फूलों के दाम

फूल- आम दिनों में- वर्तमान में

गेंदा छोटा माला- 400- 15 सौ रुपए सैकड़ा

गेंदा बड़ा माला- 600- 22 सौ रुपए सैकड़ा

मुरली माला- 500- 15 सौ रुपए सैकड़ा

गुलाब पंखुड़ी- 50- 200 रुपए किलो

कमल- 10- 40 रुपए प्रति पीस

तुलसी माला- 150- 400 रुपए सैकड़ा

नोट-मार्केट के मुताबिक फूलों के दाम

वाराणसी (ब्यूरो)कौन नहीं जानता फूलों से किसको प्यार नहीं होतालेकिन, दीपावली के पर्व पर सुगंधित फूल-मालाओं से प्यार इतना अधिक बढ़ जाएगा आप इमेजिंग भी नहीं कर सकतेफूल और माला लेने के लिए तड़के ही लोगों की भीड़ उमड़ पड़ीभीड़ ऐसी कि चारों तरफ पूरा का पूरा मलदहिया ही ठसाठस जाम हो गयासभी का एक ही उद्देश्य दीपावली पर घर और प्रतिष्ठानों को सजाने और पर्व को बिंदास मनाने काइन लोगों ने फूल-मालाओं की दिल खोलकर खरीदारी कीआपको यकीन नही होगा जो एक हफ्ता में नहीं हुआ वह चार घंटे में हो गयाकरीब पांच करोड़ का फूल और माला खरीदकर दीपावली का ग्रैंड वेलकम कियाफिलहाल इस बिंदास खरीदारी से फूल विक्रेताओं के चेहरे खिल उठे.

तड़के खरीदारी में जुटे

दीपावली पर भले ही आर्टिफिशियल झालरों का क्रेज बढ़ गया हो, लेकिन फूलों की महक आज भी बरकरार हैतभी तो दीपावली पर कितना भी आर्टिफिशियल झालरों से सजा लीजिए, लेकिन मन नहीं भरता जब तक फूलों से घर मकान न सजाएंदीपावली के दिन पहले घर, मकान और प्रतिष्ठानों को सजाने के लिए फूलमंडी में गजब की भीड़ उमड़ीभीड़ ऐसी कि चारों तरफ ठसाठस जाम रहा.

इठलाया माला-फूल

लोगों की भीड़ को देखते हुए माला फूल के भाव भी सातवें आसमान पर पहुंच गएआम दिनों में जो गेंदा माला 5 रुपए प्रति पीस की दर से बिक रहा, उसकी कीमत आज 20 से 25 रुपए प्रति पीस की दर से रहाजहां भी थोड़ा सा दाम कम मिलता वहां पर लोग खरीदारी के लिए टूट पड़ते थेजो पहले खरीद लेता, स्कूटी पर लादकर वहां से चल देतासिनेरियो यह रहा कि फूल मंडी इंग्लिशिया लाइन में माला-फूल लेने के लिए लूट मची रही.

सड़क पर ठसाठस भीड़

तड़के पांच बजे पहुंचे लोगों की भीड़ से इंग्लिशिया लाइन की फूल मंडी ठसाठस भरी थीपैर रखने तक का जगह नहीं थाहालात यह रही कि मलदहिया चौराहे से लेकर इंग्लिशिया लाइन की सड़क के दोनों तरफ फूल की दुकानें सजी हुई थींदुकानें इतना अधिक की थी कि मलदहिया चौराहे से तेलियाबाग की ओर लगी हुई थी.

छोटा हाथी पर लादकर पहुंचे

विक्रेताओं को फूल बेचने के लिए फूलमंडी में जगह नहीं मिली थीवह सड़क के किनारे ही छोटा हाथी पर लादकर फूल बेचने लगेमंडी के हालात यह थे कि कोई ट्राली पर तो कोई छोटा हाथी तो कोई ट्रैक्टर पर फूल को लादकर पहुंचासभी के यहां कस्टमर्स की भीड़ लगी थीडिमांड अधिक होने के कारण कई फूल विके्रता तो सुबह दस बजे तक ही बेचकर चलते बने.

पांच करोड़ का कारोबार

फूल विक्रेताओं ने बताया कि इस बार का मार्केट काफी अच्छा रहाआम दिनों में जहां 50 से 60 लाख रुपये का कारोबार होता है वहीं आज चार घंटे में पांच करोड़ का कारोबार हुआत्योहार के लिए पिछले आठ दिनों से फूलों की खरीदारी हो रही हैआठ दिन में 8 करोड़ का कारोबार हुआ हैलेकिन, आज जो मंडी में भीड़ आई उसने अकेले ही एक हफ्ते का कोटा पूरा कर दिया.

सभी फूल विक्रेता आसपास के आए हैंयहां से फूल कोलकाता और बंगाल भी भेजा जाता है, लेकिन इस बार फूल विक्रेताओं ने फूल को नहीं भेजा हैइसलिए उनके फूलों की बिक्री हुई है.

विकास दूबे, इंग्लिशिया लाइन फूल मंडी के कारोबारी