-सामनेघाट पर पिछले दिनों सराफा कारोबारी पर हुए जानलेवा हमले के मामले में पुलिस ने कारीगर की पत्नी समेत उसके प्रेमी को किया गिरफ्तार
- रिश्ते में बाधा बन रहे पति को मारने की एक लाख 80 हजार रुपये में प्रेमी ने दी थी सुपारी, तीन शूटर्स भी चढ़े हत्थे
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सात फेरों के बंधन में बंधने के बाद उसने पति का साथ हर कदम पर देने का वादा किया था लेकिन जिंदगी के सफर के बीच में ही उसकी नजरें किसी और से लड़ गई और प्यार में पागल होकर पत्नी ने अपनी ही मांग उजाड़ने की प्लैनिंग कर डाली। मामला सामनेघाट पर 16 जून को सर्राफा कारीगर मनीष सेठ पर हुए जानलेवा हमले से जुड़ा है। पुलिस ने बुधवार को इस घटना का खुलासा करने का दावा किया है। पुलिस का कहना है कि घटना के पीछे कोई और नहीं बल्कि अस्पताल में घायल पड़े मनीष की पत्नी जूही और उसका प्रेमी और मनीष का मालिक जितेन्द्र वर्मा शामिल था। इन दोनों ने ही अपने प्यार की राह के कांटे मनीष को हटाने की सुपारी एक लाख 80 हजार रुपये में तीन लोगों को दी थी। जिनको भी पुलिस ने पकड़ा है।
लड़ गए नैना
बुधवार को एसपी क्राइम त्रिभुवन सिंह ने पुलिस लाइन में प्रेस कांफ्रेंस कर बताया कि चौक थाना क्षेत्र के ब्रह्मनाल के रहने वाले जितेन्द्र वर्मा की अस्सी मुमुक्षु भवन के पास ज्वेलरी शॉप है। शॉप में रामनगर का रहने वाला मनीष सेठ बतौर कारीगर काम करता है। मनीष के यहां होने के कारण उसकी पत्नी जूही सिंह अक्सर उससे मिलने के लिए दुकान पर आया करती थी। जहां उसकी नजरें पति के मालिक जितेन्द्र वर्मा से चार हो गई। दोनों के मिलने जुलने का सिलसिला आगे बढ़ा और इस बीच मनीष को इसकी भनक लग गई। जिसके बाद जूही ने प्रेमी जितेन्द्र संग मिलकर पति को रास्ते से हटाने की प्लैनिंग बना डाली। पुलिस के मुताबिक जितेन्द्र ने प्रेमिका की खातिर उसके पति को ठिकाने लगाने के लिए अपने साथी श्यामधनी पासवान उर्फ पप्पू से झूठ बोला और जमीन का विवाद बताकर उसके नाम की सुपारी दे दी। इसके बाद श्यामधनी ने सर्वेश सहाय और दीपक कुमार संग मिलकर मनीष को मारने की प्लैनिंग कर उसे गोली मार दी। हालांकि मनीष बच गया और उसके जबड़े में ही गोली लगी। पुलिस ने श्यामधनी, सर्वेश और दीपक को भी अरेस्ट किया है। इनके पास से घटना में प्रयुक्त असलहा और कारतूस के अलावा स्कूटी और एक बाइक भी बरामद की है।