वाराणसी (ब्यूरो)। श्री काशी विश्वनाथ मंदिर में 7 अक्टूबर को सप्तऋषि आरती के बाद स्पर्श दर्शन करने के लिए गर्भगृह में अत्यधिक दर्शनार्थियों की वजह से एक महिला मुख्य ज्योतिर्लिंग के अरघे में गिर गई थी। पुलिस उपायुक्त सुरक्षा ने इस मामले में लापरवाही मानते हुए आठ पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया। महिला के अरघे में गिरने का मामला सोशल मीडिया प्लेटफार्म इंस्टाग्राम, फेसबुक, ट्विटर पर लगातार वायरल होने लगा। पब्लिक ने भी कमेंट कर अपनी प्रतिक्रिया दे डाली। इसके बाद मंदिर प्रशासन ने पांच दिनों तक स्पर्श दर्शन पर रोक लगाने का निर्णय लिया।
श्री काशी विश्वनाथ मंदिर में स्पर्श दर्शन रोक कोई पहली बार नहीं है। साल भर में पांचवीं बार रोक लग चुकी है। नए साल पर भक्तों की भीड़ को देखते हुए स्पर्श दर्शन पर रोक लगा दी जाती है। इसके बाद शिवरात्रि पर उमडऩे वाली भीड़ को देखते हुए स्पर्श दर्शन पर रोक लगाकर झांकी दर्शन की छूट दी जाती है। फिर सावन माह में पूरे एक महीने तक स्पर्श दर्शन पर रोक रहती है।
मंदिर प्रशासन लेगा निर्णय
सावन माह खत्म होने के बाद स्पर्श दर्शन पर से रोक हटा दी जाती है। तब से अनवरत भक्त बाबा का स्पर्श दर्शन करते हैं, लेकिन इस बार दो दो दिन पहले बाबा के अरघा में महिला के गिर जाने से फिर से स्पर्श दर्शन पर पांच दिनों के लिए रोक लगा दी गई है। इसके बाद श्री काशी विश्वनाथ न्यास जो निर्णय लेगा। उसका पालन किया जाएगा।
झांकी दर्शन को कतार
श्री काशी विश्वनाथ मंदिर में नवरात्रि के दिनों में बाबा के झांकी दर्शन की व्यवस्था होने से श्रद्धालुओं को दिक्कत हो रही है। वह समझ नहीं पा रहे हैं कि इस समय कोई बड़ा पर्व नहीं है फिर भी स्पर्श दर्शन पर रोक है। फिलहाल बाबा के गर्भगृह के पास सुरक्षा-व्यवस्था चाक चौबंद है। दूर से ही श्रद्धालु झांकी दर्शन कर वापस चले जा रहे हैं। नवरात्र के दिनों में श्री काशी विश्वनाथ मंदिर में मां का दर्शन करने के बाद बाबा का भी दर्शन करने के लिए भीड़ आ रही है।
पांच दिनों तक रोक
श्री काशी विश्वनाथ मंदिर के एसडीएम शंभूशरण ने बताया, श्री काशी विश्वनाथ बाबा के स्पर्श दर्शन पर पांच दिनों के लिए रोक लगाई गई है। इसके बाद श्री काशी विश्वनाथ न्यास परिषद जो निर्णय लेगा। उसका पालन किया जाएगा। वहीं, श्री काशी विश्वनाथ न्यास परिषद के अध्यक्ष नागेन्द्र पाण्डेय का कहना है कि अभी मंदिर में झांकी दर्शन हो रहा है। आगे कोई प्रस्ताव आएगा तो उस पर विचार किया जाएगा।
मंदिर में भक्तों के झांकी दर्शन की व्यवस्था की गई है। प्रतिदिन 50 हजार से अधिक भक्त बाबा का दर्शन करने आ रहे हैं।
शंभूशरण, एसडीएम, श्री काशी विश्वनाथ मंदिर
श्री काशी विश्वनाथ मंदिर में नए साल, शिवरात्रि, होली और सावन के महीनों में स्पर्श दर्शन पर रोक रहती है। बाकी दिनों में स्पर्श दर्शन भक्त करते हैं।
नागेन्द्र पाण्डेय, अध्यक्ष श्री काशी विश्वनाथ न्यास परिषद
कब-कब स्पर्श दर्शन पर रहती रोक
- नए साल पर भी भीड़ को देखते हुए।
- महाशिवरात्रि पर श्रद्धालुओं की भीड़
- होली पर हुड़दंग को देखते हुए
- सावन माह में एक महीने तक रोक
एक्स पर आए रिएक्शन
ञ्च4द्गह्यद्ध4ड्डस्रड्ड1१९०६१६ ने ट्वीट किया कि ये हाल तब है, जब दर्शन के पैसे लगते हैं।
ञ्चछ्वह्यद्बठ्ठद्दद्ध१४२१५५४ ने ट्वीट किया, जय काशी विश्वनाथ, सबकी रक्षा करें।
ञ्चत्रड्डह्वह्म्ड्ड1रूड्डठ्ठद्बञ्जह्म्द्बश्च ने ट्वीट किया, हर समय स्पर्श दर्शन की व्यवस्था कर दें कुछ घंटों के लिए ही क्यों।
ञ्चहृड्डह्लद्बशठ्ठद्घद्बह्म्ह्यह्ल८८८ की ओर से ट्वीट किया गया कि यहां स्पर्श दर्शन सिर्फ वीआईपी लोगों को ही क्यों मिलता हैं? प्रोटोकॉल के चक्कर में काशी विश्वनाथ मंदिर में बहुत अराजकता व्याप्त है।
ञ्च2द्गड्डद्यह्लद्ध4_२५ की ओर से ट्वीट किया गया कि लोगों को मूर्ति नही छूनी चाहिए फिर चाहे वो कोई भी हों, पंडितों के अलावा।