वाराणसी (ब्यूरो)। काशी अब सांस्कृतिक राजधानी ही नहीं, बल्कि राजनीति की धुरी भी बन चुकी है। प्रमुख राजनीतिक पार्टियों के घोषणा पत्र में बनारस को शामिल किया जाता है। बनारस से नरेंद्र मोदी के सांसद व पीएम होने के नाते हर पार्टी के नेताओं का अक्सर यहां आना होता है। यही वजह है कि बनारस के चट्टी-चौराहों पर अक्सर चुनावी चर्चा होती है। पब्लिक के बीच ज्वलनशील मुद्दों को लेकर बहïस भी होती रहती है। इसी कड़ी में आगामी लोकसभा चुनाव में कौन से मुद्दे ज्यादा असर डालेंगे। वन नेशन, वन इलेक्शन, जातिगत गणना, चुनाव में अच्छे लोग क्यों नहीं आ रहे हैं। महिला सुरक्षा के लिए बने कानून पर्याप्त हैं या नहीं। यूथ के लिए राम मंदिर एक मुद्दा है। बेरोजगारी समेत इन तमाम मुद्दों को लेकर बुधवार को दैनिक जागरण आईनेक्स्ट ने राजनी 'टीÓ कैंपेन के तहïत बीएचयू स्थित बिड़ला हॉस्टल में परिचर्चा की। इस दौरान युवाओं ने खुलकर अपनी बातें शेयर की.
सब पर भारी राष्ट्रवाद
अयोध्या में मूर्ति की प्राण-प्रतिष्ठा होने के बाद पूरे देश में रामराज्य को लेकर नयी राजनीति गर्मा गई है। आने वाले चुनाव में राममंदिर मुद्दा होगा। इस पर यंगस्टर्स ने कहा कि यह राष्ट्र से जुड़ा मुद्दा है, जो आगे भी रहेगा। आज का युवा राष्ट्र के प्रति काफी संदेवनशील है। इसी कड़ी में बीएचयू के छात्रों ने सभी जगहों की तरह विश्वविद्यालय परिसर में तिरंगा स्थापित करने की वकालत की। इसे लेकर छात्रों ने तिरंगा स्वाभिमान आंदोलन भी चलाया है।
महंगाई पर दिखे मुखर
महंगाई हर चुनाव में मुद्दा होता है। इसका सबसे ज्यादा असर गरीब और मध्यमवर्गीय परिवार पर पड़ता है। परिचर्चा के दौरान महïंगाई को लेकर सरकार के प्रति जबर्दस्त नाराजगी दिखी। अधिकतर लोगों ने महïंगाई के मुद्दे पर सरकार की नीतियों का विरोध किया और इसे कंट्रोल करने में नाकाम बताया। यंगस्टर्स का कहïना था कि कोई ऐसी चीज नहïीं, जिसका दाम न बढ़ा हïो। अनाज, तेल, रिफाइंड, गैस, सरसों तेल, ड्राई फूड के दाम हïर दिन रिकॉर्ड तोड़ रहïे हïैं। सरकार कंट्रोल करने की बजाय सिर्फ तर्क दे रहïी हïै.
दागी को वोट नहïीं
परिचर्चा के दौरान युवा वर्ग ने दागी कैंडीडेट पर खुलकर अपने विचार रखे। यंगस्टर्स ने कहïा कि किसी भी कीमत पर हïम लोग दागी कैंडीडेट को वोट नहïीं देंगे। चाहïे वहï हïमारी पसंदीदा पार्टी से हïी क्यों न खड़ा हïो। कहïा कि ऐसे लोग क्षेत्र व समाज का विकास नहïीं करते हïैं, सिर्फ अपनी काली करतूतों को संरक्षण देते हïैं। युवाओं ने राजनीतिक पार्टियों को भी दागी कैंडीडेट नहïीं उतारने की सलाहï दी।
रोजगार सबसे बड़ा मुद्दा
राजनी 'टीÓ कैंपेन में युवाओं ने आने वाले लोकसभा चुनाव में रोजगार को बड़ा मुद्दा बताया। मौजूदा सरकार की योजनाओं की सराहना की। बनारस समेत पूरे प्रदेश में भारी निवेश से लाखों युवाओं को रोजगार मिला। पूर्व की सरकारों ने रोजगार पर कोई काम नहीं किया। कुछ युवाओं ने कहा कि सरकारी संयंत्रों का निजीकरण होने से लगातार रोजगार खत्म हो रहा है। सरकार सिर्फ सड़क, मंदिर, स्मार्ट सिटी के नाम पर पैसा बर्बाद कर रही है। आने वाली सरकार से युवाओं ने कहा कि रोजगार पर फोकस ज्यादा करने की जरूरत है।
विचारधारा व विकास दोनों की जरूरत हïै। जहïां विचारधारा अच्छी हïोगी, वहीं विकास संभव हïै। एक युवा हïोने के नाते राष्ट्र और देश हिïत में सोचना हïमारी जिम्मेदारी हïै। विचारधारा से हïी हïमारे देश का भविष्य तय हïोता हïै.
विवेक सिंह
रोजगार ही चुनाव में सबसे बड़ा मुद्दा होना चाहिए। अगर बेरोजगारी की समस्या खत्म तो देश की कई समस्याएं खुद खत्म हो जाएंगी। महंगाई जितनी तेजी से बढ़ रही है। उतनी ही धीमी गति से वेकेंसी निकाली जा रही है।
गोलू सिंह
ऑनलाइन वोट देश हित में नहीं है। इसके हैक होने की आशंका ज्यादा रहती है। लोकतंत्र को बेहतर करने के लिए बैलेट से मतदान की प्रक्रिया पर वापस आने की जरूरत है। हर बार ईवीएम पर सवाल उठाया जाता है।
सुजीत कुमार
महिला सुरक्षा को लेकर सरकार बहुत सजग है। अभी हाल ही में बीएचयू में छात्रा के साथ घटना हुई थी। आरोपियों को जेल भेजा गया। अगर लड़कियां बेखौफ होकर रात में घूमने लगें तो कानून व्यवस्था मजबूत है.
आलोक त्रिपाठी
सरकारी शिक्षण संस्थाओं को और बेहतर बनाने की जरूरत है। क्योंकि हर कोई निजी स्कूलों की फीस भरने में सक्षम नहीं है। इसके साथ ही महिलाओं की सुरक्षा को लेकर मजबूत पॉलिसी बनाने की जरूरत है।
अंकित सिंह
महïंगाई चरम पर हïै। हïम उसी सरकार को चुनेंगे, जो बुनियादी जरूरतों पर काम करेगी। गैस, राशन, तेल समेत हर चीजों के दाम बढ़ रहïे हïैं। विकास के खूब वादे किए जाते हïैं, लेकिन हïकीकत कुछ और हïै।
अरविंद यादव