वाराणसी (ब्यूरो)। आज के दौर में युवाओं को जॉब मिलना एक कठिन टास्क जैसा हो गया है। सैकड़ों स्टूडेंट पढ़ाई में तो अच्छे होते हैं, पर स्किल्स में पीछे रह जाते हैं। जिस कारण उन्हें बेरोजगारी का भी सामना करना पड़ता है। भविष्य में बार-बार ऐसा न हो। काशी विद्यापीठ में स्टूडेंट्स के स्किल्स एंड कॅरियर को सहीं दिशा देने के लिए सेवायोजन कार्यालय द्वारा तीन दिन की वर्चुअल वर्कशॉप का आयोजन किया गया था। इस वर्कशॉप में कई स्टूडेंट के साथ कॅरियर काउंसलर भी जुड़े। वर्कशॉप इम्पोर्टेंस ऑफ करियर गाइडेंस फॉर करियर बिल्डिंग की थीम पर आयोजित थी। वर्कशॉप में कई विशेषज्ञ भी जुड़े, जिनकी नॉलेज और एक्सपीरियंस से प्रेरित होकर स्टूडेंट को कॅरियर में आगे बढऩे के लिए कहा गया। वहीं, बच्चों के क्वेश्चन के भी आंसर दिए गए।
सेल्फ असेसमेंट करना जरूरी
वर्कशॉप में सबसे पहले सेल्फ असेसमेंट करने के लिए कहा गया। साथ ही विभिन्न तकनीकी के माध्यम से अपनी क्षमता व विषय रूचि को पहचानने व उसी के अनुरूप अपना लक्ष्य निर्धारित करने के लिए कहा गया। वर्कशॉप में जुड़े विशेषज्ञों ने स्टूडेंट को सॉफ्ट स्किल्स डेवलपमेंट की भी पूरी जानकारी दी। इस दौरान काशी विद्यापीठ के वर्कशॉप की प्रमुख प्रो। शेफाली वर्मा टकराल, करियर काउंसलिंग प्रभारी मदन लाल की उपस्थिति रही।
स्टूडेंट्स को किया गाइड
वर्कशॉप में इफेक्टिव रिज्यूमे सब्जेक्ट पर गाइडेंस दिया गया। काउंसलर ने वर्चुअल वर्कशॉप में कहा कि जॉब के लिए स्टूडेंट के पास इफेक्टिव रिज्यूमे का होना बहुत ही आवश्यक है। साथ ही स्टूडेंट को ये भी बताया कि अपना रिज्यूमे किस फॉरमेट में रेडी करें। वहीं ये भी कहा गया कि रिज्यूम में वही लिखा जाए, जिसकी पूरी जानकारी हो।