वाराणसी (ब्यूरो)। गाजीपुर कासगंज जेल में बंद मऊ विधायक अब्बास अंसारी बुधवार की शाम कड़ी सुरक्षा में वाहन से पैतृक आवास यूसुफपुर फाटक पहुंचा। आवास पर आयोजित कुरानख्वानी में भाग लिया। परिवार के लोगों के साथ रोजा इफ्तार में भी शामिल हुए। घर पर ही नमाज अदा करने के बाद वह कालीबाग कब्रिस्तान पहुंचे और अपने वालिद मुख्तार अंसारी व दादा- दादी की कब्र पर चादर चढ़ाने के पश्चात फातिहा पढ़ा। इसके बाद अब्बास को जिला जेल भेज दिया गया.
इससे पूर्व मुख्तार अंसारी के पुत्र अब्बास अंसारी को कड़ी सुरक्षा में कासगंज से गाजीपुर जिला जेल लाया गया। मंगलवार की रात पौने आठ बजे कासगंज जेल से चला अब्बास करीब 13 घंटे की यात्रा के बाद बुधवार की सुबह नौ बजे गाजीपुर पहुंचा। सुबह नौ बजे से शाम चार बजे तक उसे जिला जेल के बैरक नंबर दस में रखा गया। शाम करीब चार बजे वह मुहम्मदाबाद के लिए रवाना हुआ। सबसे पहले यूसुफपुर फाटक अपने आवास पर पहुंचा, यहां स्वजन से मिलने के बाद कालीबाग कब्रिस्तान पहुंचा। अपने पिता मुख्तार अंसारी के कब्र पर फातिहा पढऩे के साथ चादर चढाया। कब्रिस्तान स्थल पर सिर्फ पुलिस के जवान थे। अंदर किसी को नहीं जाने दिया गया।
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नवम्बर 2022 से बंद है जेल में
: मुख्तार अंसारी का पुत्र व मऊ सदर से विधायक अब्बास अंसारी नवंबर 2022 से ही जेल में है। फातिहा में शामिल होने के लिए पैरोल मिलने के बाद वह अपने घर फाटक आया था। अब्बास करीब 17 माह बाद अपने घर पहुंचा।
13 अप्रैल को भेजा जाएगा कासगंज जेल
: अब्बास अंसारी को हाई सिक्योरिटी बैरक में रखा जाएगा, जिसमें सांसद अफजाल अंसारी को रखा गया था। सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद अब्बास को गाजीपुर लाया गया है। यहां से 13 अप्रैल को वापस कासगंज जेल भेजा जाएगा। जेल में सीसीटीवी कैमरे से उसकी निगरानी की जा रही है। अब्बास की सुरक्षा को लेकर जेल प्रशासन ने पहले ही अपनी तैयारी पूरी कर
ली थी.