वाराणसी (ब्यूरो)। कबीरचौरा मंडलीय अस्पताल परिसर की पानी टंकी में लाश मिलने के बाद शुक्रवार को दूसरे दिन भी पानी की सप्लाई बंद रही। नगर निगम से टैंकर मंगाकर व्यवस्था हुई। इसके चलते भीषण गर्मी में मरीज, तीमारदार और अस्पताल के स्टाफ के सामने समस्या खड़ी हो गई। उधर, टंकी में मिली लाश की पहचान नहीं हो पाई है.
गुमशुदगी मामलों की छानबीन
पुलिस के अनुसार टंकी में मिली लाश की पहचान के लिए प्रयास हो रहे हैं। कोतवाली प्रभारी का कहना है कि 72 घंटे तक पहचान के लिए इंतजार किया जाएगा। इसके बाद शव का निस्तारण करेंगे। साथ ही विभिन्न थानों में दर्ज गुमशुदगी के मामलों की छानबीन की जा रही है। प्रारंभिक तौर पर शव किसी मानसिक रूप से विक्षिप्त व्य1ित का भी हो सकता है। उसके शरीर पर केवल पैंट था। ऐसी कोई वस्तु भी नहीं मिली जिससे उसकी शिनाख्त होने में मदद मिल सके.
अस्पताल प्रबंधन जुटा
कबीरचौरा मंडलीय अस्पताल के पानी टंकी में डेड बॉडी मिलने पर पानी की सप्लाई बंद कर दी गयी है। जल निगम से दो टैंकर मंगवाकर मरीजों व उनके तीमारदारों को जल की सप्लाई की गयी है। भीषण गर्मी को देखते हुए अस्पताल में जगह-जगह पानी की व्यवस्था की गयी है। पानी का संकट न हो, इसके लिए अस्पताल प्रबंधन जुटा है.
क्या है मामला
अस्पताल के पानी में गुरुवार को अत्यधिक दुर्गंध आने पर लोगों ने इसकी शिकायत अस्पताल प्रशासन से की थी। इसके बाद टंकी की सफाई के लिए कर्मचारी पहुंचे तो उसमें शव देखकर सन्न रह गए थे। इसी टंकी से मरीजों व उनके तीमारदारों को पानी पीने के लगाए गए नलों में आपूर्ति हो रही थी। बड़ी मशक्कत के बाद गुरुवार की देर रात फायर ब्रिगेड के हाइड्रोलिक प्लेटफार्म की मदद से शव को निकाला जा सका था। इस अस्पताल में आसपास के तीन जिलों से भी गंभीर मरीज आते हैं। बीएचयू अस्पताल में जगह नहीं होने के कारण काफी मरीजों को यहां पर भर्ती करा दिया जाता है। ऐसे में यह अस्पताल हमेशा मरीजों से भरा रहता है.
पुलिस मामले की जांच में जुटी है। रही बात पानी की तो जल निगम से टैंकर मंगवाकर मरीजों और तीमारदारोंको पानी की सप्लाई की जा रही है। अस्पताल में मरीजों और अन्य के स्वास्थ्य की निगरानी की जा रही है.
डॉ। एसपी सिंह, एसआईसी, कबीरचौरा मंडलीय अस्पताल