आने के बाद मरीजों को समय से उपचार मिले तो उनकी जान बचाई जा सकती है।
प्रो। धर्मेंद्र जैन, हृदय रोग विशेषज्ञ बीएचयू