वाराणसी (ब्यूरो)। बदलती लाइफ स्टाइल और खानपान के बीच यह न्यूज सभी के लिए इम्पॉर्टेंट है। पिज्जा, बर्गर, मोमोज ने लिवर पर ऐसा अटैक किया है कि हर दूसरा व्यक्ति फैटी लिवर का शिकार है। आपको यकीन नहीे होता तो बीएचयू की ओपीडी में जाकर देख सकते हैं। डेली 700 पेशेंट ऐसे आ रहे हैं, जो लिवर प्रॉब्लम से परेशान हैं। इनमें 18 से लेकर 40 वर्ष के पेशेंट ज्यादा हैं। यहीं नहीं जब से मोबाइल का चलन बढ़ा, तब से बच्चे भी इसकी चपेट में आ गए हैं। हर पांचवां बच्चा फैटी लिवर की गिरफ्त में है। किसी में अपच की शिकायत है तो किसी का लिवर सिस्टम ही डैमेज हो चला है। दवा करने के बाद भी उन्हें आराम नहीं मिल रहा।
जंकफूड सबसे बड़ा दुश्मन
बीएचयू के गैस्ट्रोएंट्रोलॉजी के हेड आफ डिपार्टमेंट डॉ। देवेश प्रकाश यादव ने कहा, फैटी लिवर होने का सबसे बड़ा दुश्मन है जंक फूड। जब तक लोग पिज्जा, बर्गर, चाऊमीन, मोमोज से परहेज नहीं करेंगे। वह लिवर की समस्या से परेशान रहेंगे, चाहे कितनी भी दवा का सेवन कर लें। जंकफूड खाने वाले करीब 20 हजार पेशेंट हर माह बीएचयू आ रहे हैं। इसके अलावा 5 से 6 हजार बच्चे भी शामिल हैं.
दिनचर्या में शामिल जंकफूड
यंग जनरेशन ने तो अपनी दिनचर्या में जंकफूड को शामिल कर लिया है। स्कूल गोइंग स्टूडेंटस हों या फिर कॉलेज गोइंग स्टूडेंट्स। सभी को जंकफूड की लत लग चुकी है। उनके गार्जिंयंस पर खाना बनाने से बचने के लिए मैगी का पैकेट फाड़ते हैं। तुरंत तैयार होने के बाद बच्चों के टिफिन में भर देते हैं। इससे लिवर डैमेज नहीं होगा तो क्या होगा। अधिक एल्कोहल भी लिवर को डैमेज करती है।
56 परसेंट को मेटाबॉलिक डिजीज
लिवर ट्रांसप्लांट और एचपीबी सर्जरी विभाग के डॉ। पुनीत सिंगला ने कहा, देश में 56 प्रतिशत लोग ऐसे हैं, जिन्हें मेटाबॉलिक एसोसिएटेड लिवर डिजीज है। मेटाबॉलिज्म शरीर के अंदर चौबीसों घंटे चलने वाली एक प्रॉसेस है, जो दो पार्ट में काम करता है। पहले पार्ट में हम जो खाना खाते हैं। उसमें मौजूद न्यूट्रिएंट्स को एनर्जी में बदलता है और इसके बाद दूसरे पार्ट में उस एनर्जी से नए सेल्स बनाता है और पुराने सेल्स को रिजुवनेट करता है।
एक दशक में सबसे आगे होगा भारत
डॉ। यादव का कहना है कि फैटी लिवर के मामले में भारत सात देशों से पीछे है, लेकिन जिस प्रकार से पेशेंट्स की संख्या बढ़ रही है। उसको देखते हुए लगता है कि अगले एक दशक में भारत विश्व में नंबर 1 पर होगा। पहले 40 साल के बाद फैटी लिवर के केस आते थे। जब से मोबाइल का चलन बढ़ा है तब से बच्चों में भी फैटी लिवर के केस आने लगे हैं। बैठे-बैठे मोबाइल देखने से यह समस्या बढ़ रही है।
मेटाबॉलिक रेट बिगड़ा
डॉ। यादव ने कहा, ज्यादातर लोग ये समझ ही नहीं पाते कि उनका मेटाबॉलिक रेट बिगड़ा हुआ है। जिसमें उनके लिवर पर फैट चढ़ रही है। जिसका वक्त रहते इलाज नहीं किया गया तो लिवर सिरोसिस, लिवर फाइब्रोसिस और फिर लिवर कैंसर का जोखिम उठाना पड़ सकता है।
फैटी लिवर के लक्षण
भूख कम लगती है.
वजन तेजी से घटता है.
आंखों में पीलापन.
पैरों में सूजन.
थकान और कमजोरी.
लिवर की बीमारी
फैटी लिवर
सिरोसिस
फाइब्रोसिस
कैंसर
लिवर प्रॉब्लम्स की क्या है वजह
तला-भुना खाना
मसालेदार खाना
फैटी फूड्स
जंक फूड
रिफाइंड शुगर
अल्कोहल
फैटी लिवर के कारण
हाई कोलेस्ट्रॉल
मोटापा
डायबिटीज
थायराइड
स्लीप एप्निया
इनडायजेशन
लिवर का काम
खाना पचाना
इंफेक्शन से लडऩा
शुगर कंट्रोल करना
ब्लड फिल्टर
कोलेस्ट्रॉल कंट्रोल
टॉक्सिन निकालना
न्यूट्रिशन जमा करना
प्रोटीन बनाना
लिवर को कैसे बनाएं हेल्दी
मौसमी फल
साबुत अनाज
लो फैट डेयरी प्रोडक्ट
शाकाहारी खाना खाएं
प्लांट बेस्ड फूड से
फैटी लिवर ठीक
फैक्ट एंड फीगर
700 पेशेंट्स की बीएचयू की डेली ओपीडी
300 बच्चे भी शामिल
इस उम्र के ज्यादा शिकार
20-40
5-10