वाराणसी (ब्यूरो)। नाथों के नाथ बाबा विश्वनाथ का दरबार अब मंगला आरती की मंत्रोच्चार से गूंजेगा। पहले मंगला आरती के दौरान वही श्रद्धालु मंत्र सुन सकते थे, जो गर्भगृह में रहते हैं। लेकिन, सावन के पहले सोमवार से बाबा विश्वनाथ के परिसर में जितने भी शिवभक्त, कांवरिये रहेंगे सभी मंगला आरती का लाइव दर्शन तो करेंगे ही, साथ ही आरती के दौरान जो मंत्रोच्चार होता है वह भी सुन सकेंगे। यह नई व्यवस्था श्री काशी विश्वनाथ मंदिर प्रशासन ने सावन के पहले सोमवार से शुरू की है.
मंदिर प्रशासन ने दूर की शिकायत
भक्तों की हमेशा शिकायत रहती थी कि मंगला आरती का टिकट सावन में मिलना मुश्किल होता है। इसके चलते मंगला आरती में शामिल नहीं हो पाते। मंदिर प्रशासन ने ऐसे भक्तों की शिकायत को अब दूर कर दिया है। सावन के पहले सोमवार से परिसर में लाखों भक्त अब मंगला आरती का दर्शन करेंगे।
परिसर में 8 टीवी, 4 एलईडी स्क्रीन
मंगला आरती और सप्त ऋषि आरती का लाइव दर्शन करने के लिए मंदिर प्रशासन पूरे परिसर में 8 टीवी और 4 एलईडी स्क्रीन लगाया है। इन टीवी और स्क्रीन पर सोमवार को बाबा की मंगला आरती होगी, उसका भक्त लाइव दर्शन कर सकेंगे।
पहले सोमवार पर अग्निपरीक्षा
पहले सोमवार को बाबा का जलाभिषेक करने के लिए शहर में कांवरियों का हुजूम आना शुरू हो गया है। कोई टोटो में सवार होकर तो कई कांवरिए डीजे वाहन पर लद कर काशी में आने का सिलसिला शुरू हो गया है। सावन को पहले सोमवार को लाखों कांवरिए बाबा का जलाभिषेक करेंगे। भक्तों की भीड़ को संभालना मंदिर प्रशासन के अफसरों के लिए किसी अग्निपरीक्षा से कम नहीं होगा.
12 ई-रिक्शा चलेंगे
श्री काशी विश्वनाथ मंदिर प्रशासन ने बुजुर्ग और हैंडीकेप के लिए ई रिक्शा की व्यवस्था की है। मैदागिन से लेकर विश्वनाथ मंदिर परिसर तक व गा्रेदौलिया से मंदिर तक छह-छह ई-रिक्शा चलाई जाएगी। यह क्षेत्र नो-व्हीकल जोन होगा। मंदिर प्रशासन की तरफ से सिर्फ ई रिक्शा चलाए जाएंगे।
खोया-पाया काउंटर
सोमवार को उमडऩे वाली भीड़ को देखते हुए मंदिर प्रशासन ने परिसर में ही खोया-पाया काउंटर भी बनाया है। इसके लाउडस्पीकर को बाहर तक कनेक्ट किया गया है। अगर कोई खो जाता है तो इसकी सूचना काउंटर पर आकर दे सकते हैं। इसके अलावा मंदिर प्रशासन ने पूरे परिसर को साउंड सिस्टम से लैस किया है।
मंदिर में ही सभी स्टैंड
भक्तों की सुविधा के लिए मंदिर प्रशासन ने शूज उतारने के लिए भी काउंटर बनवा रखा है। इसके अलावा माला-फूल की भी व्यवस्था मंदिर के अंदर से ही कर दी है। जो भी शिवभक्त मंदिर में प्रवेश करेंगे वह परिसर से माला-फूल और दूध की खरीदारी कर सकेंगे। बाहर नहीं जाना होगा। बैग रखने के लिए भी काउंटर मौजूद हैं। परिसर में बने बैरिकेडिंग से होकर श्रद्धालु बाबा का जलाभिषेक करेंगे। जिस रास्ते से श्रद्धालु बाबा को जलाभिषेक को जाएंगे वहां पर रेड कार्पेट बिछा दिया गया है.
300 सीसीटीवी कैमरा
श्री काशी विश्वनाथ धाम के पूरे परिसर को 300 सीसीटीवी कैमरा से लैस कर दिया गया है। पहले 250 कैमरे लगे थे। मंदिर प्रशासन ने सावन के सोमवार को होने वाली भक्तों की भीड़ को देखते 50 सीसीटीवी और लगा दिया है। इन कैमरों से सभी श्रद्धालुओं पर नजर रखी जाएगी।
भक्तों की सहूलियत के सावन माह के पहले सोमवार से भक्त मंगला आरती व सप्तऋषि आरती का लाइव दर्शन कर सकेंगे। साथ ही आरती के दौरान जो मंत्रोच्चार होता है वह भी सुन सकेंगे.
शंभूशरण, एसडीएम, श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर