वाराणसी (ब्यूरो)। एटीएस की वाराणसी यूनिट ने मंगलवार को सारनाथ से दो तस्करों को गिरफ्तार कर महाकुंभ में नकली नोट खपाने के बड़े षड्यंत्र का राजफाश किया है। गिरफ्तार मोहम्मद सुलेमान अंसारी बिहार के वैशाली जिले के नारीकला और इदरीश फतेहाबाद का रहने वाला था। एटीएस को अब बंगाल के मालदा के रहने वाले जाकिर की तलाश है, जो सुलेमान व इदरीश को जाली नोटों की आपूर्ति करता था।
एटीएस को सूचना मिली थी कि एक गिरोह बंगाल के तस्करों के जरिए उत्तर प्रदेश में नकली नोट पहुंचा रहा है। आइजी निलाब्जा चौधरी के निर्देश पर एटीएस वाराणसी के डिप्टी एसपी विपिन राय ने जांच शुरू की तो बिहार के तस्करों का नाम सामने आया। पकड़े गए दोनों तस्करों सुलेमान और इदरीश ने बताया कि वे मालदा में टायर का पंक्चर बनाते थे। इस दौरान जाकिर के संपर्क में आए। जाकिर ने खुद को नकली नोटों का तस्कर बताते हुए पैसे का लालच देकर अपने साथ काम करने के लिए कहा। उसने कहा कि उसके नकली नोट बिल्कुल असली दिखते हैं और आसानी से बाजार में खप जाएंगे। दोनों वाराणसी में नकली नोटों को खपाने के लिए ट्रेन से यहां आए थे, लेकिन पकड़े गए। सुलेमान पहले भी नकली नोट के साथ वैशाली में गिरफ्तारी हुआ था और छह माह हाजीपुर जेल में सजा भी काटी थी। दोनों ने पुलिस को बताया कि उन्हें कुंभ मेले में नकली नोट खपाने के लिए कहा गया था।