वाराणसी (ब्यूरो)। वाराणसी का चुनावी पारा चढ़ा हुआ है। पुलिस ने निष्पक्ष निर्वाचन का बीड़ा उठाया है। शांतिपूर्ण चुनाव संपन्न कराने के लिए पुलिस फोर्स शहर में गश्त कर रही है। साथ ही साथ वीआईपी मूवमेंट बढऩे से भी पुलिस का काम बढ़ा है। इस बीच हत्या के मामले बढ़े हैं। वाराणसी में 9 दिन से लापता प्लास्टिक कारोबारी दावर बेग की सिर कटी लाश मिलने से सनसनी फैल गई। दूसरे दिन पुलिस ने हत्या का खुलासा किया। पैसे नहीं लाने पर नाराज साजिद व उसके कर्मचारी ने दावर बेग का अपहरण कर हत्या कर दी थी। दो दिन पहले कैंट थाना क्षेत्र के कचहरी स्थित निर्माणाधीन मकान में 50 हजार रुपए के विवाद में बल्ली से प्रहार कर सुपरवाइजर इजहार अहमद उर्फ बाबर की हत्या कर दी गई। इसके एक दिन पहले जैतपुरा के बकरियाकुंड के पास छेड़खानी का विरोध करने पर बीयर की बोतल घोंपकर साबिर की हत्या कर दी गई। एक-दो दिन के अंतराल पर हत्या की वारदात से वाराणसी में अपराध का ग्राफ बढऩे की बातें शुरू हो गई हैं।
बढ़े मर्डर के मामले
वाराणसी में 16 मार्च से चुनाव आचार संहिता लागू है। इस दौरान पुलिस फ्री हैंड काम करती है। पुलिसिया कार्यप्रणाली में शासन भी हस्तक्षेप नहीं करता। ऐसी स्थिति में शहर में कानून व्यवस्था सख्त होती है और अपराधी भी अपराध करने से डरते हैं, लेकिन वाराणसी में इसके विपरीत एकाएक खूनखराबा बढ़ा है।
21 मार्च : सोनू को मारी गोली
21 मार्च की रात मंडुवाडीह एरिया के जलालीपट्टी नई बस्ती इलाके में हिस्ट्रीशीटर सोनू यादव (27) की गोली मारकर हत्या कर दी गई।
14 मई : बोतल से मार डाला
14 मई को साबिर के ई-रिक्शा पर सवार लड़की से युवकों ने छेड़खानी की। साबिर ने इसका विरोध किया तो नाराज युवकों ने बकरियाकुंड के पास बीयर की बोतल से साबिर पर ताबड़तोड़ वार कर हत्या कर दी.
15 मई : सुपरवाइजर की हत्या
15 मई को गोलघर कचहरी के पास शैल कुमारी के मकान का निर्माण सुपरवाइजर बाबर करा रहा था, जहां पर ठेकेदार सोहराब से विवाद हुआ। इसी बीच सोहराब ने बल्ली से पीटकर बाबर की हत्या कर दी।
16 मई : सिर कटा शव मिला
सात मई से लापता काजीपुर निवासी कारोबारी दावर बेग की हत्या कर दी गई। गुुरुवार रात शव का एक टुकड़ा टेंगरा मोड़ के पास मिर्जापुर हाईवे और दूसरा गंगा किनारे बरामद हुआ.
रुपए नहीं मिले तो साजिद व उसके कर्मचारी ने की दावर बेग की हत्या । फोटो है
काजीपुरा (चेतगंज) निवासी प्लास्टिक सामान के कारोबारी दावर बेग की हत्या खजुरी कालोनी के सीमेंट कारोबारी बल्लू हाजी उर्फ साजिद ने बिहार के भभुआ निवासी अपने कर्मचारी चंद्रिका राम के साथ मिलकर की थी। साजिद ने दावर को प्लास्टिक का दाना (प्लास्टिक उत्पाद तैयार करने का कच्चा माल) सस्ते में दिलाने के लिए सात मई को 10 लाख रुपए लेकर बुलाया था, लेकिन खाली हाथ पहुंचे तो क्रोध में शरीर के तीन टुकड़े कर डाले। कटा सिर गंगा में डुबो दिया, जबकि दोनों पैर को विश्व सुंदरी पुल के पास झाड़ी में तो धड़ को रामपुरिया नरायनपुर हाईवे पर डिवाइडर के पास फेंक आया।
वीडियो फुटेज से खुला राज
डीसीपी क्राइम चंद्रकांत मीणा ने बताया कि साजिद का रामनगर के कटेसर क्षेत्र में गोदाम है। सात मई को दावर बाइक से रामनगर पहुंचे तो गोदाम में घुसते हुए साजिद व उसका कर्मचारी चंद्रिका राम सीसीटीवी कैमरे में कैद हुआ। जहां से एक झोले में सिर रखकर निकलते चंद्रिका दिखा। दावर की आठ मई को दर्ज गुमशुदगी की जांच शुरू हुई तो साजिद के गोदाम के पड़ोस में लगे एक निजी व्यक्ति के सीसीटीवी कैमरे में घटनाक्रम की सच्चाई दिखी। साजिद समझ गया कि पुलिस उसे पकड़ लेगी, जिसके दहशत में नौ मई को भेलूपुर क्षेत्र अंतर्गत संकुल धारा पोखरा के समीप स्थित कंकड़वाबीर मस्जिद के भीतर खुद को अपनी ही पिस्टल से गोली मारकर जान दे दी। जावेद ने अपने बड़े भाई दावर के अपहरण का केस दर्ज कराया तो सीसीटीवी फुटेज और सर्विलांस से ठोस साक्ष्य जुटाने के बाद शुक्रवार को चंद्रिका को विश्व सुंदरी पुल के पास से गिरफ्तार कर पूछताछ की गई तो उसने सच उगल दिया, जिसके बाद उसका चालान कर दिया। चंद्रिका बिहार के कैमूर जिले के भभुआ अंतर्गत थाना चैनपुर क्षेत्र के ग्राम मूडी का निवासी है। दावर की बाइक साजिद पीडीडीयू रेल जंक्शन स्थित पार्किंग में खड़ी कर आया था। एनडीआरएफ भी कटे सिर को गंगा में खोज नहीं पाई। हत्या में प्रयुक्त राड और बांका की तलाश हो रही है।
वाराणसी में जो भी हत्याएं हुई हैं। आपसी रंजिश को लेकर सभी घटना को अंजाम दिया गया है। क्राइम कंट्रोल व सकुशल चुनाव के लिए पुलिस टीम हर दिन शहर में गश्त भी कर रही है। सघन चेकिंग अभियान भी लगातार चलाया जा रहा है.
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चंद्रकांत मीणा, डीसीपी क्राइम