वाराणसी (ब्यूरो)। वाराणसी में संचालित गेल की प्रधानमंत्री ऊर्जा गंगा परियोजना हर दिन नया कीर्तिमान तय कर रही है। रविदास और नमो घाट पर गेल के फ्लोटिंग सीएनजी और मोबाइल रि-फ्यूलिंग यूनिट स्टेशन की बदौलत दुनिया में वाराणसी की खास पहचान बन चुकी है। इसकी क्षमता आठ हजार किलोग्राम प्रतिदिन है, जिससे 600 से 700 नौकाओं के लिए सीएनजी की डिमांड पूरी हो सकेगी। यही नहीं, शहर में 27 सीएनजी स्टेशन भी हैं, जहां से रोजाना 85 हजार किलोग्राम गैस बेची जा रही है। करखियांव और चांदपुर महेशपुर औद्योगिक क्षेत्र में ब्रेड, बिस्कुट निर्माताओं जैसे 13 औद्योगिक ग्राहकों को जोड़ा है, जो स्वच्छ और हरित ईंधन प्राकृतिक गैस का लाभ उठा रहे हैं। गेल ने शहर में होटल, रेस्तरां जैसे 63 वाणिज्यिक ग्राहकों को जोड़ा है।
चार और स्टेशन खोलने की तैयारी
पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमतों और उसके धुएं से जहरीली होती हवा के चलते वाराणसी में सीएनजी वाहनों की डिमांड बढऩे लगी है। यही वजह है कि सड़कों पर सीएनजी वाहन पहले के मुकाबले ज्यादा दौडऩे लगे हैं। गाडिय़ों की संख्या में हर महीने एक हजार सीएनजी वाहन जुड़ रहे हैं। इसी को देखते हुए साल 2024 में गेल चार और सीएनजी स्टेशनों को खोलने की तैयारी कर रही है। इसके लिए प्रस्ताव बनाया गया है और जगह की तलाश की जा रही है। इसके बाद सीएनजी स्टेशंस की संख्या 27 से बढ़कर 31 हो जाएगी.