वाराणसी (ब्यूरो)। प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन की ओर से प्राइवेट स्कूलों में शिक्षा के अधिकार के तहत प्रवेश पाए बच्चों की शुल्क प्रतिपूर्ति सरकार द्वारा न दिए जाने से स्कूलों में आर्थिक संकट पैदा हो गया है। संकट के दौर से विद्यालय वाले गुजर रहे हैं। चांदपुर स्थित मां सरस्वती बालिका इंटरमीडिएट कॉलेज में रविवार को आयोजित प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन के दूसरे वार्षिक अधिवेशन में उठी। अधिवेशन की मुख्य अतिथि जिला पंचायत अध्यक्ष पूनम मौर्य ने एसोसिएशन की मांग को ऊपर तक ले जाने का आश्वासन दिया.
लोगों ने रखे विचार
प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष रामाश्रय पटेल व जिलाध्यक्ष रघुवर दास विश्वकर्मा व महासचिव नरेंद्र शर्मा ने विचार रखे। उन्होंने कहा कि सरकार की ओर से आरटीई के तहत प्राइवेट स्कूलों को मिलने वाली धनराशि 4 वर्षों से बकाया है, उसका भुगतान अविलम्ब कराने की मांग उठाई गई। अभिभावकों की सहयोग राशि का भी भुगतान किया जाए। मान्यता के कड़े नियमों को शिथिल किया जाए बिजली का बिल एलएमबी-4 से घरेलू किया जाए.
बढ़ाया जाए मानदेय
प्राइवेट स्कूलों में पढऩे वाले शिक्षक/शिक्षिकाओं का मानदेय 5000 प्रति माह दिया जाए। इस दौरान बच्चों ने अनेक रंगारंग कार्यक्रम प्रस्तुत किया। संचालन संजय पटेल, इंद्रजीत पटेल, अनिल पटेल ने किया। अधिवेशन में अवर सचिव सीबीएसई प्रयागराज अखिलेश कुमार, रामजी सिंह, अभिषेक यादव, जयप्रकाश रावत, इंद्रजीत पटेल, शैलेश सोनी, अखिलेश सिंह, आलोक पटेल, आशा विश्वकर्मा, रामसकल सिंह, मित्रेश सिंह, हीरालाल बिंद, आलोक बाबू, रामराज पटेल आदि थे.