वाराणसी (ब्यूरो)एक समय था जब शादी हो जाती थी और लड़का या लड़की ने एक-दूसरे का चेहरा तक नहीं देखा होता थासमय बदला और लोगों की सोच बदलीफिर जो शादी हुई, उसमें लड़का-लड़की कुछ दिन आपस में बात करके शादी के फैसले तक पहुंचते थेअब ऐसा भी समय आ गया है जब लड़का और लड़की शादी के पहले, कुछ महीने या कुछ साल साथ रहने का फैसला करते हैैं, ताकि वह एक-दूसरे को समझ सकें और उसके बाद ही शादी के बंधन में बंधेंलेकिन, इस ट्रेंड ने डायवोर्स होने की लिस्ट को लंबा कर दिया हैदरअसल, ऐसे रिश्ते शादी तक तो पहुंच रहे हैैं, लेकिन ज्यादा दिन तक टिक नहीं पा रहे हैैंमहिला थाने में एक साल में 86 केस ऐसे आए हैैं, जिसमें लोगों ने अपने फैसले से साथ रहकर शादी की, पर एक साल के अंदर ही वह रिश्ता खत्म हो गया

नहीं टिक रही शादी

महिला थाने में एक साल सैकड़ों केस ऐसे आए, जिसमें लिव इन रिलेशनशिप में रहने के बाद भी लोगों की शादी ज्यादा दिन तक नहीं टिकीदरअसल, शादी टूटने की जो सबसे बड़ी वजह थी, वो रोज होने वाले लड़ाई-झगड़ेइस समस्या की महिला थाने में काउंसलिंग भी हुई, पर सिर्फ 50 परसेंट केस ही ऐसे थे जिसको काउंसलिंग के माध्यम से सुलझाया गयाबाकी लोगों ने डायवोर्स लेना ही उचित समझामहिला थाने ने एक साल में 110 से अधिक केस को काउंसलिंग के माध्यम से सुलझाया गयाइसमें लिव इन रिलेशनशिप के बाद होने वाली लड़ाई झगड़ों के साथ अरेंज मैरिज और लव मैरिज के केस भी थे

साइकोलॉजिस्ट ने कहा- एक-दूसरे को समय देना जरूरी

साइकोलॉजिस्ट रूचि चौरसिया ने कहा कि एक-दूसरे से कदम से कदम मिला कर चलने वाले रिश्ते ही लंबे समय तक टिक सकते हैंछोटी-छोटी बातों पर बहस करना आपके रिश्ते को कमजोर कर सकता हैफिर वह चाहे लिव इन रिलेशनशिप वाली शादी हो, अरेंज मैरिज या फिर लव मैरिज होरिश्ता कितना लंबा चलेगा ये सिर्फ कपल पर ही निर्भर करता है कि वह कितना अपने रिश्तों को समय दे रहे हैैंकई बार लड़का अपने काम में इतना व्यस्त हो जाता है या लड़की फोन या दूसरे कामों में इतना समय गुजारने लगती है कि दोनों अपने रिश्तों को समय ही नहीं दे पाते हंै

ये हैै अलग होने की वजह

-जल्दबाजी में शादी करना

-एक-दूसरे को समय न देना

-छोटी-छोटी बातों पर बहस करना

-मोबाइल फोन में ही बिजी रहना

-एक-दूसरे को नीचा दिखाना

-पैसों की कमी

-शादी से पहले झूठे वादे जिन्हें पूरा न करना

केस-1

श्वेता दीक्षित नाम की एक लड़की अनुराग पांडे के साथ रिलेशनशिप में थीइसके बाद दोनों ने शादी के पहले साथ रहने का फैसला किया, ताकि वह एक-दूसरे को समझ सकें कि आगे उनका रिश्ता टिकेगा या नहीं। 8 महीने साथ रहने के बाद दोनों ने शादी की और मात्र 10 महीने के रिश्ते में दरार आ गईशादी के बाद ही दोनों में रोज लड़ाई होने लगीइसके बाद लड़के ने लड़की के ऊपर कई बार हाथ भी उठायाइन सभी के चलते दोनों ने एक-दूसरे से डायवोर्स ले लिया

केस-2

अमृता और केशव सिंह कई साल से रिलेशनशिप में थेएक-दूसरे को समझने के लिए उन्होंने लिव इन रिलेशनशिप में रहने का फैसला लिया, जिसके बाद वह एक साल तक एक-दूसरे के साथ भी रहेदोनों ने एक साल के बाद शादी की और एक साल ही उनकी शादी नहीं चलीदोनों का केस महिला थाने में काउंसलिंग के लिए आया, क्योंकि दोनों में बहुत ज्यादा लड़ाई-झगड़े होने लगे थेदोनों की कई बार महिला थाने में काउंसलिंग हुईपर उनका रिश्ता बच न सका और दोनों का डायवोर्स हो गया

काउंसलिंग के माध्यम से लगातार रिश्तों में सुलह कराई जाती हैलेकिन, कई मामले इतने बिगड़ चुके होते हैं कि उसका आखिरी रास्ता डायवोर्स ही बचता है

ममता रानी, एडीसीपी, महिला क्राइम