वाराणसी (ब्यूरो)। मीरजापुर चैत्र नवरात्र आज से शुरू हो गया है। इसको देखते हुए नव्य-भव्य विंध्यधाम में संपूर्ण तैयारियां कर ली गई हैं। श्रद्धालुओं की बड़ी भीड़ मां के दर्शन के लिए कतारबद्ध है। विंध्याचल के पं। अजय महराज बताते हैं कि एक दिन पूर्व आठ अप्रैल को प्रतिपदा तिथि रात्रि ११:५५ से प्रारंभ हो गई, ऐसे में रात्रि में १२ बजे के बाद से श्रद्धालु दर्शन करने लगे हैं। इस दौरान विंध्यधाम में मंदिर का कपाट आम दर्शनार्थियों के लिए २० घंटे तक खुले रहेंगे और चार घंटे बंद रहेंगे। कपाट बंद रहने के दौरान भोर में तीन से चार बजे तक मंगला आरती की जाएगी। इसके बाद राजश्री आरती दोपहर १२ से एक बजे तक की जाएगी। संध्या आरती शाम ७ से ८ बजे तथा बड़ी आरती रात ९ से १०:३० बजे तक की जाएगी। मंदिर प्रभारी राजेश मिश्रा ने बताया कि थाना कोतवाली से एक लाइन मंदिर तक आएगी जिससे आने वाले श्रद्धालु सिर्फ झांकी दर्शन ही कर सकेंगे।
इन मार्गों से श्रद्धालुओं को दिया जाएगा प्रवेश :
पुरानी वीआइपी से होकर कृष्ण मंदिर के सामने से होते हुए दानपात्र के पास से मंदिर की ओर दर्शन-पूजन करने को वीआइपी लोगों के लिए व्यवस्था की गई है। इसके अलावा न्यू वीआइपी मार्ग से तीन प्रवेश द्वार बने हैं जिनमें एक तीर्थपुरोहित के लिए अलग लाइन है। वहीं आम दर्शनार्थी के लिए दो लाइनें हैं जो सीधे मंदिर के गर्भगृह तक जा रही हैं। इसके अलावा पक्का घाट और एक जयपुरिया गली से आम श्रद्धालुओं को प्रवेश दिया जाएगा। हवन कुंड भी इस बार दो बनाए गए हैं जिसमें एक आम श्रद्धालु और एक वीआइपी के लिए बनाया गया है।
मजिस्ट्रेट से लेकर पुलिस तक चप्पे-चप्पे पर तैनात
मेला क्षेत्र को १० जोन व २१ सेक्टर में बांटा गया है। इसके अलावा पूरा मेला क्षेत्र जोनल व मजिस्ट्रेट की निगरानी में हैं। पूरे मेला क्षेत्र में २९ स्थानों पर बैरियर लगाए गए हैं। सुरक्षा की दृष्टि से एटीएस के साथ ही दो सौ से ज्यादा पुलिसकर्मी तैनात रहेंगे। इस बार विंध्याचल में भीड़ ज्यादा होने की संभावना है, ऐसे में सभी नाविकों को भी सतर्क कर दिया गया है कि वह क्षमता से अधिक लोगों को न बैठाएं।