वाराणसी (ब्यूरो)। धार्मिक यात्रा पर आए महाराष्ट्र के अमरावती जिला निवासी 37 वर्षीय देवेश्वर गोङ्क्षवद दास का शव शुक्रवार देर रात शिवगंगा गेस्ट हाउस के कमरा नंबर 102 में गमछे के फंदे से लटकता मिला। दोपहर में सफाई के लिए दरवाजा नहीं खोलने के बाद रात में भोजन के लिए जगाने पर निराशा मिली तो महमूरगंज (भेलूपुर) पुलिस को बुलाया गया तो सच्चाई सामने आई। मृतक के मोबाइल पर आए फोन नंबर पर पुलिस चौकी प्रभारी विवेक पाठक ने फोन किया तो स्वजन सिल्चर में थे, कहाकि पहुंचने में एक-दो दिन लगेगा। प्रभारी निरीक्षक भेलूपुर ने बताया कि देवेश्वर गोङ्क्षवद दास 22 अप्रैल से ही शिवगंगा गेस्ट हाउस में ठहरे थे। उनका मुख्य पेशा लोगों को धार्मिक अनुष्ठान कराना था। अबकी वह अकेले ही काशी आए थे।
नहीं खोला दरवाजा
शुक्रवार रात में गेस्ट हाउस के मैनेजर वृजकिशोर ने महमूरगंज पुलिस चौकी को दोपहर के बाद रात को भी दरवाजा न खोलने का वाकया बताया तो पुलिस फोरेंसिक टीम संग पहुंच दरवाजा तोड़ी तो देवेश्वर गोङ्क्षवद दास का शव उनके ही गमछे के फंदा से सीङ्क्षलग पंखे के हुक से झूलता मिला। चौकी प्रभारी ने बताया कि सिल्चर में जिन लोगों से बात हुई, उन्होंने पहले आने की बात कही, लेकिन दुबारा सिल्चर पुलिस से संपर्क कर मृत देवेश्वर गोङ्क्षवद दास का फोटो मंगवाकर देखने के बाद आने का भरोसा दिए। इस्कान मंदिर प्रबंधन ने भी कहा कि देवेश्वर ने उनके मंदिर से ही दीक्षा ली थी, लेकिन दो वर्षों से जुड़े नहीं हैं।