वाराणसी (ब्यूरो)। जिला जेल में निरुद्ध जंसा क्षेत्र के बेसहुपुर, गोसाईपुर निवासी बंदी मुकुल जायसवाल के सीने में शनिवार सुबह तेज दर्द उठा। जेल प्रशासन बंदी को पंडित दीनदयाल हास्पिटल ले गया, जहां उसकी मौत हो गई। पहडिय़ा चौकी प्रभारी (लालपुर पांडेयपुर थाना) आशुतोष त्रिपाठी ने शव को डीडीयू अस्पताल के मोर्चरी में रखवा दिया। पिता श्यामसुंदर जायसवाल और भाई अतुल जायसवाल मोर्चरी पर पहुंच पोस्टमार्टम जल्द कराने को दबाव बनाए, जिसपर पुलिस से मारपीट हो गई। स्वजन का आरोप है कि पहले चौकी प्रभारी ने तमाचा जड़ा, जिसके विरोध में मृत बंदी का भाई हमलावर हुआ। एसीपी विदुष सक्सेना ने बताया कि सीसीटीवी फुटेज जांचने के बाद सख्त कार्रवाई करेंगे।
मुकुल जायसवाल जनवरी 2020 में दहेज प्रताडऩा के आरोप में जिला कारागार में बंद था। जेलर ने बताया कि सुबह 10 बजे मुकुल के सीने मे तेज दर्ज उठा। जेल चिकित्सक को हालत गंभीर प्रतीत हुई तो बंदी को पंडित दीनदयाल उपाध्याय हास्पिटल ले गए, जहां उसकी मौत हो चुकी थी। जेल की सूचना पर स्वजन डीडीयू मोर्चरी पर जुटे। स्वजन पुलिस से जल्द पोस्टमार्टम कराने को दबाव बनाए। आरोप है पहले पुलिस ने उसके बाद पीडि़त पक्ष ने मारपीट की। एसीपी कैंट विदुष सक्सेना फोर्स के साथ पहुंच कर लोगों को समझाकर मामले को शांत किए।
वर्ष 2019 में हुई थी अतुल की शादी
वाराणसी : मुकुल की शादी 12 दिसंबर 19 को मडुआडीह तुलसीपुर निवासी वंदना से हुई थी। 26 जून 2020 को वंदना ने घर में फांसी लगा ली। मायके वालों जंसा थाना में मुकुल जायसवाल, पिता श्यामसुंदर जायसवाल, माता शिवकुमारी और छोटे भाई अतुल के खिलाफ केस दर्ज कराया तो सभी जेल पहुंच गए। दो साल बाद छोटे भाई और माता-पिता की बेल गई। मुकुल की जमानत नहीं हो पाई थी।