वाराणसी (ब्यूरो)। महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ में पढ़ाई से ज्यादा लड़ाई के लिए फेमस हो गया है। यह महाविद्यालय अब आंदोलनों का गढ़ बनता जा रहा है। आए दिन छात्र किसी न किसी मामले को लेकर आंदोलनरत हो रहे हैं। ताजा मामला शुक्रवार उस वक्त का है जब मेस में खाना न मिलने से नाराज सैकड़ों की संख्या में छात्र-छात्राएं प्रशासनिक भवन के सामने धरने पर बैठ गए। स्टूडेंट्स का आरोप है कि परिसर में तीन छात्रावास में चलने वाले मेस के संचालक और कर्मचारी छात्र-छात्राओं के शुल्क लेकर फरार हो गए हैं। इसके कारण उन्हें आज कुछ भी खाने को नहीं मिला, सभी स्टूडेंट्स को भूखे रहना पड़ा, जबकि इसके लिए सभी ने मेस संचालक को पूरे माह का पैसा अदा किया था।
10 लाख का गबन
इसकी सूचना जब महाविद्यालय के अन्य छात्र-छात्राओं को मिली तो सैकड़ों की संख्या में प्रशासनिक भवन पहुंचे स्टूडेंट्स ने भी विश्वविद्यालय प्रशासन के खिलाफ प्रदर्शन शुरू कर दिया। छात्र-छात्राओं ने बताया कि मेस संचालित करने के नाम पर उनसे प्रति छात्र 3 हजार रुपए लिए गए थे। 2 दिन मेस संचालित किए जाने के बाद कर्मचारी फरार हो गए। ऐसे में विश्वविद्यालय के तीन मेस से करीब 10 लाख रुपए लेकर मेस संचालक फरार हो गया।
महज तीन दिन खाना
छात्र नेता अभिषेक यादव ने बताया कि मेस संचालक जो पैसा लेकर भागा है उसमें मेस स्टूडेंट्स के साथ महाविद्यालय का भी पैसा था, जिसमें तीन दिन ही खाना खिलाया गया। अभिषेक का आरोप है कि इसमें महाविद्यालय के चीफ प्रॉक्टर का भी हाथ है, जिसके चलते वह फरार हुआ है। अब चीफ प्रॉक्टर कह रही हैं कि वह प्राइवेट संचालक था। हम बस इतना मांग कर रहे हैं कि हमें पैसा नहीं हॉस्टल में खाना उपलब्ध कराया जाए।
बंद करा दी कक्षाएं
महाविद्यालय प्रशासन के खिलाफ विरोध प्रदर्शन के दौरान छात्रों ने सभी कक्षाएं बंद करा दी। इसके बाद विवि प्रशासन ने गेट नंबर दो बंद करा दिया। इससे आने-जाने वाले छात्र छात्राओं को भी काफी समस्या हुई। छात्रों के विरोध को देखते हुए प्रॉक्टोरियल बोर्ड की टीम भी मौके पर पहुंची। वहां छात्रों ने बताया कि मेस संचालक को लगभग 90 छात्रों ने पैसा दिया था। छात्रों ने कहा कि महाविद्यालय प्रशासन हम लोगों की सुनवाई नहीं कर रहा है। अगर मेस संचालक को पकड़कर कार्रवाई नहीं होती है तो यह आंदोलन और बड़ा रूप ले लेगा। धरने में जितेंद्र सिंह यादव, अमरनाथ यादव, राज सिंह यादव, शिवम तिवारी, शिवम, दिव्य प्रकाश, दुष्यंत चंद्रवंशी, आलोक रंजन, राहुल तिवारी, विनीत सिंह, आशुतोष तिवारी, संजय यादव समेत सैकड़ों छात्र-छात्राएं शामिल रहें।
क्या बोलीं चीफ प्रॉक्टर
चीफ प्रॉक्टर प्रो। अमिता सिंह का कहना है कि मेस के संचालन को लेकर बच्चे संतुष्ट नहीं हैं। सुबह मेस में भोजन न मिलने से छात्र नाराज होकर धरने पर बैठे हैं। पहले मेस संचालक ने खाना बनाने से मना कर दिया है। दो दिन पहले मेस शुरू हुआ था। भोजन के लिए स्टूडेंट्स ने संचालक के पास जो पैसा जमा किया था, उसे लेकर वार्डन से बात की जा रही हैं। हमारी फस्र्ट प्रियॉरिटी बच्चों के भोजन की व्यवस्था करानी है। अगले टेंडर से इसकी व्यवस्था कराई जा रही है।