वाराणसी (ब्यूरो)। शरीर के लिए पानी बहुत जरूरी है। डाक्टरों का कहना है कि भागदौड़ भरे जीवन में नियमित स्वच्छ पानी पिया जाए। सेहत को लेकर सावधानी की बहुत जरूरत है। आपकी जरा सी लापरवाही सेहत के लिए भारी पड़ सकती है। दूषित पानी पीना किसी खतरे को आमंत्रण देने के बराबर है। दरअसल, वाराणसी के दर्जनों मुहल्लों में दूषित पानी की आपूर्ति हो रही है। इसको लेकर करोड़ों रुपये खर्च हो गए। प्रशासन की तरफ से तमाम दावे किए गए, लेकिन स्थिति जस की तस बनी हुई है। यहां भीषण गर्मी आते ही जल संकट बढ़ जाता है। नतीजा यह होता है कि एक-दो मुहल्ले नहीं बल्कि दर्जनभर से अधिक मुहल्ले में जलसंकट गहरा जाता है। जहां पानी आ भी रहा है वह दूषित है। इस कारण लोगों का आक्रोश बढ़ता जा रहा है। एक दिन पहले ही गंगानगर कालोनी में दस दिनों से पानी न आने पर कालोनी की महिलाएं पंपिंग स्टेशन धरना-प्रदर्शन कर अपनी आवाज बुलंद की।
बारिश में जलसंकट
बारिश में जलसंकट की समस्या गंगा नगर कालोनी में ही नहीं बल्कि शहर के दर्जनों मुहल्लों में है। कई मुहल्ले में तो नलों से पानी का धार इतना कम आ रहा है कि एक बाल्टी पानी भरने में घंटों का समय लग रहा है। इसके बाद भी बाल्टी नहीं भर पा रहा है। इस गंभीर समस्या को लेकर पार्षदों ने नगर आयुक्त कार्यालय में आक्रोश जताया था। इसके बाद भी पार्षदों की समस्याओं पर ध्यान नहीं दिया गया।
दर्जन भर मुहल्ले में संकट
जुलाई के महीने में गंगानगर कालोनी, भदऊं चुंगी, चौहट्टा, गायघाट, मच्छोदरी, कोयला बाजार, सरैया, शिवाला, खोजवां, कंदवा, सुंदरपुर, चौक, ठठेरी बाजार, अस्सी समेत कई मुहल्लों में जल का संकट है। इसके अलावा कई मुहल्ले ऐसे भी हैैं, जहां दूषित जल की सप्लाई से लोग आजिज आ चुके हैं। इसकी शिकायत नगर आयुक्त से करने के बाद भी समाधान नहीं किया गया।
पिपलानी में बालू वाला पानी
घराना गली पिपलानी कटरा में पिछले 15 दिनों से नलों से पानी के साथ बालू भी आ रहा है। इससे कई लोग परेशान हैं। खाना बनाने से लेकर कपड़ा धोने तक नल के ही पानी का इस्तेमाल करते हैं। नलों से आ रहे बालू वाले पानी से खाना बनाने पर दाल, चावल, रोटी तक किरकिराने लग रहा है। इसकी जानकारी जलकल के अधिकारियों को है, लेकिन बालू वाले पानी से निजात नहीं मिल सका।
--------------
फैक्ट एंड फीगर
300
एमएलडी पानी की प्रतिदिन सप्लाई
1.37
लाख सिटी में नल के कनेक्शन
-------------
इन एरिया में पानी का संकट
गंगानगर कालोनी
सरैया
भदऊं चुंगी
चौहट्टा,
ठठेरी बाजार
खोजवां
शिवाला
अस्सी
लंका
सामनेघाट
कंदवा
सुंदरपुर
नगवा
जहां दूषित पानी आ रहा है वहां पर कर्मचारियों को भेजकर समस्या को दूर किया जा रहा है। इसके अलावा पार्षदों द्वारा जहां शिकायत मिल रही है, उन्हें भी तुरंत दूर किया जा रहा है। जल संकट को दूर करने के लिए कर्मचारियों को लगाया गया है। मिनी ट्यूबवेल से पानी की सप्लाई की जा रही है।
ओपी सिंह, सचिव, जलकल
गंगानगर कालोनी, भदऊं चुंगी समेत कई मुहल्ले में पिछले 10 दिनों से पानी नहीं आ रहा था। धरना-प्रदर्शन करने के बाद थोड़ी बहुत स्थिति में सुधार आया है। पूरी तरीके से पानी सप्लाई के लिए आश्वासन दिया गया है।
बबलू शाह, पार्षद
गंगानगर कालोनी में पिछले कई दिनों से पानी का संकट है। धरना-प्रदर्शन करने के बाद भी स्थिति नहीं सुधरी है। यही हाल रहा तो आगे भी प्रदर्शन करना पड़ेगा।
रेखा देवी, गंगानगर कालोनी
नल से पानी की धार इतनी कम आ रही है कि बाल्टी में भरने के लिए घंटों का समय लग रहा है। पानी से बालू भी आ रहा है। खाना बनाने पर किरकिराने लग रहा है।
काजल देवी, भदऊं चुंगी
जल निगम को जारी किया नोटिस
आपात स्थिति को निस्तारित करने करने के लिए 24 घंटे के लिए 'त्वरित प्रक्रिया दलÓ तैनात करने के दिए निर्देश
नगर आयुक्त अक्षत वर्मा ने घाटों के किनारे स्थित मुहल्लों व घाटों पर सीवर सफाई में लापरवाही बरतने पर जल निगम के अधीक्षण अभियंता को फटकार लगाते हुए नोटिस जारी किया है। इसमें जल निगम के अधिकारियों की जिम्मेदारी निर्धारित करते हुये प्रकरण शासन को भेजे जाने की चेतावनी दी है। नगर आयुक्त ने गंगा नदी के किनारे घाटों व आसपास के क्षेत्रों से निकलने वाले मल-जल के शोधन के लिए स्थापित विभिन्न ट्रीटमेन्ट प्लांट के संचालन, रखरखाव उचित प्रकार से न करने पर नाराजगी व्यक्त की।
पांडेय घाट पर सीवर ओवरफ्लो
विगत दिनों सीवर ओवरफ्लो होने के कारण गंदा पानी पांडेय घाट पर बहने की समस्या पाई गई थी, जिस पर नगर आयुक्त ने तत्काल जल निगम के अधिशासी अभियंता को निस्तारण के लिए अवगत कराया। लेकिन, अधिशासी अभियंता ने समयान्तर्गत समस्या का निस्तारण नही किया। इस पर नगर आयुक्त ने नोटिस जारी किया है।