वाराणसी (ब्यूरो)। वाराणसी में 80 सेंटर, सात एसीपी, 41 इंस्पेक्टर, 287 एसआई, 1200 पुलिसकर्मी, 3 कंपनी पीएसी, 1 कंपनी आईटीबीपी, 10 उडऩदस्ते की भागदौड़ के बीच पुलिस भर्ती परीक्षा का पहला दिन सकुशल सम्पन्न हो गया। पुलिस प्रशासन की सख्ती के बीच 44307 ने परीक्षा दी, जबकि 23661 अभ्यर्थियों ने परीक्षा छोड़ दी। हालांकि पेपर से अभ्यर्थी संतुष्ट दिखे। अभी 24, 25, 30 व 31 अगस्त को पुलिस भर्ती परीक्षा होनी है और जनपद में परीक्षा में कुल 3,39,840 अभ्यर्थियों को भाग लेना है। परीक्षा के लिए जहां केंद्रों पर सेक्टर व स्टेटिक मजिस्ट्रेट लगाए गए थे वहीं फ्लाइंग स्क्वायड के रूप में डिप्टी कलेक्टर और उससे ऊपर स्तर तक के अधिकारी चक्रमण करते रहे। इतना ही नहीं सभी की गहन तलाशी लेकर ही परीक्षा केंद्र अंदर जाने दिया गया। परीक्षा केंद्र के अंदर पहली पाली दिन में 10 बजे और दूसरी पाली तीन बजे के एक घंटे पहले प्रवेश दिया गया। केंद्र के अंदर अभ्यर्थियों के कान, ढाढ़ी, बाल, जूते-चप्पल, चश्मे आदि की गहनता से जांच की गई। सभी केंद्र सीसी टीवी से लैस रहे.परीक्षा के प्रश्नपत्रों से भी अभ्यर्थी संतुष्ट दिखे। विशेष रूप से रीजङ्क्षनग, कोङ्क्षडग, सामान्य ज्ञान और ङ्क्षहदी के प्रश्न को लेकर अभ्यर्थियों ने कहा कि पुलिस आरक्षी के लिए एकदम उपयुक्त प्रश्नपत्र आया था। कोङ्क्षडग़ के प्रश्न काफी थे। इंतजाम से संतुष्टि से दिखाते हुए कहा जो भी गंभीरता से अध्ययन किया है उसका शारीरिक परीक्षा के लिए चयन होना निश्चित है।
लागू होगा नकल विरोधी नया कानून
इस परीक्षा में नकल करने वालों पर नकल विरोधी नया कानून लागू है। इसमें गड़बड़ी करने वालों पर कड़ी सजा और जुर्माने का प्रविधान है। इस कारण छोटी से छोटी गलती भी अक्षम्य होगी। किसी भी प्रकार की गड़बड़ी संज्ञान में आई तो व्यक्तिगत रूप से जवाबदेही तय करते हुए अभ्यर्थी, परीक्षा केंद्र व्यवस्थापक, मजिस्ट्रेट आदि पर कार्रवाई होगी।
ये भी पूछे गए प्रश्न
पुलिस भर्ती में परीक्षा में वैसे तो ज्यादातर प्रश्न तर्क शक्ति पर आधारित थे लेकिन सामान्य ज्ञान, गणित, ङ्क्षहदी के भी काफी प्रश्न थे। इन प्रश्नों में कुछ हैं प्रेमसागर के रचयिता हैं? क्या भूलूं क्या याद करूं के रचयिता हरिवंशराय बच्चन की आत्मकथा का कौन सा भाग है?, साहित्य अकादमी का प्रथम विजेता कौन था? राजा शब्द का पर्यायवाची है? क्रोएशिया की राजधानी है? आसमान के नीला होने का कारण है? एक बस 50 किलोमीटर प्रतिघंटे की गति से 250 किलोमीटर की दूरी तय करती है। यात्रा पूरा करने में कितना समय लगेगा? वाई, एक्स के पूर्व में है जो जेड के उत्तर में है। यदि पी, जेड के दक्षिण में है तो पी, वाई के किस दिशा में है?, यदि 30 टेबल का लागत मूल्य 40 टेबल के विक्रय मूल्य के बराबर है तो हानि प्रतिशत