वाराणसी (ब्यूरो)। अब नगर निगम का प्रस्तावित सदन भवन मंदिर की भांति होगा। भवन काशी की संस्कृति, महादेव नगरी का एहसास कराएगी। इसकी डिजाइन में आंशिक रूप से बदलवा किया गया है। अब 90 करोड़ की लागत से 70,000 स्क्वायर फीट बनने वाले सदन भवन में नगर निगम कार्यालय भी होगा। नगर निगम नए भवन व सदन के निर्माण का प्रस्ताव शासन भेज चुकी है। शासन से इसकी स्वीकृति जल्द मिलने की संभावना है।
कार्यकारिणी व सदन की मंजूरी पर जी-प्लस सेवन कांसेप्ट पर बनने वाले सदन भवन का मैप तैयार हो चुका है। इसका माडल महापौर के कक्ष में भी रखा गया है। प्रथम चरण में जी-प्लस थ्री यानी ग्राउंड फ्लोर को छोड़कर तीन मंजिला सदन भवन बनाने का प्रस्ताव है। आवश्यकता पडऩे पर इसे सात मंजिला बनाया जा सकता है। निगम ने कार्यालय के पश्चिम में पुलिस चौकी, उत्तर पर लाइसेंस विभाग सहित अन्य भवनों को ध्वस्त कर उत्तर व पश्चिम की सड़क तक सदन भवन बनवाने का निर्णय लिया गया है। हाईटेक सदन भवन एक कंट्रोल रूम भी होगा। अत्याधुनिक सदन भवन में अंडरगाउंड पार्किंग, दो-दो लिफ्ट, कैंटीन, बैंक, पोस्ट आफिस, पुलिस चौकी, सभाकक्ष, पार्षदों के बैठने के लिए अलग-अलग कक्ष भी बनाए जाएंगे। इसके भू-तल पर महापौर कार्यालय, सचिव का कार्यालय व एक बड़ा कान्फ्रेंस हाल होगा। इसमें करीब 300 लोगों की बैठने की क्षमता होगी। वहीं द्वितीय तल पर लाबी, के अलावा कार्यालय के लिए सुरक्षित रहेगा। जबकि तृतीय तल पार्षदों के लिए अलग-अलग कक्ष, 300 लोगों की बैठने की क्षमता का सदन कक्ष, बैंक, रिपोर्टिंग कक्ष, बैंक, पोस्ट आफिस सहित कुछ कार्यालय भी इसी तल पर स्थानांतरित करने की योजना है। इसमें मुख्य रूप से प्रशासनिक भवन, जलकल विभाग, इजीनियङ्क्षरग, पशुपालन विभाग का कार्यालय प्रस्तावित है। इसके अलावा एक हाईटेक कंट्रोल रूम भी प्रस्तावित है। नए वर्ष में नए सदन भवन की आधारशिला प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी कर सकते हैं। महापौर अशोक कुमार तिवारी ने बताया कि पुराने भवन में जलकल विभाग को स्थानांतरित करने का निर्णय लिया गया है। वर्तमान में जलकल विभाग भेलूपुर हैं।