वाराणसी (ब्यूरो)। पुलिस के डर से भर भागे युवक की हत्या कर दी गई। हाथ-पैर काटकर शव को दानपुर ङ्क्षरग रोड के किनारे झाडिय़ों में फेंक दिया। पहचान छुपाने के लिए उसे जलाने का प्रयास भी किया। शनिवार को बकरी चराने गए बालक ने शव को देखकर स्थानीय लोगों को सूचना दी। युवक की पहचान नितेश कुमार मौर्य (18 वर्ष) के रूप में हुई। सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर जांच की। शिवपुर थाना क्षेत्र के दांदूपुर निवासी नितेश कुमार चांदमारी पुलिस चौकी के सामने स्थित ज्वेलरी की दुकान में काम करता था। मां ममता देवी के अनुसार शुक्रवार की रात नौ बजे दुकान से घर आया। इसके बाद अपने एक दोस्त की जन्मदिन पार्टी में शामिल होने चला गया। वहां से आने के बाद घर में सो रहा था। रात लगभग 11.30 बजे दो पुलिसकर्मी और चांदमारी का रहने वाला संजय गौड़ उसके घर पहुंचे। किशोरी के अपहरण के मामले में शामिल होने का आरोप लगाते हुए उसे गिरफ्तार करने के लिए कहने लगे। पुलिस के आने की जानकारी से नितेश बुरी तरह से घबरा गया। घर की दीवार फांदकर घर के पीछे मौजूद बगीचे की ओर भाग गया। थोड़ी देर बाद उसकी तलाश करने के बाद पुलिसकर्मी लौट गए।
परिजनों ने रातभर की तलाश
पुलिसकर्मियों के जाने के बाद स्वजन नितेश की तलाश में निकले। पूरी रात बगीचे से लेकर ङ्क्षरगरोड तक देखते रहे लेकिन उसका कहीं पता नहीं चल सका। शनिवार की शाम चार बजे बालक बकरी चराने गया तो झाडिय़ों में जला हुआ शव के देखकर शोर मचाया। शोर सुनकर आसपास के लोग जुट गए। दाहिने हाथ पर नितेश कुमार का टैटू था। इसकी जानकारी होने पर थोड़ी ही दूर पर रहने वाले नितेश के स्वजन भी आ गए और शव की पहचान की।
धमकी देते रहे पुलिसकर्मी
बड़ा लालपुर के रहने वाले व्यक्ति ने अपनी 13 साल की बेटी के अपहरण का आरोप लगाते हुए दानूपुर के रितिक गौड़, विनय गिरी व एक युवती के खिलाफ मुकदमा शिवपुर थाने में दर्ज कराया है। इसी मामले में पूछताछ के लिए रितिक का चाचा संजय गौड़ दो पुलिसकर्मियों के साथ शुक्रवार की रात नितेश के घर पहुंचा था। उसका कहना था कि रितिक का दोस्त नितेश है। और उसे पता है कि वह किशोरी के साथ कहां छुपा है। पुलिसकर्मी नितेश के स्वजन को धमकी देते रहे। नितेश की मां का कहना कि रात में बेटे की तलाश करने दौरान उसे झाडिय़ों के पास आग दिखाई दी लेकिन वह समझ नहीं पाई थी कि उससे बेटे की हत्या करके उसके शव को जलाया जा रहा है।
हत्यारों की तलाश में लगीं पुलिस की आठ टीमें
शव मिलने की सूचना पर पहुंचे डीसीपी वरुणाजोन चंद्रकांत मीणा के निर्देश पर हत्यारों की तलाश के लिए पुलिस की आठ टीमें गठित की गई हैं। उन दो पुलिसकर्मियों के बारे में भी पता लगाया जा रहा है जो नितेश के घर गए थे। नितेश दो भाई एक बहन में सबसे छोटा था। उसके पिता की आठ साल पहले मौत हो चुकी है।