वाराणसी (ब्यूरो)। पीएम नरेंद्र मोदी ने संसदीय क्षेत्र में खेल प्रेमियों को नेशनल सेंटर ऑफ एक्सीलेंस स्टेडियम का तोहफा दिया। 2023 में 109.36 करोड़ रुपए से फेज-1 का काम पूरा होने के बाद रविवार को पीएम मोदी ने 216.29 करोड़ की लागत से वाराणसी स्पोट्र्स काम्प्लेक्स फेज-2 व फेज-3 का लोकार्पण किया। स्टेडियम निर्माण से 20 से अधिक खेलों के खिलाडिय़ों को अंतरराष्ट्रीय प्लेटफार्म पर प्रतिभा दिखाने का मौका मिलेगा। स्टेडियम में इनडोर और आउटडोर दोनों सुविधा उपलब्ध है। स्पोट्र्स कॉम्प्लेक्स में जिम, स्पा, योगा सेंटर, पूल बिलियड्र्स और कैफेटेरिया के साथ बैंक्वेट हॉल की सुविधा भी। लेकिन डॉ। संपूर्णानंद सिगरा स्पोर्ट्स स्टेडियम की जगह पर अब नाम बदलकर वाराणसी स्पोट्र्स काम्प्लेक्स कर दिया गया है। इसे लेकर सियासत के साथ सोशल मीडिया पर माहौल गर्म हो गया है। वाराणसी के शिवपुर और अजगरा का भी प्रतिनिधित्व करने वाले चंदौली सांसद वीरेंद्र सिंह ने डॉ। संपूर्णानंद सिगरा स्पोर्ट्स स्टेडियम का नाम बदले जाने पर ऐतराज जताया।
विकास योजनाओं को लेकर पीएम का स्वागत है, लेकिन संपूर्णानंद स्टेडियम का नाम बदलकर वाराणसी स्पोर्ट्स कांप्लेक्स रखना गलत है। संपूर्णानंद जी से काशी के लोगों का गहरा लगाव है। आपको बता दें कि पीएम के वाराणसी आगमन पर चंदौली से सांसद वीरेंद्र सिंह को निमंत्रण नहीं मिला। निमंत्रण नहीं मिलने से सांसद नाराज दिखे। कहा कि पड़ोसी जिले के सांसद को कार्यक्रम में निमंत्रण नहीं मिलने से नाराज सांसद ने लोकसभा अध्यक्ष को पत्र लिखने की बात कही।
पूर्व सीएम, पूर्व राज्यपाल, कुशल राजनीतिज्ञ, प्रखर विचारक, महान शिक्षाविद्, मंगला प्रसाद पुरस्कार से सम्मानित, महान दार्शनिक, महान चिंतक डा। संपूर्णानंद जी का नाम सिगरा स्थित स्पोर्ट्स स्टेडियम से हटाना बेहद कष्टप्रद है। महापुरुषों को अपमानित न्यायसंगत नहीं है। इसके पहले लाल बहादुर शास्त्री से मुगलसराय छीना और अब हिन्दी सेनानी से स्टेडियम।
- मुकेश श्रीवास्तव
इसके खिलाफ आंदोलन होना चाहिए। भाजपा सिर्फ वोट लेने के लिए ही सबका साथ सबका विकास का नारा देती है।
- संजय कुमार
यह अपमान है। इसका विरोध किया जाएगा। मौजूदा सरकार लगातार बनारस के दिग्गज नेता और महापुरुषों का अपमान कर रही है।
- आशीष श्रीवास्तव
इसका सड़क पर विरोध होगा। बहुत जल्द ही इसका असर दिखेगा। आने वाले चुनाव में भाजपा को नुकसान होगा।
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मनोज शर्मा