वाराणसी (ब्यूरो)। वाराणसी शहर में बुधवार को भाजपा के दिग्गज नेता और केंद्रीय मंत्री अमित शाह आ रहे हैं। 2014 की तरह एक बार फिर भाजपा प्रत्याशी पीएम नरेंद्र मोदी के चुनाव प्रचार की कमान संभालेंगे। इस कड़ी में सबसे पहले वह महमूरगंज इलाके के तुलसी उद्यान में केंद्रीय चुनाव कार्यालय का उद्घाटन करेंगे। इसके बाद पास में ही मोतीझील मैदान में होने वाली जनसभा के जरिए उत्तरी, दक्षिणी, कैंट, रोहनियां और सेवापुरी विधानसभा क्षेत्र के कार्यकर्ताओं से सीधे संवाद करेंगे। इस बार जीत नहीं, बल्कि इतिहास रचने के साथ रिकॉर्ड जीत का मंत्र कार्यकर्ताओं को देंगे। वैसे भी इस बार पार्टी ने पीएम मोदी को दस लाख मत दिलाने का लक्ष्य तय किया है। इसके लिए हर बूथ पर कम से कम 370 मत पाने का प्लान भी तैयार किया है।
पुष्प वर्षा और ढोल-नगाड़ों के साथ स्वागत
गृहमंत्री अमित शाह शाम लगभग 5 बजे बाबतपुर एयरपोर्ट पर पहुंचेंगे। हवाई अड्डे से लेकर महमूरगंज केंद्रीय चुनाव कार्यालय तक उनका स्वागत पुष्प वर्षा और ढोल-नगाड़ों के साथ किया जाएगा। इस दौरान बड़ी संख्या में भाजपा के कार्यकर्ता और समर्थक मौजूद रहेंगे। इसको लेकर सुरक्षा व्यवस्था सख्त है। वाराणसी लोकसभा के भाजपा प्रभारी सतीश द्विवेदी ने बताया कि अमित शाह द्वारा 24 अप्रैल की शाम यहां बीजेपी के केंद्रीय चुनाव कार्यालय चुनाव कार्यालय का उद्घाटन होने वाला है। इस कार्यक्रम में वाराणसी लोकसभा सीट के बूथ स्तर तक के कार्यकर्ता भी शामिल होंगे। कार्यक्रम के दौरान अमित शाह वाराणसी लोकसभा सीट के बूथ स्तर तक के कार्यकर्ता भी शामिल होंगे।
2014 में यूपी प्रभारी थे शाह
2014 में जब यह तय हो गया कि नरेन्द्र मोदी यहां से चुनाव लड़ेंगे तो उसके बाद अमित शाह यहां आए और कार्यकर्ताओं को गतिशील करने का कार्य किया। इससे चुनाव में गति आई, लेकिन उस समय आप संयोजक अरविंद केजरीवाल के मैदान में आने के बाद भाजपा के प्रचार अभियान को टक्कर मिली। इसके बाद अमित शाह एक बार फिर मोदी के नामांकन के पहले आए। उन्होंने बूथ लेवल के कार्यकर्ताओं को बुलाकर उत्साह बढ़ाने के साथ तल्ख रवैया भी अपनाया। परिणाम यह हुआ कि मोदी जब मलदहिया चौराहे से नामांकन के लिए चले तो कचहरी तक जनसैलाब उमड़ पड़ा। भीड़ का आलम यह था कि मोदी को मलदहिया से कचहरी नामांकन स्थल पहुंचने में तीन घंटे से अधिक का समय लग गया.
रिकॉर्ड जीत का लक्ष्य
परिणामस्वरूप पूरे चुनाव की हवा बदल गई और मोदी रिकॉर्ड मतों से विजयी हुए। यही हाल 2019 में रहा अमित शाह ने न केवल मोदी के केंद्रीय चुनाव कार्यालय का उद्घाटन किया, बल्कि पूरे चुनाव की रणनीति के केंद्र में रहे। एक बार फिर वह मोदी के केंद्रीय चुनाव कार्यालय का उद्घाटन करने आ रहे हैं। इस बार जीत नहीं बल्कि रिकॉर्ड जीत का पार्टी का लक्ष्य है। ऐसे में अमित शाह का यह आगमन महत्वपूर्ण माना जा रहा है.