वाराणसी (ब्यूरो)। चिरईगांव में झाड़-फूंक करने वाले बाबा की दवा खाने से महिला की मौत हो गई, जबकि एक अन्य युवक अस्पताल में ङ्क्षजदगी के लिए जूझ रहा है। महिला ने कमर दर्द से निजात के लिए दवा ली थी, जबकि युवक सिर में चोट लगने से उठने वाले दर्द की दवा खाई थी। गुस्साए ग्रामीण सबक सिखाने पहुंच पाते, उससे पहले ही बाबा दरवाजे पर ताला जड़कर फरार हो गया। चौबेपुर पुलिस फोरेंसिक टीम के साथ मौके पर जांच को पहुंची थी। महिला के पति गणेश प्रसाद ने आरोपित बाबा के खिलाफ केस दर्ज कराने को नामजद तहरीर दी है।
शंकरपुर गांव में शमशेर खान उर्फ खान बाबा झाड़-फूंक करता है। गांव के ही गणेश की पत्नी 50 वर्षीय सुनीता और 28 वर्षीय सनोज खाना बाबा के यहां घरेलू काम करते थे। शुक्रवार शाम सुनीता को कमर में दर्द हुआ, जबकि सनोज सिर में लगी चोट के दर्द से परेशान था। दोनों ने परेशानी बताई तो खाना बाबा ने उन्हें गोलियां खिलाईं। रात में दोनों घर लौटे तो तबीयत बिगडऩे लगी। रात 11 बजे सुनीता को उल्टी-दस्त होने पर चिकित्सक को दिखाया तो सुधार हुआ, लेकिन शनिवार को फिर से मुश्किल हुई तो डाक्टर के यहां ले जाया गया लेकिन बच नहीं पाई। बीमार सनोज को स्वजन ने सीएचसी नरपतपुर में भर्ती कराया। एसीपी डा। अतुल अंजान त्रिपाठी ने बताया कि चौबेपुर थाना प्रभारी विद्याशंकर शुक्ल मौके पर गए थे। महिला झाड़ू पोछा करती थी, जबकि सनोज घर के दूसरे काम निबटाता था। बताया कि खाना बाबा उर्फ शमशेर खान के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच की जा रही है।
--------------------
पांच वर्ष पूर्व बाबा ने बनवाया था मकान
शमशेर खान उर्फ खाना बाबा पांच वर्ष पूर्व शंकरपुर में जमीन खरीदकर मकान बनाकर अपनी पत्नी सीमा खातून के साथ रहता है। मई में सीमा खातून का इंतकाल हो गया। इससे पूर्व खान बाबा दौराकला गांव में रहता था। हालांकि, वह मूल रूप से कहां का निवासी है, इसकी जानकारी पुलिस को भी नहीं है। ग्रामीणों में चर्चा थी कि खान बाबा झाड़-फूंक की दवा खाकर अप्रैल में आशा नामक महिला की भी मौत हुई थी।