वाराणसी (ब्यूरो)। भीषण लू और गर्मी ने अपना असर दिखाना शुरू कर दिया है। इसका ताजा उदाहरण कबीरचौरा के मंडलीय अस्पताल और पं। दीनदयाल जिला अस्पताल में देखा जा सकता है। दोनों अस्पतालों के शवगृह के डीप फ्रीजर डेडबॉडी से फुल हैं। इसके बाद जगह न होने के कारण डेडबॉडी को बाहर रखा गया है। गर्मी में बाहर रखे जाने से बदबू आने लगी है। बदबू के चलते हास्पिटल में मरीजों का आना-जाना मुश्किल हो गया है। कोई नाक पर रुमाल तो कोई गमछा लपेटकर आ रहा है.
15 डेडबॉडी आ रहे पर डे
शवगृह के कर्मचारियों का कहना है कि इस समय कबीरचौरा मंडलीय अस्पताल में प्रतिदिन 15 डेडबॉडी आ रही हैं। इनमें फांसी से मरने वालों की संख्या एक से दो, जहर से भी एक से दो रहती है। सबसे अधिक गर्मी और लू से मरने वाले मरीजों के शव आ रहे हैं। डीप फ्रीजर फुल होने के कारण उन्हें बाहर रखना पड़ रहा है.
आठ डीप फ्रीजर
कबीरचौरा मंडलीय अस्पताल में डेडबॉडी को रखने के लिए आठ डीप फ्रीजर हैं। आम दिनों में तो डेडबॉडी की संख्या कम रहती है। अधिकतम छह ही डेडबॉडी आती हैं। लेकिन जब से नौतपा का असर शुरू हुआ है, पर डे 15 से 18 तक डेडबॉडी यहां पहुंच रही है.
दीनदयाल में एक फ्रीजर
पाण्डेयपुर स्थित पं। दीनदयाल अस्पताल में शव रखने के लिए एक ही डीप फ्रीजर है। दीनदयाल अस्पताल में भी इस समय चार से पांच डेडबॉडी प्रतिदिन आ रही है। एक को डीप फ्रीजर में रखने के बाद बाकी डेडबॉडी को शिवपुर स्थित मोर्चरी हाउस में पोस्टमाटर्म के लिए भेज दिया जाता है। इसके बाद धीरे-धीरे डीप फ्रीजर में रखी डेडबॉडी को भी भेज दिया जाता है।
20 मरीजों की मौत
पिछले सप्ताह जिले के सरकारी अस्पतालों में गर्मी, लू से परेशान मरीजों की संख्या बढऩे के साथ ही 20 मरीजों की मौत से स्वास्थ्य महकमा में हड़कंप मच गया था। शवगृह में जितने भी डीप फ्रीजर हैं, उससे अधिक शव रखने पड़े थे। पिछले तीन चार दिन में 15 से अधिक शव रखे गए। इसमें से सात शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है।
मरीजों की फजीहत
शवगृह में डेडबॉडी पड़े रहने से बदबू आने लगी है। गेट से घुसते ही शवगृह होने के कारण हर कोई बदबू से परेशान दिखा। कोई नाक पर रुमाल तो कोई गमछा से नाक को ढककर अस्पताल में आया। बदबू के चलते कर्मचारी सफाई करने से भी कतरा रहे थे.
संगठनों ने जताया विरोध
शवगृह से आ रहे बदबू को लेकर समाजवादी पार्टी के पूर्व महानगर अध्यक्ष विष्णु शर्मा व कांग्रेस व्यापार प्रकोष्ठ के चेयरमैन दुर्गा प्रसाद गुप्ता ने विरोध जताया है। इससे संबंधित पत्र कबीरचौरा मंडलीय अस्पताल के प्रभारी डॉ। एसबी सिंह को सौंपा है। दुर्गा प्रसाद गुप्ता का कहना है कि 24 घंटे के अंदर शवगृह से डेडबॉडी को नहीं हटाया गया तो सभी व्यापारी धरना-प्रदर्शन के लिए बाध्य होंगे। वहीं विष्णु शर्मा, संतोष कुमार श्रीवास्तव,टिकू अरोड़ा,रूबी जायसवाल,आनंद बरनवाल,बिनोद केशरी ने डीप फ्रीजर बढ़ाने की मांग की है।
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डीप फ्रीजर कबीरचौरा मंडलीय अस्पताल में
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डीप फ्रीजर पंडित दीनदयाल अस्पताल में
गर्मी में शवगृह में प्रतिदिन डेडबॉडी आ रहे हैं। ऐसे में सभी डेडबॉडी को जल्द से जल्द पोस्टमाटर्म के लिए भेजा जा रहा है। अचानक डेडबॉडी की संख्या बढऩे से उसका निस्तारण किया जा रहा है.
डॉ। एसबी सिंह, एसाआईसी, कबीरचौरा मंडलीय हॉस्पिटल
पंडित दीनदयाल अस्पताल में एक डीप फ्रीजर है। बगल में पोस्टमार्टम हाउस होने के कारण शवों को जल्द से जल्द भेज दिया जाता है।
दिग्विजय सिंह, सीएमएस, पंडित दीनदयाल जिला अस्पताल
शवगृह में डेडबॉडी से काफी दुर्गंध आ रही है। अस्पताल से करीब 500 मीटर के एरिया में चलना दूभर हो गया है। इसे जल्द से जल्द नहीं हटाया गया तो हम प्रदर्शन करेंगे.
दुर्गा प्रसाद गुप्ता, चेयरमैन, उप्र कांग्रेस व्यापार प्रकोष्ठ
लावारिस शव से दुर्गंध आ रहा है। इसके चलते काफी दिक्कत हो रही है। अस्पताल में डीप फ्रीजर बढ़ाने के लिए पत्रक दिया गया है.
विष्णु शर्मा, पूर्व महानगर अध्यक्ष, कांग्रेस