वाराणसी (ब्यूरो)। नगर निगम प्रशासन द्वारा बनारस शहर को सुंदर और खूबसूरत बनाने के साथ ही समस्त प्रकार की दुर्घटनाओं से बचाने के लिए वायरों के मकडज़ाल से आजादी दिलाने के लिए बीते सप्ताह अभियान चलाया गया। ये अभियान कितने दिन चला और कहां चला और कितने प्रकार के लटकते वायरों को हटाया गया, जोकि एक गंभीर समस्या का रूख अपना लिया है। सड़कों से लगे खंभों से होकर पेड़ों की टहनियों को टच करते हुए वायरों के मकडज़ाल देखने को मिल जाते हैं लेकिन इनको हटाने की कवायद और इन पर एक्शन की बात धरी की धरी रह जाती है। आखिर शहर को इन वायरों के मकडज़ाल से कब तक आजादी मिल जायेगी और कैसे मिलेगी जोकि एक यक्ष प्रश्न बन गया है.
हादसे का बना खतरा
शहर को गंदा दिखाने के लिए टेली कम्यूनिकेशन कंपनियों के द्वारा कोई भी कोर कसर नहीं छोड़ी जा रही है। इनके द्वारा शहर के समस्त बिजली पोलों से लेकर आसपास की पेड़ की टहनियों का भी इस्तेमाल किया जाता है। एक तरफ इन वायरों के मकडज़ाल से जहां शहर की खूबसूरती खराब होती है तो वहीं दूसरी तरफ दुर्घटनाओं की आशंकाए बढ जाती है। किसी भी प्रकार की दुर्घटना होने पर ये कंपनी वाले हाथ खड़े करके भाग जाते हंै.
इजाजत नहीं फिर भी लटके वायर
बिजली विभाग की तरफ से शहर के अंदर किसी भी टेलीकम्यूनिकेशन कंपनी को वायरों को मकडज़ाल को लटकाने की इजाजत नहीं दी जाती है। इसके बावजूद ये कंपनी वाले अपनी मनमानी और नगर निगम के परमिशन के द्वारा विभाग के पोल का इस्तेमाल आसानी से कर लेते हंै। इनके द्वारा बिजली विभाग के पोल इस्तेमाल करने के उपरांत विभाग को किसी प्रकार की शुल्क की पेशकश नही की जाती है। जिसके कारण विभाग ने अपने राजस्व हानि को लेकर विभागीय वरिष्ठ अधिकारियों से शिकायत भी दर्ज करवा चुका है.
नहीं दिख रहा मुकम्मल इंतजाम
बिजली के लटकते और झूलते वायरों से आजादी दिलाने के प्रशासन के सारे वादे खोखले साबित होते चले जा रहे हैैं। इन वायरों से आजादी दिलाने के लिए केंद्र सरकार से लेकर राज्य सरकार की तरफ से दर्जनो योजनाएं आई और वादा किया गया कि शहर की जनता को इन लटकते हुए वायरो से हर हाल में आजादी दिलाई दी जायेगी लेकिन ये आजादी वाली बात धरातल पर नहीं दिखाई दी। आज भी बनारस की सड़कों से लेकर चौराहों से होते हुए खंभों तक इन लटकते हुए वायरों के कारण संग्राम छिड़ा रहता है और दुर्घटनाओं के लिए निमंत्रण देते हुए रहता है। ऐसे में सवाल बन जाता है कि आखिर बनारस की जनता को इन लटकते हुए वायरो के मकडज़ाल से कब तक आजादी मिल पायेगी.
बिजली िवभाग के द्वारा वायरों को भूमिगत कराने के लिए कार्य किया जा रहा है। ऐसे में विभाग की तरफ से कई एजेंसियों से सम्पर्क करते हुए कार्य करवाने के लिए प्रयास किया जा रहा है। दूसरी तरफ कई इलाकों में कार्य को कराया भी जा चुका है.
अनूप सक्सेना, अधीक्षण अभियंता, सर्किल प्रथम
टेलीकम्यूनिकेशन वायरों को शहर के पोल और अन्य इलाकों से हटाने के लिए जी 20 को ध्यान में रखते हुए अभियान शुरू कर दिया गया है। अगले एक सप्ताह के अंदर समस्त टेली वायरों को हटवा दिया जायेगा.
सुमित कुमार, प्रभारी, प्रवर्तन दल