वाराणसी (ब्यूरो)। विश्वेश्वरगंज किराना मंडी में सोनभद्र के कारोबारी राजेंद्र कुमार केशरी से सीबीआइ (केंद्रीय जांच ब्यूरो) अधिकारी बनकर ठगी करने वाले एक बदमाश की पहचान हो गई है। घटनास्थल पर लगे सीसीटीवी कैमरों का वीडियो फुटेज पुलिस ने पीडि़त कारोबारी को दिखाया तो उन्होंने एक बदमाश को पहचान लिया। बताया कि ठगी करने वाले दोनों युवकों में यही बदमाश सीबीआइ अधिकारी बना था। इधर कोतवाली पुलिस कारोबारी संग हुई ठगी की रिपोर्ट तीसरे दिन भी दर्ज न कर कागजों पर क्राइम का डाटा स्थिर रखे हुई है। विश्वेश्वरगंज मंडी में एक सप्ताह पूर्व दो दुकानों का ताला टूटने के मामले में भी कोतवाली पुलिस चुप्पी साध गई थी।
34 हजार की हुई ठगी
सोनभद्र के शाहगंज निवासी किराना कारोबारी राजेंद्र कुमार केशरी के साथ 20 मई को 34 हजार रुपये की ठगी हुई थी। पीडि़त कारोबारी राजेंद्र ने बुधवार को विश्वेश्वरगंज के एक कारोबारी सुमित को एफआइआर की कापी लेने कोतवाली भेजा तो पुलिस ने यह कहकर बैरंग कर दिया कि पीडि़त के पहुंचने पर ही रिपोर्ट दर्ज होगी। राजेंद्र ने बताया कि पुलिस एक वीडियो दिखाई थी, जिसमें सीबीआइ अधिकारी बनकर वारदात करने वाले को पहचान लिए थे। बदमाश ने सफेद धारीदार शर्ट पहन रखी थी। नए पुलिस कमिश्नर कार्यभार ग्रहण करने के बाद से ही अपराध पर अंकुश लगाने, मुकदमों की जांच में तेजी लाकर बदमाशों को सलाखों के पीछे भेजने की मुहिम चला रहे हैं, जबकि कोतवाली पुलिस अपनी चाल से चल रही है।