वाराणसी (ब्यूरो)। गाजीपुर शहर कोतवाली के कपूरपुर शहरी निवासी दहेज लोभी परिवार ने विवाहिता को प्रताडि़त करने की सभी सीमा लांघ दी। विवाहिता को न सिर्फ कमरे में बंद करके रखते थे, बल्कि कभी-कभार ही उसे खाना-पानी भी देते थे। मायके वालों से भी बात नहीं करने देते। आशंका होने पर विवाहिता के पिता अपनी पुत्री के ससुराल पहुंचे तो अपनी पुत्री को दिए जा रहे यातना को देखकर वह दंग रह गया। तत्काल उसे बंद कमरे से मु1त कराने के साथ ही शहर कोतवाली में पति, सास, ससुर, जेठ व जेठानी के खिलाफ एफआइआर दर्ज कराकर कड़ी कार्रवाई की मांग की।
सैदपुर के खजुरा गांव निवासी श्याम नारायण राम ने अपनी पुत्री सोनी की शादी दो मार्च 2020 को शहर कोतवाली के कपूरपुर शहरी निवासी लुटावन राम के पुत्र अनिल कन्नौजिया के साथ हिंदू रीति-रिवाज के साथ की थी। अपने हैसियत के अनुसार दहेज भी दिया। उन्होंने बताया कि उसकी पुत्री दस माह से अपने ससुराल में पति व परिवार के अन्य सदस्यों के साथ रह रही थी। आए दिन उसकी सास राधिका देवी, ससुर लुटावन राम, जेठ अशोक कन्नौजिया व जेठानी सोनम कन्नौजिया दहेज के लिए प्रताडि़त करते थे। बीते फरवरी माह से सोनी से उसके मायके वालों से बात नहीं हुई थी। जब भी कोई काल करता था तो ससुराल वाले बात नहीं कराते थे। दो मई को श्याम नारायण राम अपने साले झुल्लन राम के साथ अपनी पुत्री के ससुराल पहुंचे। सास राधिका से अपनी पुत्री के बारे में पूछा तो किसी ने कुछ नहीं बताया। तभी सोनी एक कमरे से चीखने-चिल्लाने लगी। आवाज सुनकर कमरे पास पहुंचकर देखे तो उसमें बाहर से ताला बंद था। आस पास के लोगों के सहयोग से ताला तोड़कर उन्होंने अपनी पुत्री को बाहर निकाला। सोनी ने बताया कि सास, ससुर, पति, जेठ व जेठानी इसी कमरे में उसे बंद किए थे। कभी-कभार ही खाना-पानी देते हैं। कमरे से बाहर नहीं आने देते थे। सब लोग मिलकर उसे मारते-पीटते हैं और कहते हैं कि अपने मायके से पांच लाख रुपये लाओ नहीं तो तुमको ऐसे ही रखेंगे। श्याम नारायण अपनी पुत्री को लेकर कोतवाली पहुंचे और एफआइआर दर्ज कराया। कोतवाल दीनदयाल पांडेय ने बताया कि दहेज उत्पीडऩ का मुकदमा दर्ज कर जांच-पड़ताल की जा रही है। दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।