वाराणसी (ब्यूरो)। शहर के विकास कार्यों में सबसे कज्जाकपुरा रेलवे ओवर ब्रिज (आरओबी) एक बदनुमा दाग है। परियोजना विभिन्न कारणों से काफी लेटलतीफ है। इसे देखने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शनिवार को निर्माण स्थल पहुंचे। वहां आरओबी के विषय में जानकारी लेने के बाद उन्होंने स्पष्ट निर्देश दिया कि आगामी दिसंबर तक योजना को हर हाल में पूरा कर लिया जाए।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने निर्माणाधीन आरओबी का निरीक्षण किया। इसके बाद पुल के नक्शे को एलईडी स्क्रीन पर देखा। प्रोजेक्ट मैनेजर एसके निरंजन ने उन्हें बताया कि कज्जाकपुरा से सरैया तक आरओबी की लंबाई 1355 मीटर है। इस पर 14452 करोड़ रुपये की लागत आई है। पुल का निर्माण कार्य 2019 को सेतु निर्माण निगम ने शुरू किया। जानकारी होने पर योगी ने जिलाधिकारी एस राजङ्क्षलगम को कहा रेलवे से संपर्क बना कर इसमें आने वाली बाधा को दूर करें। यह परियोजना शहर के लिए लाइफ लाइन है इसे समय से जनता को समर्पित करें।
सेंट्रल जेल में बने 48 आवास के निर्माण कार्य को देखा
इसके पूर्व योगी सर्किट हाउस से सीधे सेंट्रल जेल पहुंचे। वहां पर जेल कर्मियों के लिए बन रहे 48 आवास का निरीक्षण किया। इसका काफी कार्य पूरा हो गया है। निर्माण निगम इकाई ने तीन तल का आवास तैयार किया है। इसके साथ ही जेल के अंदर छह बैरक भी बन रहे हैं।
सावन में दूसरी बार किए बाबा विश्वनाथ के दर्शन
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को श्रावण मास में बाबा विश्वनाथ व काशी के कोतवाल काल भैरव का दूसरी बार दर्शन-पूजन किया। इसके पहले योगी ने श्रावण मास के पहले सोमवार को श्री काशी विश्वनाथ का दर्शन किया था।
योगी ने बाबा के गर्भगृह में जाकर षोडशोपचार पूजन कर लोककल्य़ाण की कामना की। योगी ने काशी विश्वनाथ व कालभैरव मंदिर में 125वीं बार दर्शन-पूजन किया। सवा सौ बार हाजिरी लगाने वाले योगी आदित्यनाथ इकलौते मुख्यमंत्री हैं। यह सनातन के प्रति उनके समर्पण का भाव दिखाता है। बतौर सीएम योगी आदित्यनाथ मार्च 2023 में बाबा के दर्शन का शतक लगा चुके हैं। बाबा दरबार से निकलते समय मुख्यमंत्री ने बच्चों से बातचीत की और उन्हें प्रसाद व चाकलेट भी दिया। काल भैरव मंदिर से निकलने और बाबा विश्वनाथ मंदिर पहुंचने पर जलाभिषेक करने आए भक्तों का मुख्यमंत्री योगी ने अभिवादन किया। वहीं सीएम को देखकर बाबा के भक्तों ने भी हर-हर महादेव का जयकारा लगाया।