वाराणसी (ब्यूरो)।मंडलीय चिकित्सालय और डीडीयू अस्पताल की ओपीडी में टोकन सिस्टम न होने से मरीजों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। बनारस मंडल होने की वजह से यहां पूर्वांचल तक के मरीज इलाज कराने के लिए आते हैं, लेकिन अस्पताल प्रबंधन द्वारा व्यवस्था को दुरुस्त नहीं किया जा रहा है। कबीरचौरा के मंडलीय चिकित्सालय में रोजाना 1,200 से 1,500 और पांडेयपुर के डीडीयू अस्पताल में 1,500 से 1,800 नए मरीज इलाज कराने के लिए आते हैं। वहीं सीएचसी-पीएचसी को मिलाकर रोजाना आठ से दस हजार मरीज अस्पतालों में आते है। ऐसे में मरीजों की लंबी लाइनें और समय की बर्बादी को देखते हुए यह व्यवस्था बहुत पहले होनी चाहिए थी, लेकिन अभी तक टोकन सिस्टम नहीं शुरू हो सका है। सभी चिकित्सक कक्षों के साथ एक्सरे, अल्ट्रासाउंड, पैथालाजी लैब, सीटी स्कैन सहित मरीजों की लाइन लगने वाले सभी स्थानों पर टोकन डिस्प्ले लगवाने के आदेश बहुत पहले हुआ था, लेकिन फिर भी नहीं लगवाए गए।
मरीजों का दर्द
राजघाट से आए मरीज अमित कुमार ने बताया कि उन्हें कई घंटों तक लाइन में खड़ा रहना पड़ता है। इससे उनका समय बर्बाद होता है। अगर टोकन सिस्टम शुरू हो जाए तो उन्हें बहुत आसानी होगी। उधर, दुर्गाकुंड के राम बोले कि अस्पताल प्रबंधन को जल्द से जल्द टोकन सिस्टम शुरू करना चाहिए, ताकि मरीजों को राहत मिले और उनका समय और पैसा बचे।
ओपीडी के सभी कक्ष और जांच कक्षों के बाहर टोकन डिस्प्ले लगवाया जाएगा, जिससे मरीजों को परेशानी नहीं होगी।
-डॉ। दिग्विजय ङ्क्षसह, सीएमएस, डीडीयू अस्पताल
पैथालाजी में अभी टोकन सिस्टम की शुरुआत की गई है। जल्द ही ओपीडी में भी यह व्यवस्था शुरू होगी। जिससे मरीजों को सुविधा होगी।
-डॉ। एसपी ङ्क्षसह, एसआईसी, कबीरचौरा अस्पताल