वाराणसी (ब्यूरो)। मल्हनी : सरायख्वाजा के कयार गांव में मंगलवार की सुबह पुरानी रंजिश व बारजा निर्माण को लेकर विवाद में वृद्ध की हत्या के मामले में पुलिस ने बुधवार को तीन महिला समेत पांच को गिरफ्तार कर लिया। घटना में प्रयुक्त पिस्टल भी बरामद कर लिया गया है। सुरक्षा की ²ष्टि से गांव में पुलिसबल की तैनाती की गई है.
काफी समय से रंजिश
कयार गांव निवासी एजाज अहमद सिद्दीकी वह अरमान अहमद सिद्दीकी के परिवार से मकान व जमीन को लेकर काफी समय से रंजिश चल रही है। एजाज अहमद परिवार के लोग भवन के प्रथम तल का निर्माण कर रहे थे, जिसका एक हिस्सा अरमान अहमद के घर से आगे निकाल कर बनाया जा रहा था। इसकी शटङ्क्षरग हो गई थी। मंगलवार को श्रमिक ढलाई करने के लिए पहुंचे थे, जिसका अरमान पक्ष के लोगों ने विरोध किया तो दोनों पक्षों की तरफ से काफी देर तक पथराव हुआ.
अरमान ने की हत्या
मृतक एजाज अहमद की पत्नी अकीकुन निशा का आरोप है कि विवाद के दौरान अरमान ने उनके पति एजाज अहमद की गोली मारकर हत्या कर दी। अकीकुन ने पहले अरमान के खिलाफ तहरीर दिया था। बाद में उन्होंने छह अन्य का नाम भी घटना में जोड़ दिया। पुलिस ने मुख्य आरोपित अरमान अहमद सिद्दीकी, मां इशरत जहां,हुस्ना बानों, बूआ इरफाना और अरमान के छोटे भाई अबूजर रहमान को तड़के सुबह इटौरा नहर पुलिया के पास से गिरफ्तार कर लिया.
बेटों के सऊदी अरब से आने के बाद किया गया सुपुर्दे-ए-खाक
मल्हनी: एजाज अहमद की हत्या के 33 घंटे के बाद शव को गांव के कब्रिस्तान में सुपुर्दे - ए- खाक किया गया। शव का पोस्टमार्टम घटना के दिन हो गया था, लेकिन तीनों बेटों के सऊदी अरब से आने का इंतजार हो रहा था। उनके आने के बाद बुधवार की शाम शव दफन किया गया। शव दफन न किए जाने की वजह से कई थानों की पुलिस फोर्स मौजूद रही। मृतक एजाज अहमद के तीनों बेटे तबरेज अहमद सिद्दीकी, शाह आलम सिद्दीकी व अब्दुल्लाह सिद्दीकी के पहुंचने के बाद शव को गांव की कब्रिस्तान में दफन किया गया। 33 घंटे तक घर परिवार में चीख - पुकार मची रही। पुलिस कार्यशैली को लेकर भी स्वजन में गुस्सा है। उधर, शव दफन किए जाने के बाद पुलिस ने राहत की सांस ली।