वाराणसी (ब्यूरो)। मल्हनी के सरायख्वाजा के आलमगीरपुर (गौसपुर चकिया) में सोमवार की रात पाही पर सोए व्यक्ति की धारदार हथियार से गला रेतकर हत्या के बाद शव गाड़ देने के आरोपित को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। बुधवार को चालान किए जाने पर न्यायालय ने उसे जेल भेज दिया। पुलिस हत्या का कारण भूमि संबंधी रंजिश बता रही है, जबकि मृतक के स्वजन ने किसी विवाद से इन्कार किया है। इसके बाद उलझ गई पुलिस मामले की तह तक पहुंचने के लिए छानबीन में जुटी है। गांव में जितनी मुंह-उतनी बातें सुनी जा रही हैं।
पाही पर सोए थे लालजी
हरबसपुर निवासी लालजी यादव घर से एक किलोमीटर दूर आलमगीरपुर (गौसपुर चकिया) में पाही पर सोए थे। उनके खेत के बगल में ही निषाद बिरादरी के लोगों का खेत है। रात लगभग नौ बजे लालजी यादव का पुत्र राजेश यादव अपनी पत्नी के साथ पिता को खाना पहुंचाने पाही पर गया तो देखा कि आलमगीरपुर (गौसपुर चकिया) निवासी धर्मेंद्र निषाद कुछ लोगों के साथ उनके पिता की धारदार हथियार से गला रेत रहा था।
चिल्लाते गांव की ओर भागे दंपति
दंपती चीखते-चिल्लाते गांव की तरफ भागे। पुलिस व ग्रामीणों को सूचना दी। पुलिस ग्रामीणों के साथ मौके पर गई तो पाही से लगभग तीन सौ मीटर दूर गड्ढा खोदकर छिपाया गया लालजी यादव का शव मिला। पुत्र राजेश यादव की तहरीर पर पुलिस ने धर्मेंद्र निषाद, उसके पुत्र आजाद निषाद व दो अज्ञात आरोपितों के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कर लिया। सोमवार को पुलिस ने धर्मेंद्र निषाद को मिले सुराग पर धर दबोचा। पुलिस हत्या का कारण भूमि विवाद बता रही है। मृत लालजी यादव के स्वजन ने तहरीर में ऐसी किसी बात का जिक्र नहीं किया है। घटना को लेकर गांव में तरह-तरह की चर्चा है। अधिकतर ग्रामीण हत्यारोपित को सनकी बता रहे हैं।