वाराणसी (ब्यूरो)। वीवीआईपी वाराणसी सीट पर पूरी दुनिया की नजर है। इस सीट के लिए 7 मई से नामांकन प्रक्रिया शुरू हो गई है। इस सीट से कौन लोग चुनाव लड़ रहे हैं, इसका भी पल-पल सोशल मीडिया पर अपडेट लिया जा रहा है। कलेक्ट्रेट स्थित राइफल क्लब में नामांकन के तीसरे दिन गुरुवार को एक भी नामांकन पत्र दाखिल नहीं हुआ। हालांकि सुबह से ही नामांकन पत्र लेने वालों की लंबी लाइन लगी थी, लेकिन बसपा को छोड़कर किसी को नहीं मिला। पर्चा दाखिला से वंचित व नामांकन पत्र न मिलने से नाराज उम्मीदवारों ने जिला प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। दोपहर तीन बजे नामांकन का समय समाप्त होते ही लोगों का धैर्य जवाब दे गया और वे धरने पर बैठ गए। आरोप लगाया कि सरकार के दबाव में प्रशासन काम कर रहा है। लाइन में सबसे पहले भाजपा कार्यकर्ता खड़े कराए जा रहे हैं। कोशिश है कि कम से कम लोग पर्चा भरें और जांच में सभी का पर्चा खारिज कर भाजपा की ओर से घोषित प्रत्याशी नरेन्द्र मोदी को निर्विरोध घोषित कर दिया जाए। शाम चार बजे तक शोर मचाने वालों की प्रशासन ने कोई सुधि नहीं ली.
दो घंटे चला हंगामा
राइफल क्लब के बाहर सुबह 11 बजे से लाइन लगनी शुरू हो गई थी। शुरुआत में कुछ लोगों को अंदर भेजा गया, लेकिन काफी देर तक वे अंदर ही रहे और बाहर नहीं आए। इस पर लाइन में लगे उम्मीदवारों को पुलिस अधिकारियों की ओर से संतोषजनक जवाब नहीं मिला तो दोपहर लगभग दो बजे सभी उम्मीदवारों ने हंगामा शुरू कर दिया। पुलिस अधिकारियों के रवैये से आहत लोगों ने नारेबाजी शुरू कर दी। लोगों ने जिला निर्वाचन अधिकारी पर तमाम गंभीर आरोप लगाए। भाजपा प्रत्याशी का नाम लेकर सरकार के दबाव में प्रशासन पर काम करने का आरोप लगाया। महिला वकील अकेले ही सड़क पर बैठ गई और जिला निर्वाचन आयोग पर नामांकन से रोकने का आरोप लगाया। शाम चार बजे तक हंगामा और नारेबाजी का सिलसिला जारी था.
बैंक में चालान फाड़ा
सहरसा बिहार के रमाशंकर ने बताया कि एक निर्दल प्रत्याशी के रूप में यहां से चुनाव लडऩे के लिए आए हैं। एसबीआई की मुख्य शाखा में चालान जमा किया। एक पुलिसकर्मी व दो नेता जैसे दिख रहे लोगों ने चालान लेते हुए कहा कि हम आपके लिए प्रस्तावक लाएंगे। इसके बाद चालान फाड़ दिया। रमाशंकर ने बताया कि इसकी शिकायत पुलिस आयुक्त से की है।
पांच घंटे लाइन में
मौलिक अधिकार पार्टी की अधिवक्ता संगीता विश्वकर्मा ने बताया कि सुबह से ही प्रत्याशी के साथ लाइन में लगे हैं, लेकिन नंबर नहीं आया। पूछने पर एक ही जवाब मिल रहा था कि अभी अंदर कुछ लोग हैं। दिल्ली से नामांकन करने आए भारतीय परिवार पार्टी के उम्मीदवार हरप्रीत ङ्क्षसह सैनी ने कहा कि सुबह 11 बजे से लाइन में लगे रहे। तीसरे नंबर पर थे, दोपहर तीन बजे समय समाप्त हो गया पर नामांकन फार्म नहीं मिला। साजिश के तहत यह सब हो रहा है।
लोकतंत्र की हो रही हत्या
बिहार के दरभंगा से नामांकन करने आए जनता पार्टी के उम्मीदवार गोपाल प्रसाद खटीक ने कहा कि सभी जगह चालान व नामांकन पत्र एक साथ मिलते हैं, लेकिन यहां चालान के बाद नामांकन पत्र दिया जा रहा है, ताकि आप आजिज आकर यहां नामांकन न कर सकें। लोकतंत्र की हत्या हो रही है। बनारस के डा। हेमंत व राजस्व दस्तावेज में मुर्दा संतोष मूरत ङ्क्षसह ने कहा कि चालान जमा कर दिए हैं पर लंबी लाइन के कारण अब तक नामांकन पत्र नहीं मिला है।
गुरुवार को कोई प्रत्याशी नामांकन के लिए नहीं आया था, इसलिए तीसरे दिन नामांकन जीरो था। हालांकि नामांकन पत्र और चालान लेने वालों की लंबी कतार थी। भीड़ की वजह से लोगों को नामांकन पत्र नहीं मिल पाया होगा.
विपिन कुमार, उप जिला निर्वाचन अधिकारी