वाराणसी (ब्यूरो)। नगर निगम ने स्टैंड संचालकों को एम पास मशीन से पर्ची (रसीद) काटने व शुल्क लेने का निर्देश दिया है। लेकिन कई ई-रिक्शा व आटो स्टैंड संचालक मनमानी व फर्जी तरीके से अवैध वसूली कर रहे हैं। इसके लिए स्टैंड संचालक फर्जी पर्ची (रसीद) इस्तेमाल कर रहे हैं। इस पर्ची पर Óनगर निगम शुल्क वाराणसीÓ मोटे-मोटे अक्षरों में लिखा है लेकिन क्रमांक नंबर गायब है। निगम ने इसे गंभीरता से लिया है। ऐसे स्टैंड संचालकों के खिलाफ विधिक कार्रवाई करने का निर्णय लिया है।
कई दिनों से शिकायत
नगर निगम को कई दिनों से शिकायत मिल रही थी कि कुछ स्टैंड संचालक एम पास मशीन के स्थान पर अब भी मैनुअल पर्ची काट रहे हैं। इसकी पड़ताल के लिए नगर आयुक्त अक्षत वर्मा ने गुरुवार को स्वयं कैंट स्टेशन के सामने फ्लाईओवर के नीचे (ई-रिक्शा चार्जिंग स्टेशन के पास) आटो स्टैंड पर छापा मारा। छापे के दौरान शिकायत सही मिली।
विधिक कार्रवाई करने का निर्देश
आटो स्टैंड पर मैनुअल रसीद के माध्यम से वसूली की जा रही थी। जांच के दौरान नगर आयुक्त को आटो स्टैंड संचालक रमाशंकर पांडेय के नाम से छपी अवैध पर्ची भी मिली। इसमें चार घंटे के लिए दस रुपये व इससे अधिक समय के लिए 15 रुपये भी छपा था। क्रमांक संख्या गायब थी। नगर आयुक्त ने सभी पर्ची जब्त कर लिया। साथ ही सहायक नगर आयुक्त अनिल यादव को संबंधित स्टैंड संचालक के खिलाफ नियमानुसार विधिक कार्रवाई करने का निर्देश दिया।
टेंडर निरस्त का करने नोटिस देने की तैयारी
नगर आयुक्त के निर्देश पर सहायक नगर आयुक्त दुर्गाकुंड स्थित स्टैंड की जांच की। यहां भी अवैध पर्ची से वसूली की जा रही थी। सहायक नगर आयुक्त ने मैनुअल पर्ची जब्त करते हुए एम पास मशीन से स्टैंड का शुल्क लेने का निर्देश दिया। उधर, नगर आयुक्त के निर्देश पर राजस्व विभाग ने दोनों स्टैंड ठेकेदार के खिलाफ विधिक कार्रवाई की प्रक्रिया शुरू कर दी है। इसके तहत अनुबंध की शर्तों का उल्लंघन करने के आरोप में टेंडर निरस्त करने की नोटिस देने की भी तैयारी की जा रही है। बहरहाल, नगर आयुक्त के कड़े रुख से स्टैंड संचालकों में खलबली मची हुई है। नगर आयुक्त ने सभी स्टैंड संचालकों से एम पास डिवाइस से ही शुल्क लेने का निर्देश दिया है। इसका अनुपालन न करने पर संबंधित के खिलाफ नियमानुसार वैधानिक कार्रवाई करने की चेतावनी दी है.