वाराणसी (ब्यूरो)। गाजीपुर में सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने बांदा जेल में माफिया मुख्तार अंसारी की हुई मौत को लेकर सरकार पर आरोपों की झड़ी लगा दी। उन्होंने मुख्तार की मौत की तुलना रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के कट्टर विरोधी रहे विपक्ष के नेता एलेक्सी नवलनी की बीते फरवरी में जेल में हुई मौत से कर दी। कहा कि सरकार पर भरोसा नहीं है कि मुख्तार की मौत के मामले की निष्पक्ष जांच कराएगी। सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीश की अध्यक्षता में जांच से ही परिवार को न्याय मिलेगा।
अखिलेश रविवार को मुख्तार के मुहम्मदाबाद स्थित पैतृक आवास पहुंचे और स्वजन से मिलकर शोक संवेदना जताई। मीडिया से बातचीत में उन्होंने कहा कि बांदा जेल की घटना सरकार पर कई सवाल खड़े करती है। मुख्तार ने जहर देने की शिकायत करते हुए अपनी जान को खतरा बताया था। जेल में जो हुआ, सरकार के पास उसका कोई जवाब नहीं है। यह घटना स्तब्ध करने वाली है। हिरासत में मौत के मामले में यह सरकार औरों से आगे जाना चाहती है। न्याय देना सरकार की जिम्मेदारी है, लेकिन यहां न अधिकारी सुनते हैं और न सरकार। महंगाई, बेरोजगारी, पेपरलीक, किसानों के सामने संकट आदि समस्याओं से ध्यान हटाने और राजनीतिक लाभ के लिए सरकार ऐसी घटनाएं करा रही है। लोकसभा चुनाव में भाजपा को जनता सबक सिखाएगी। एक सवाल के जवाब में कहा कि सीएम व डिप्टी सीएम को अपनी भाषा मर्यादा के दायरे में रखनी चाहिए। डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य की भाषा बता रही कि उनसे बड़ा कोई गुंडा नहीं है। पिछले साल बलिया में सूदखोरों के उत्पीड़न से तंग होकर व्यापारी के फेसबुक लाइव होकर जान दे देने की घटना का जिक्र करते हुए भी सरकार को घेरा।
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कनाडा-अमेरिका का हवाला देकर भारत सरकार पर उठाया सवाल
अखिलेश ने भाजपा पर हमला करते हुए कहा कि अब तो भारत सरकार पर दूसरे देश में लोगों की हत्या कराने का आरोप लगता है। क्या विकसित भारत की परिभाषा यह होगी कि हम दूसरे देश में जाएंगे और हत्या करेंगे? नवलनी का नाम लिए बिना कहा कि क्या रूस में विपक्ष के नेता को जेल में जहर देकर नहीं मारा गया। भारत सरकार पर दूसरे देश में लोगों की हत्या कराने का आरोप लगाया गया। क्या कनाडा के प्रधानमंत्री ने भारत पर आरोप नहीं लगाया। किसी का नाम लिए बिना या किसी घटना का उल्लेख किए बगैर कहा, "एक व्यापारी और एक भारतीय अधिकारी अमेरिका में एक हत्या कराना चाहते थे। क्या वह व्यापारी एक दूसरे देश में नहीं पकड़ा गया और जेल में है।'
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अखिलेश ने मुख्तार को बताया जनता का सेवक :
अखिलेश ने सजायाफ्ता मुख्तार अंसारी के बारे में कहा कि वह वैसे बिल्कुल नहीं थे, जैसी उनकी छवि बना दी गई। मुख्तार अंसारी जनता के सेवक रहे हैं। वह जेल में रहते हुए विधायक चुने गए। जनता ने उन्हें पांच बार विधायक बनाया। इसका मतलब है कि वह व उनका परिवार जनता के दुख-दर्द में शामिल रहे। यही इसका नतीजा रहा है कि जनाजे में इतनी अधिक भीड़ उमड़ी।
अखिलेश यादव के आगमन के चलते बंद रही यूसुफपुर बाजार की दुकानें
गाजीपुर : समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के नगर स्थित मुख्तार अंसारी के यूसुफपुर फाटक आवास पर आगमन के कार्यक्रम के चलते यूसुफपुर बाजार की दुकानें पूरी तरह बंद रही। इसके चलते फाटक आवास के इर्द-गिर्द को छोड़ पूरे बाजार में सन्नाटा छाया रहा। अखिलेश यादव के कार्यक्रम में भीड़ को रोकने के लिए प्रशासन की ओर से सभी मुख्य सड़कों पर बैरिकेडिंग कर दिया गया था। इतना ही नहीं, आवास में जाने वालों की सूची पुलिस अधिकारियों को उपलब्ध कराई गई थी, जो गेट पर सूची में अंकित नाम के मुताबिक लोगों का प्रवेश कराते रहे। इस तरह के हालात देख यूसुफपुर बाजार से फाटक जाने वाले सभी मुख्य सड़कों की दुकानें पूरी तरह बंद रही। अखिलेश यादव के जाने के बाद धीरे-धीरे दुकानें खुलना शुरू हुई।