क्या है?, अनावर्त शब्द का समभिन्नार्थक क्या है?, साहित्य के ङ्क्षहदी भाषा के प्रथम विजेता? जून 2024 तक संघ गृह मंत्रालय का प्रमुख? इंडियन नेशनल कांग्रेस की स्थापना किस वर्ष हुई? अफ्रीका के आरपार दौड़ लगाने वाला पहला व्यक्ति कौन है? पहली बार राष्ट्रीय कृषि नीति कब घोषित हुई? बीआरआइ का पूर्ण रूप क्या है? पहली बार राष्ट्रीय कृषि नीति कब घोषित हुई? भारत का पहला हवाई अड्डा कहां पर स्थित है? आदि।
कैंट स्टेशन पर उमड़ी भीड़, ट्रेनों पर चढऩे को लेकर रही गहमागहमी
पुलिस आरक्षी भर्ती परीक्षा के पहले दिन शुक्रवार को कैंट रेलवे स्टेशन पर युवाओं की भीड़ उमड़ पड़ी। इस दौरान प्लेटफार्म से लेकर स्टेशन के पूरे परिसर में गहमागहमी का माहौल रहा। सामान्य दिनों की ट्रेनें परीक्षार्थियों से ठसाठस भरकर रवाना हुईं। वहीं स्पेशल ट्रेनों में आराम से बैठकर घर लौटे। भर्ती की भीड़ को लेकर रेलवे की तैयारियां पर्याप्त नजर आईं। अफसरों का आइडिया काम आया और परीक्षार्थियों की भीड़ ट्रेनों और रोडवेज बसों में बंटकर गंतव्य को रवाना हुई। 11 जोड़ी परीक्षा स्पेशल ट्रेनों और सामान्य दिनों की नौ ट्रेनों को परीक्षा छूटने के समय को ध्यान में रखते हुए नियंत्रित कर चलाना काम आया।
कर्मियों को दी गई थी विभिन्न रूटों वाली ट्रेनों की सूची
कैंट स्टेशन पर रेलकर्मियों को विभिन्न मार्गों पर जाने वाली ट्रेनों के नंबर और उनके मार्ग की सूची दी गई थी। परीक्षार्थी पूछते तो कर्मचारी सूची देख तुरंत बता देते कि अमुक नंबर की ट्रेन आपके गंतव्य से गुजरेगी। लाउडस्पीकर से विभिन्न मार्गों की ट्रेनों और उनके नंबर के बारे में जानकारी दी जा रही थी।
अधिकारियों ने जांची हेल्प डेस्क की क्रियाशीलता
एडीआरएम लालजी चौधरी और स्टेशन निदेशक गौरव दीक्षित रेलवे स्टेशन पर मौजूद रहे। परीक्षार्थियों के लिए बनाए गए हेल्प डेस्क के कर्मियों से उनके कार्यों के बारे में जानकारी ली। बताया भी कि परीक्षार्थियों की मदद के लिए क्या करें। हेल्प डेस्क से आठ अतिरिक्त लाउडस्पीकर जोड़कर सूचनाएं सर्कुलेङ्क्षटग एरिया तक पहुंचाई जा रही थीं।
प्लेटफार्म नंबर एक पर खड़ी थीं दो परीक्षा स्पेशल ट्रेनें
परीक्षार्थियों को एक से दूसरे प्लेटफार्म पर न जाना पड़े, इसके ²ष्टिगत प्लेटफार्म नंबर एक पर विशेष ट्रेन 04272 (वाराणसी-मऊ-आजमगढ़) और 04273 (वाराणसी-गाजीपुर-बलिया) एक के पीछे एक खड़ी थी। इसके अलावा वाराणसी-प्रतापगढ़ जाने वाली के लिए 04275 स्पेशल ट्रेन जो प्लेटफार्म चार पर खड़ी थी। तीनों ही ट्रेनों में परीक्षार्थी लेटकर घरों को लौटे।
नियंत्रित कर चलाई गई ट्रेनें
-12:15 बजे 19045 ताप्ती गंगा एक्सप्रेस।
-01:00 बजे 11061 पवन एक्सप्रेस।
-06 बजे 11108 बुंदेलखंड एक्सप्रेस।
-6:15 बजे 14863 मरुधर एक्सप्रेस।
-06 बजे 15007 कृषक एक्सप्रेस।