वाराणसी (ब्यूरो)।देश-दुनिया में ख्यात रामनगर की रामलीला के लिए पंचस्वरूपों के चयन की प्रक्रिया सोमवार को शुरू कर दी गई। दुर्ग के जवाहिर खाने में काशिराज परिवार के अनंत नारायण ङ्क्षसह की उपस्थिति में 23 बालकों का स्वर परीक्षण किया गया। बालकों ने उच्च स्वर में संस्कृत के श्लोक व रामचरित मानस की चौपाइयों का उच्चारण किया। शाम पांच बजे से शाम 6.30 बजे तक 90 मिनट चले स्वर परीक्षण में कई बालकों में संभावना को देखते हुए दो से ज्यादा बार स्वर उच्चारण कराया गया। अनंत नारायण ङ्क्षसह ने इस दौरान कुछ बालकों के नाम नोट किए। अगले हफ्ते होने वाले द्वितीय स्वर परीक्षण के लिए बीते वर्ष के पंचस्वरूपों के साथ अन्य बालको को आमंत्रित करने का निर्देश दिया।
स्वर परीक्षण में बनारस से सिगरा, चितईपुर, मैदागिन, सोनिया, लक्सा से तो मीरजापुर के चुनार, नारायणपुर और चंदौली के मुगलसराय व गोधना से आए बालक शामिल हुए। रामलीलाधिकारी डा। जेपी पाठक, महंत पं। रघुनाथ दत्त व्यास, शिवदत्त व्यास व आलोक दत्त आदि ने परीक्षण किया। अगले चरण में अंतिम स्वर परीक्षण के बाद सावन मास के कृष्ण पक्ष चतुर्थी (24 जुलाई) को प्रथम गणेश पूजन के साथ चयनित पात्रों का प्रशिक्षण बलुआ घाट स्थित धर्मशाला में महंतों की देख-रेख में प्रारंभ हो जाएगा। द्वितीय गणेश पूजन भाद्रपद के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी (सात सितंबर) को होगा। इस वर्ष विश्व प्रसिद्ध रामलीला अनंत चतुर्दशी पर 17 ङ्क्षसतबर को रावण जन्म व क्षीर सागर की झांकी के साथ शुरू होगी जो 16 अक्टूबर पूर्णिमा के दिन कोर्ट विदाई के साथ समाप्त होगी।