वाराणसी (ब्यूरो)। कैंट थाना क्षेत्र के टकटकपुर में सोमवार दोपहर एक कबाड़ गोदाम में लगी आग के बीच गल्ले में रखे दस हजार रुपये निकालने के चक्कर में गोदाम मालिक की पत्नी की आग में झुलसने से उसकी मौत हो गई। जहां हादसा हुआ उसके पास में ही गैस गोदाम है, जिसमें बड़ी संख्या में गैस सिलेंडर रखे हुए थे। आग यदि वहां पहुंचती तो हादसा और बड़ा हो सकता था। आग लगने की सूचना पर एडीसीपी वरुणा सरवणन टी, एसीपी कैंट विदुष सक्सेना फोर्स के साथ मौजूद रहे।
बड़ागांव के बसनी गोला बाजार निवासी बद्दू ठठेरा टकटकपुर में बाबा ङ्क्षसह की जमीन किराए पर लेकर टीन से घेरकर कबाड़ गोदाम बनाया है। वह पत्नी फूला देवी (55 वर्ष) के साथ यहीं रहता है। सोमवार की दोपहर वह क्षेत्र में कहीं गया हुआ था। पत्नी के देखरेख में को कर्मचारी बाढ़ू और प्रमोद कबाड़ में मौजूद सामानों को छेनी हथौड़ी से तोड़ रहे थे। कबाड़ में ही सीएनजी की टंकी भी थी जिसे तोड़ते समय हथौड़ी से निकली ङ्क्षचगारी से उसमें आग लग गई। जब तक गोदाम में मौजूद लोग कुछ समझते आग तेजी से फैलने लगी। आग को बढ़ते देखक बाढ़ू, प्रमोद व फूला देवी बाहर की ओर भागे। इसी बीच फूला देवी वापस गोदाम की ओर जाने लगी। बाढ़ू व प्रमोद के अनुसार कबाड़ खरीदने के लिए बद्दू हमेशा अपने गल्ले में रुपये रखता था। घटना के समय गल्ले में दस हजार रुपये थे। रुपयों को लेने के लिए फूला देवी गोदाम में फिर गईं तभी लपटें तेज हो गईं और टीन भी नीचे गिर गई। इससे फूला देवी उसमें फंस गई।
जान बचाने की लगाती रही गुहार
लपटों से घिरी फूला देवी जान बचाने की गुहार लगाती रही लेकिन लपटें इतनी तेज थीं कि किसी हिम्मत गोदाम में दाखिल होने की नहीं हुई। आग की चपेट में आने से गोदाम में रखा एलपीजी सिलेंडर भी तेज आवाज के साथ फट गया। इससे वहां मौजूद लोग और दहशत में आ गए। धुएं की वजह से फूला देवी बेहोश हो गई। अग्निशमन कर्मियों ने एक घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। आग बुझाने के बाद गोदाम से फूला देवी के शव को बाहर निकाला गया। उसके को दो लड़के पंकज और विष्णु और एक लड़की गुंजा है।