वाराणसी (ब्यूरो)। घरों के गमलों में डेंगू वाले मच्छरों को टीमें तलाश कर रही हैं। कारण इस साल अभी तक जुलाई में डेंगू के चार केस सामने आ चुके हैं। जिले में कुल डेंगू के मरीजों की संख्या इस साल आठ पर पहुंच गई है। मरीज के मिलने के बाद स्वास्थ्य विभाग घरों में एंटी लार्वा का छिड़काव और नालियों में फाङ्क्षगग का कार्य शुरू कर दिया है। साथ ही संपर्क में आए लोगों के ब्लड सैंपल भी लिए जा रहे हैं जिससे डेंगू के प्रसार को रोका जा सके।
डेंगू की रोकथाम के लिए मलेरिया विभाग की टीमें घरों के गमले, छावनी और छतों पर रखे टायर खंगाल रही हैं। डेंगू के मरीज मिलने के बाद बीमारी फैलने की आशंका बढ़ गई है। 55 संवेदनशील इलाकों में साफ सफाई व घरों की निगरानी के निर्देश दिए गए हैं। जिला मलेरिया अधिकारी शरत चंद्र पांडेय का कहना है कि किसी भी एक घर में डेंगू का मरीज मिलेगा तो आसपास के 30 घरों में दवा का छिड़काव कराया जाएगा। स्वास्थ्य विभाग की ओर से ब्लड सेंटरों को निर्देश दिए गए हैं कि अपने यहां प्लेटलेट बनाने और जरूरतमंदों को इसके वितरण की तैयारी अभी से कर लें। सभी नर्सिंग होम को भी कहा गया है कि मरीज के लिए प्लेटलेट उतनी ही मांगें जितनी जरूरत हो।
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यह हैं लक्षण
डेंगू एक वायरल बीमारी है जो मच्छरों के काटने से फैलती है। इसके लक्षणों में बुखार, सिरदर्द, मांसपेशियों में दर्द और जोड़ों में दर्द शामिल हो सकते हैं।
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बचाव:
- मच्छरों को पनपने से रोकने के लिए पानी जमा न होने दें।
- मच्छरदानी का उपयोग करें।
- मच्छर भगाने वाले क्रीम या स्प्रे का उपयोग करें।
- पूरे कपड़े पहनकर मच्छरों से बचें।
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घर के आसपास सफाई रखें।