वाराणसी (ब्यूरो)। मानसून की पहली बारिश ने काशीवासियों को गर्मी और उमस से राहत दिलाई तो दूसरी ओर बिजली की आंखमिचौली ने राहत को आफत में बदल लिया। इस बारिश ने नगर निगम के तैयारियों की पोल भी खोलकर रख दी। बारिश होते ही सिटी के नाला तो जाम हुए ही कई जगह सड़कें भी धंस गईं। झमाझम बारिश से गुल हुई शहर की बिजली कई इलाकों में चार तो कुछ इलाकों में आठ से 12 घंटे बाद आई।
मंगलवार रात से बारिश
मंगलवार देर रात से शुरू हुई बारिश बुधवार की भोर तक जारी रही। इसके चलते सड़कों पर जगह-जगह जलजमाव से कई मोहल्ले व कालोनियों में पानी भर गया। कई जगह तो दो से तीन घंटे में पानी निकल गया लेकिन कई जगह पानी काफी देर तक भरा रहा। लगातार बारिश से कई दुकानों में पानी घुस गया, जिसके कारण काफी नुकसान हुआ। शहर में जगह-जगह जलभराव ने नगर निगम के झूठे दावों की कलई खोल कर रख दी।
निगम में 206 कंप्लेन
बारिश के पहले से ही नालों की सफाई और दूषित जल की शिकायत कंट्रोल रूम में लगातार आती रही। जून माह में 206 कंप्लेन लोगों ने की है। इनमें नाला सफाई, सीवर, पानी और दूषित जल की शिकायतें शामिल हैं। नगर निगम के कर्मचारियों ने कंप्लेन के बाद भी आम पब्लिक की समस्याओं पर ध्यान नहीं दिया। यही वजह है कि पहली बारिश में ही जगह-जगह पानी भर गया। नाला साफ रहता तो पानी नहीं भरता।
चांदमारी, कबीरचौरा में पानी
मानसून की पहली बारिश में दर्जनों एरिया जलमग्न हो गए। चांदमारी में तो घुटने तक पानी भर गया। इसके अलावा कबीरचौरा, पिपलानी कटरा, मच्छोदरी, गोदौलिया, रामापुरा, महमूरगंज, अंधरापुल, सरैया, कोनिया में पानी भर गया। इनमें से कबीरचौरा, गोदौलिया, पिपलानी कटरा से पानी की निकासी हो गयी, लेकिन अंधरापुल के नीचे शाम तक पानी भरा हुआ था। हालांकि उस रास्ते से लोगों ने आना जाना बंद कर दिया है। चांदमारी, सरैया और कोनिया में भी शाम तक पानी भरा रहा।
कई मोहल्लों की बिजली गुल
भारी बारिश के कारण रात में ही शहर की लाइट कट गई। कई मोहल्लों में अचानक बिजली गुल हो जाने से लोग परेशान दिखे। बारिश के चलते लोगों को गर्मी और उमस से राहत मिली, लेकिन सुबह धूप निकलने के बाद एक बार फिर लोग उमस से परेशान हो गए। सिटी के कुछ इलाकों में भोर तक लाइट आ गई, लेकिन अधिकतर इलाकों में दोपहर तक बिजली नहीं आई। जिन इलाकों में बिजली दोपहर तक गायब रही उनमें पाण्डेयपुर, पहडिय़ा, अकथा, पंचक्रोसी, कोनिया, सरैया, शिवपुर, सुंदरपुर, पिपलानी कटरा आदि इलाके शामिल हैं। देर शाम तक बिजलीकर्मियों ने तार जोड़ा तो इन इलाकों में लाइट आयी।
शहर के नालों और नालियों की सफाई करायी जा रही है। जहां थोड़ा बहुत जलभराव हुआ है, वहां पंप लगाकर पानी की निकासी कराई जा रही है।
पीके शर्मा, नगर स्वास्थ्य अधिकारी
भारी बारिश के चलते कई जगह तार टूट गए, उन्हें शाम तक ठीक करा दिया गया। कई जगह तो सुबह ही बिजली की समस्या को दूर कर दिया गया था।
अरविन्द कुमार सिंघल, चीफ इंजीनियर
एक माह में आई कंप्लेन
पानी-सीवर - 88
मोहल्लों की साफ-सफाई - 96
लाइट - 122
अतिक्रमण - 6
पशु पकडऩे की - 14
नाला की सफाई - 118