वाराणसी (ब्यूरो)। शहर में बाहरी वाहनों की बढ़ती संख्या से आए दिन जगह-जगह जाम की समस्या सामने आ रही है। जाम को लेकर प्रशासन और सरकार दोनों गंभीर है। बनारस को जाम से मुक्त कराने के लिए हर दिन मंथन और नये प्लान पर चर्चा हो रही है। अब गंगा नहीं, बल्कि वरुणा नदी के सहारे शहर के ट्रैफिक लोड कम करने की कवायद शुरू हो गई है। कुछ दिन पहले कमिश्नर कौशलराज शर्मा ने दो पहिया वाहन के लिए वरुणा कॉरिडोर को खोलने का आदेश दिया। इसी बीच ट्रैफिक पुलिस पुलिस यातायात ने एक कार्ययोजना तैयार की है, जिसमें वरुणा नदी किनारे दोनों तरफ एलिवेटेड रोड बनाने का प्रस्ताव जिला प्रशासन को दिया है.
पांच विभाग को मिली जिम्मेदारी
कमिश्नर कौशलराज शर्मा ने वरुणा नदी की दोनों तरफ प्रस्तावित एलिवेटेड रोड को लेकर पांच विभागों की समिति गठित करते हुए सर्वे करने का निर्देश दिया है। एलिवेटेड रोड रोहनिया से शुरू होकर चांदपुर चौराहा से होते हुए वरुणा नदी किनारे दोनों तरफ बनेगी। एक सड़क ङ्क्षरग रोड, दूसरा दैनिक जागरण कार्यालय के पास और तीसरा शास्त्री घाट होते हुए आदिकेशव घाट तक जाएगी। इस कार्ययोजना को साकार करने के लिए लोक निर्माण, सेतु निगम, नगर निगम, यातायात और राजस्व विभाग को जिम्मेदारी सौंपी गई है.
सर्वे के बाद तैयारी हुई कार्ययोजना
शहर में बढ़ते वाहनों के दबाव और जाम को देखते हुए एडीसीपी डीके पुरी ने अपने स्तर से सर्वे कर एक कार्ययोजना पिछले दिनों कमिश्नर के समक्ष रखा था। बैठक में अन्य विभागों के सहमति जताने पर कमिश्नर ने पांच सदस्यीय कमेटी गठित कर सर्वे करने को कहा है, जिससे आने वाले खर्च का आकलन किया जा सके। इसमें कितनी जमीन सरकारी और निजी होगी। जमीन, मकान, अन्य खर्च तथा एलिवेटेड रोड बनाने में आने वाले खर्च का आकलन करेगी।
ऐसे बनेगी एलिवेटेड रोड
रोहनिया जगतपुर इंटर कालेज से शुरू होकर सीधे चांदपुर इंडस्ट्रियल स्टेट तक जाएगी। फुलवरिया में वरुणा के दोनों तरफ दो-दो लेन सड़क बनेगी। एक रोड वरुणा नदी में फुलवरिया से सनबीम वरुणा, छावनी क्षेत्र से एडीजी कार्यालय होते हुए दैनिक जागरण कार्यालय के पास। दूसरा शिवपुर रेलवे क्राङ्क्षसग होते हुए ङ्क्षरग रोड तथा तीसरा शास्त्री घाट, चौकाघाट, पुरानापुल, नक्खीघाट, शैलपुत्री देवी होते हुए आदिकेशव घाट तक जाएगी.
शहर को जाम से मुक्त करने के लिए लगातार प्रयास हो रहा है। इसी क्रम में पूरे शहर का सर्वे कराया गया, जिसमें वरुणा नदी पर एलिवेटेड रोड की जरूरत सामने आई। इसके बनने से काफी हद तक जाम से निजात मिल सकती है। एलिवेटेड रोड की कार्ययोजना बनाकर जिला प्रशासन को दिया है.
- डीके पुरी, एडीसीपी, यातायात