वाराणसी (ब्यूरो)। पीएम नरेंद्र मोदी के आगमन से पहले ही वाराणसी को एक और मेडिकल कालेज की सौगात मिल गई है। मौजूदा समय में अभी सिर्फ बीएचयू में मेडिकल कालेज है, जहां बिहार और पूर्वांचल के लोग इलाज कराने के लिए आते हैं। दूसरा मेडिकल कालेज पांडेयपुर स्थित मेंटल हॉस्पिटल एरिया के पीछे बनना प्रस्तावित है। अब तीसरे मेडिकल कालेज की घोषणा कर दी गई है, जो ईएसआईसी की ओर से खोला जाएगा। यह जानकारी श्रम एवं रोजगार मंत्री डॉ। मनसुख मंडाविया ने दी। इसके लिए प्रदेश सरकार की ओर से 25 एकड़ जमीन उपलब्ध करायी जाएगी। पांडेयपुर स्थित ईएसआईसी हॉस्पिटल में इतनी बड़ी जमीन नहीं है। ऐसी स्थिति में रिंगरोड पर जमीन खोजी जाएगी।
एक माह में आते हैं 25 हजार मरीज
पांडेयपुर स्थित ईएसआईसी अस्पताल में वाराणसी के अलावा गाजीपुर, मीरजापुर, चंदौली, भदोही, सोनभद्र, जौनपुर, बलिया, मऊ, आजमगढ़ के साथ ही गोरखपुर के भी बीमित कर्मचारी यहां आकर उपचार कराते हैं। 2016 में केंद्र सरकार ने इस अस्पताल को अपने अधीन ले लिया और आज 150 बेड का आधुनिक सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल बन गया है। पहले जहां एक माह में कुछ 500 से भी कम मरीज आते थे, वहीं अब एक माह में 25 हजार से अधिक मरीज आ रहे हैं।
इन शहरों में खुलेगा मेडिकल कालेज
ईएसआईसी लाभार्थियों को पूरे देश में आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के पैनल वाले अस्पतालों में इलाज की सुविधा देने का फैसला किया गया है। ईएसआईसी के इंश्योर्ड लोगों के आयुष्मान योजना के अस्पतालों में इलाज के लिए खर्च की कोई सीमा नहीं होगी। एंप्लॉयीज स्टेट इंश्योरेंस कॉरपोरेशन के तहत 10 नए मेडिकल कॉलेज भी खोले जाएंगे। ये कॉलेज दिल्ली के बसई दारापुर, मुंबई में अंधेरी, यूपी में नोएडा और वाराणसी के अलावा रांची, गुवाहाटी, इंदौर, जयपुर, लुधियाना और गुजरात के नरोदा-बापूनगर में खोले जाएंगे।
पांडेयपुर में ही प्रस्तावित है दूसरा कालेज
पांच महीने पहले वाराणसी को दूसरे मेडिकल कॉलेज की सौगात मिल चुकी है। 1200 करोड़ की लागत से यहां पर 520 बेड का एक अस्पताल बनाया जाएगा। वाराणसी के मेंटल हॉस्पिटल एरिया के पीछे इस मेडिकल कॉलेज को बनाना प्रस्तावित किया गया है। इसके लिए बजट भी मंजूर कर लिया गया है। हालांकि, मेडिकल कॉलेज के आने से पहले इस पूरे एरिया और सुंदर बनाने की प्लानिंग की जा रही है। इस पूरे इलाके के लिए वाराणसी विकास प्राधिकरण ने एक ऐसा मास्टर प्लान तैयार कर लिया है जो यहां आने वालों फील गुड करा सके। पूरे एरिया को बनारस का सबसे विकसित और हाई-फाई एरिया बनाया जाएगा।
हरियाली व पार्किंग पर तवज्जो
मेडिकल कॉलेज के बाहर मूलभूत उपलब्ध होंगी। स्पेशल एजेंसी के जरिए इस पूरे एरिया का सर्वे होगा और फिर स्पष्ट हो पाएगा कि पूरे एरिया में किन चीजों की जरूरत है। एक नई बिल्डिंग में पार्किंग की सुविधा के साथ ही फुटपाथ भी पूरे एरिया में बनाया जाएगा, जिससे पैदल चलने वालों को परेशानी न हो। उन्होंने बताया कि पूरे एरिया में सुकून शांति बनी रहे उसके लिए हरियाली को तव्वजो दी जाएगी। सड़क किनारे पेड़ लगाते हुए पार्क में भी हरियाली के साथ यहां आने वाले लोगों को पेड़ की छाया मिले और बैठने का प्रबंध हो, इसका विशेष ध्यान दिया जाएगा। इसके अलावा छोटे से एरिया में एक प्ले जोन भी डेवलप किया जाएगा जिसमें बच्चे खेल सकें।
रिंगरोड पर 25 बीघा जमीन की तलाश
मेडिकल कालेज के लिए 25 बीघा जमीन की जरूरत होती है, जहां पर सभी सुविधा उपलब्ध कराई जाएंगी। मेडिकल कालेज के लिए इतनी बड़ी जमीन रिंगरोड या आउट एरिया में ही मिलेगी। दूरदराज से आने वाले मरीजों की सुविधा को ध्यान में रखकर जमीन तलाशी जाएगी। आने वाली भीड़ को बेहतर सुविधाएं उपलब्ध कराई जा सके, इसके लिए पूरा प्लान बनाया जाएगा। उम्मीद है कि 2025 से पहले इस पूरे क्षेत्र को पूरी तरह से विकसित किया जाएगा।
पांडेयपुर स्थित सुपर स्पेशलिस्ट ईएसआईसी अस्पताल में आधुनिक सुविधाएं हैं। मेडिकल कॉलेज खोलने की घोषणा हुई है। इसकी जानकारी मुझे मौखिक दी गई है। राज्य सरकार की ओर से जमीन उपलब्ध कराई जाएगी तो जल्द ही मेडिकल कालेज आकार लेगा और कर्मचारियों को बेहतर इलाज मिलेगा।
-सत्यजीत कुमार, डिप्टी डायरेक्टर, ईएसआईसी