वाराणसी (ब्यूरो)कम निवेश कर अच्छी कमाई करने का लालच देकर 50 करोड़ की ठगी का मामला सामने आया हैदो साल में तीन गुना पैसा करने की स्कीम दिखाकर करीब 3000 लोगों से डिजिटल करेंसी में इंवेस्ट करवाकर यह ठगी की गई हैएप और वेबसाइट के माध्यम से इस करेंसी में निवेश करवाया गया, इसके बाद एप की वर्किंग ही बंद हो गईनिवेश करने वालों में वाराणसी, रामनगर, प्रतापगढ़, गोपालगंज, प्रयागराज समेत आसपास के जनपदों के लोग हैंशिकायत मिलने पर साइबर क्राइम पुलिस ने कंपनी के कथित एमडी, सीईओ, सुपरवाइजर, एरिया मैनेजर समेत 8 पर एफआईआर दर्ज की है

कंपनी के लोगों ने वाराणसी, रामनगर, चंदौली, प्रतापगढ़, गोपालगंज, प्रयागराज समेत आसपास के जनपदों के करीब तीन हजार लोगों से महंगी डिजिटल करेंसी की खरीदारी कराईफिर लालच दिया और बाद में उनके दाम सस्ते बताकर कंपनी को घाटा दिखाकर बंद कर दियाआरोपियों ने आफिस पर ताला लगाकर अपने फोन बंद भी कर दिए हैंठगी के शिकार चंदौली के कमालपुर रामनगर निवासी राजू कुमार पुत्र संतोष, रामनगर निवासी आशुतोष कुमार पुत्र काशी प्रसाद, हर्ष गुप्ता पुत्र दीपक गुप्ता और अंशु सिंह पटेल ने आरोपियों के खिलाफ साइबर थाने में केस दर्ज कराया हैशिकायत मिलने पर पुलिस ने केस दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है.

इस तरह जाल में फंसाया

पीडि़त युवकों ने बताया कि एक दोस्त के जरिए बीयूएसडी ग्लोबल कंपनी की जानकारी मिलीउसके सेमिनार में शामिल हुएइसके बाद अपना और रिश्तेदारों का रुपए डिजिटल करेंसी में लगा दियाराजू कुमार ने अपने साथ लगभग 15 करोड़ रुपए कंपनी में जमा कराकर बीएसजी क्वाइन खरीद लियापहले तो खरीद के बाद क्वाइन की कीमतें बढ़ीं, फिर बड़ी धनराशि जमा होते ही गिरने लगी। 16 हजार रुपए में खरीदा गया क्वाइन 100 रुपए में आ गयाआरोप है कि कंपनी निदेशकों ने अपना सभी रुपए रियल स्टेट में लगाकर कंपनी को बंद कर दियालोगों ने रुपए मांगे तो पहले टालमटोल किया, बाद में डिजिटल क्वाइन का दाम बढऩे का हवाला देकर फोन बंद कर लिया.

केस में इनको किया गया नामजद

- अर्जुन कुमार शर्मा पुत्र पुट्टी लाल निवासी उन्नाव

- राजकुमार मौर्या पुत्र लटूरी सिंह, निवासी बुदौन बदायूं

- प्रकाश जोशी निवासी नीमकरौली उत्तराखंड (डायरेक्टर)

- नवनीत सिंह पुत्र विजय सिंह, मच्छरहट्टा भीटी रामनगर

- शुभम मौर्या पुत्र रामचरण मच्छरहट्टा भीटी रामनगर

- विकास नंदा निवासी भीटी पंचवटी रामनगर

- दानिश खान पुत्र नौशाद खान गोलाघाट भीटी वाराणसी

- सत्यम पांडे निवासी रामेशवर पंचवटी.

बीएसजी कंपनी की शुरुआत

कपंनी के संचालकों ने बनारस के 3000 से अधिक लोगों को अपना शिकार बनायावाराणसी के सितारा होटल में 14 सितंबर 2022 को बीएसजी की लांचिंग की गई थीइसमें कंपनी ने दो सैकड़ा भर लोगों की मौजूदगी में कई लोगों को ज्वाइनिंग दी गईकंपनी के डायरेक्टर राजकुमार, प्रकाश चंद्र जोशी, अर्जुन कुमार समेत सुपरवाइजर नवनीत सिंह ने सेमिनार में युवाओं से संवाद कियाउन्हें बीएसजी से क्रिप्टोकरेंसी खरीदने को प्रेरित कियाबनारस के रामनगर में आफिस खोलाबिहार निवासी नवनीत सिंह ने रामनगर से अपना आधार कार्ड और किराएदारी बनवाई और स्थानीय परिचय देकर लोगों से मिलने लगा.

वादा किया 600 दिन में तीन गुना हो जाएगी धनराशि

नवनीत सिंह ने अपने साथियों के साथ आफिस का संचालन शुरू कर दियावहां पर लोगों को जोडऩे लगासबसे ज्यादा लोगों को बनारस, रामनगर और चंदौली में जोड़ाइन सभी को वादा किया कि 600 दिन में उनकी जमा धनराशि तीन गुना से अधिक हो जाएगीपहले पैसा जमा करने वालों को लाभांश ओर उपहार भी दिएजिसके बाद लोगों ने नगदी लगाना शुरू कर दिया.

