वाराणसी (ब्यूरो)। गाजीपुर के खानपुर मधुबन निवासी विकास यादव उर्फ विक्की अपनी पत्नी के साथ सीमावर्ती जौनपुर के चंदवक थाना के उचहुवां गांव में वैवाहिक कार्यक्रम में गया था। स्वजन के अनुसार पुलिस विकास को वहीं से उठाई थी और मंगलवार की सुबह आठगांवा स्टेडियम के सामने पैर में गोली (हाफ एनकाउंटर) मार दिया.
फर्जी है एनकाउंटर
स्वजन का कहना है कि पुलिस ने फर्जी तरीके से एनकाउंटर किया है। रात करीब दो बजे खानपुर पुलिस ऊंचहुवां गांव के बड़ेलाल के घर पहुंची। घर का दरवाजा खटखटाया कोई उत्तर नहीं मिला, तो दरवाजा तोड़ दिया। अंदर विकास और उसकी पत्नी नंदनी सो रही थी। विकास को उठाकर पुलिस ले जाने लगी, पत्नी ने इसका विरोध किया तो पुलिसकर्मियों ने उसे धक्का दे दिया.
जीप से दिया धक्का
उसके बाद भी नहीं मानी और साथ-साथ जाने लगी। विकास को पुलिस अपनी गाड़ी में बैठा रही थी तो उसकी पत्नी भी आकर बैठ गई। कहने लगी कि मेरे पति को कहां ले जा रहे हैं, मैं भी जाऊंगी। इतने में ही खानपुर थाने के सिपाही ने उसे जीप से धक्का दे दिया, जिससे नंदनी के सिर में काफी चोट आई।
हो गई बेहोश
मौके पर ही नंदनी बेहोश हो गई। गांव वालों ने विरोध किया तो पुलिस डांट फटकार कर भगा दी। इसके बाद स्थानीय लोग नंदनी को इलाज के लिए एक चिकित्सक के यहां ले गए। चिकित्सक की सलाह पर उसे दूसरे अस्पताल ले जा रहे थे कि रास्ते में ही उसकी मौत हो गई। इधर मंगलवार की सुबह स्वजन को जानकारी हुई कि अठगांवा स्टेडियम के पास नायकडीह मार्ग पर मुठभेड में विकास को गोली लगी है और वह सैदपुर सरकारी अस्पताल में भर्ती है। इसके बाद पुलिस के प्रति ग्रामीणों का आक्रोश बढ़ गया और सभी जिला मुख्यालय पर जुट गए.
आपरेशन लंगड़ा की खुली कलई
जिले में पुलिस का आपरेशन लंगड़ा कुछ माह से काफी जोर-शोर से चल रहा है। प्रत्येक माह में एक या दो बदमाशों से पुलिस की मुठभेड़ हो ही जाती है और गोली बदमाश के पैर में लगती है। अब सवाल ये है कि पुलिस जब किसी को उसके घर या ननिहाल से उठाती है, तो फिर किस आधार पर उसका हाफ इनकाउटर कर देती है।
नहीं था कोई जवाब
क्योंकि मंगलवार को एसपी कार्यालय पर प्रदर्शन कर रहे विकास यादव उर्फ विक्की के स्वजन, उसके गांव के ग्रामीण और सपा के विधायक पुलिस से बार-बार यही पूछ रहे थे, जिसका जवाब पुलिस के पास नहीं था। यही कारण रहा कि जनाक्रोश और बढ़ गया और पुलिस-प्रशासन के विरोध में जमकर नारेबाजी होने लगी.
बुलाई कई थानों की फोर्स
बवाल बढ़ता देखकर आसपास के थानों से सैकड़ों की संख्या में पुलिस के जवान बुला लिए गए। वाराणसी से डीआईजी अखिलेश कुमार चौरसिया भी पहुंच गए। संबंधित पुलिसकर्मियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई का आश्वासन दिया, तब जाकर ग्रामीण शांत हुए। पुलिस ने पत्नी के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। पोस्टमार्टम की प्रक्रिया की वीडियोग्राफी कराई जाएगी।
गुमसुम बैठे रहे तीन मासूम
विकास की पुत्री पांच वर्षीय खुशी और दो पुत्र तीन वर्षीय राज व दो वर्षीय रुस्तम हैं। पुलिस मुठभेड़ में पिता को गोली लगने और पुलिस के साथ धक्का-मुक्की में मां की मौत की सूचना के बाद तीनो गुमसुम थे। उन्हें समझ ही नहीं आ रहा था कि उनके साथ क्या हो गया है। उनकी मां नंदनी की मां प्रमिला और पिता गोरखनाथ भी एसपी कार्यालय पहुंचे थे। बच्चे उन्हीं के पास गुमसुम बैठे रहे।
विकास पर दर्ज हैं 12 मुकदमे
पुलिस के अनुसार विकास यादव काफी शातिर किस्म का बदमाश है। उसके खिलाफ दुष्कर्म सहित मारपीट, शराब तस्करी, गैंगस्टर, गौ वध आदि के कुल 12 मुकदमे दर्ज हैं। इससे पहले भी पुलिस उसे गिरफ्तार कर चुकी है। दोबारा इन मामलों में संलिप्त होने के कारण पुलिस उसकी गिरफ्तारी के लिए चंदवक के उचहुवां पहुंची थी.