धमकाते हैं कंपनी के लोग

15 अक्टूबर 2023 को नकदी जमा करने के बाद बीएसजी ने सभी अकाउंट के पेमेंट रोक दिएमिलने वाला लाभांश भी बंद हो गया, तो निवेशकों ने दबाव बनायाइसके बाद कंपनी का घाटा बताते हुए नई कंपनी में काम करने का लालच दियादेखते ही देखते सभी क्रिप्टोकरेंसी क्वाइन की कीमत रुपए में गिरने लगी और लगभग एक डॉलर के पास पहुंच गईकंपनी के लोगों ने रेट सस्ता दिखाकर बड़ी राशि लगवाईफिर पूरे क्वाइन की कीमत को 100 रुपए से कम में ला दियामहीनों प्रयास के बाद भी नहीं मिला निवेशक का पैसा पीडि़तों ने बताया कि महीनों प्रयास के बाद भी किसी भी निवेशक का पैसा नहीं मिला, ज्यादा दबाव बनाने पर कंपनी के लोग धमकी देते हैं

आसानी से झांसे में आ जा रहे लोग

साइबर ठगों की ठगी का तरीका ऐसा है कि जब तक लोग समझते तब तक लाखों रुपये गंवा चुके होते हैंसाइबर ठग सबसे पहले लोगों को व्हाट्सएप के जरिए मैसेज भेजते हैंइसमें आनलाइन कमाई की बात लिखी होती हैकिसी ने इसमें रूचि दिखाते हुए साइबर ठगों के दिए लिंक पर संपर्क किया तो उसे जाल में फंसा लेते हैं.

कुछ ऐसे करते हैं ठगी

किसी फर्जी कंपनी के नाम पर आनलाइन अकाउंट बनाते हैं निवेश के बहाने उस एकाउंट में जिसका नियंत्रण साइबर ठगों के हाथ में होता है रुपये डलवाते हैंठगी के ऐसे मामले की जांच के दौरान साइबर सेल को जानकारी मिली की ठगी करने वालों को नेटवर्क चीन से जुड़ा हैवहां बैठे ठग भारत के लोगों का बैंक खाता इस्तेमाल करके यहां के लोगों की मेहनत की कमाई ठगी करके उसमें स्थानांतरित कराते हैं और उसे चीन ले जाते हैंऐसी स्थिति में पुलिस बैंक खाता संचालक तक पहुंचती है जिसे इस पूरी साजिश का पता ही नहीं होता लेकिन ठगों तक नहीं पहुंच पाती है.

ऐसे फंसाते हैं जाल में

- किसी चैनल, प्रोडक्ट, होटल को लाइक, सब्सक्राइब करने के बदले रुपये देते हैं.

- बिटकाइन से लाखों रुपये कमाने का लालच देते हैं.

- टेलीग्राम पर ऐसे ग्रुप से जुड़ते हैं, जिसमें उनके ही साथी होते हैं और लाखों रुपये कमाने की बात करके शिकार को भरोसा दिलाते हैं.

- बिटकाइन पर रुपये लगाने के लिए अलग-अलग खातों में शिकार बने व्यक्ति से रुपये मंगाते हैं.

- उन रुपयों के बदले एक फर्जी बैंक खाते में बड़ी रकम आने की बात कहते हैं.

अच्छी कमाई का लालच देकर इनके संग ठग

- साइबर ठगों ने शिवपुर थाना क्षेत्र के सरस्वती नगर कालोनी नटिनियादाई निवासी पंकज कुमार यादव व उनके परिचितों से 16 लाख रुपये ठग लिए.

- फूलपुर थाना क्षेत्र के बरही नेवादा निवासी रोहित कुमार से आठ लाख 23 हजार रुपये ठग लिए.

- सारनाथ थाना क्षेत्र के पंचक्रोशी निवासी अमित सिन्हा से 22 लाख रुपये की ठगी हुई.

- अच्छी कमाई का लालच देकर राजाबाजार की रहने वाली प्रिया गुप्ता से एक लाख 12 हजार रुपये ऐंठ लिया.

- छोटा लालपुर निवासी सौरभ जायसवाल से तीस हजार रुपये ठग लिए.

- लंका थाना क्षेत्र के शिवाजी नगर कालोनी मदरवां निवासी सेवानिवृत्त प्रधानाचार्य डॉमहेंद्र यादव ने आनलाइन ट्रेडिंग के जरिए कम निवेश में अच्छी कमाई के बहाने 11 लाख 70 हजार रुपये की साइबर ठगी मुकदमा दर्ज कराया.

- कैंट थाना क्षेत्र के सिकरौल निवासी अंकित विवेकानंद सिंह संग 11 लाख रुपये की ठगी

- विदेश में निवेश से अच्छी कमाई का झांसा देकर साइबर ठगों ने इएसआइसी में कार्यरत डारीना रंजन से 27 लाख 50 हजार रुपये ऐंठ लिए.

- चौक थाना क्षेत्र के ठठेरी बाजार के गोपाल दास शाह लेन की रहने वाली निष्ठा शर्मा से पांच लाख 13 हजार रुपये की ठगी हुई.

- कैंट थाना क्षेत्र के अजय विहार कालोनी, टकटकपुर निवासी शैलेश अस्थाना से साइबर ठगों ने पौने छह लाख रुपये ऐंठ लिए.

- जानकारी नगर कालोनी निवासी श्लोक सोनी संग 21 लाख 75 हजार रुपये रुपये की ठगी हुई.