वाराणसी (ब्यूरो)। Varanasi News: शहर में इस तरह के कई मामले हैैं, जिससे प्रतिदिन आम पब्लिक फेस करता है। खासकर जब त्योहारी सीजन नजदीक आता है तो इस तरह के केस देखने को मिलते हैं। हालांकि नामी-गिरामी मिठाई विक्रेताओं की दुकानों पर शासन की तरफ से आदेश है कि जो भी मिठाई बेच रहे हैैं, उसके पैकेट पर रेट के साथ एक्सपायरी डेट जरूर लिखें। लेकिन, ऐसा किसी भी प्रतिष्ठित मिठाई की दुकानों पर देखने को नहीं मिला।

केस-1
मंगलवार को अंजीर की लड्डू में कीड़ा मिलने पर कस्टमर्स ने खुद वीडियो बनाकर वायरल किया और लिखा है कि करवा चौथ के एक दिन पहले शाम को सिगरा महमूरगंज स्थित मिठाई की दुकान से एक पाव अंजीर का लड्डू और एक पाव काजू जलेबी मिठाई खरीदा था। अगले दिन करवा चौथ में यही मीठा खाकर मेरी पत्नी ने व्रत तोड़ा था और हम लोगों ने भी यही खाया था। जो मिठाई बच गई थी उसको दूसरे दिन मेरी पत्नी ने तोड़कर बांटना चाहा तो लड्डू को आधा करते ही अंदर से जिंदा कीड़ा रेगते दिखाई दिया। इसकी शिकायत फूड विभाग से भी की है।

केस-2
रामकटोरा स्थित एक नामी रेस्टोरेंट के पेटीज में कीड़ा मिलने पर काफी हड़कंप मचा था। कस्टमर ने पेटीज का बकायदा वीडियो बनाया और वायरल कर दिया। पेटीज में मिले कीड़े को देखकर हर कोई हैरान रहा कि नामी रेस्टोरेंट में हेल्थ के साथ इस तरह का खिलवाड़ किया जा रहा है, जबकि इस रेस्टोरेंट में साउथ के आइटम ज्यादा मिलते हैं। सुबह से लेकर शाम तक साउथ के कस्टमर्स की काफी भीड़ भी रहती है। इस तरह की गड़बड़ी मिलने के बाद कस्टमर्स अलर्ट हो गए हंै।
शहर में इस तरह के कई मामले हैैं, जिससे प्रतिदिन आम पब्लिक फेस करता है। खासकर जब त्योहारी सीजन नजदीक आता है तो इस तरह के केस देखने को मिलते हैं। हालांकि नामी-गिरामी मिठाई विक्रेताओं की दुकानों पर शासन की तरफ से आदेश है कि जो भी मिठाई बेच रहे हैैं, उसके पैकेट पर रेट के साथ एक्सपायरी डेट जरूर लिखें। लेकिन, ऐसा किसी भी प्रतिष्ठित मिठाई की दुकानों पर देखने को नहीं मिला। दैनिक जागरण आईनेक्स्ट की रियलिटी चेक में दुकानों पर मिठाइयों के पैकेट पर रेट तो लिखा था, लेकिन एक्सपायरी डेट नहीं

किसी भी मिठाई पर एक्सपायरी नहीं
दैनिक जागरण आईनेक्स्ट की टीम सबसे पहले विशेश्वरगंज स्थित मिठाई की दुकान पर पहुंची, वहां पर मिठाई के आगे रेट लिखा हुआ दिखा, लेकिन एक्सपायरी डेट नहीं था। इसी तरह मैदागिन के बाद मलदहिया स्थित मिठाई की दुकान पर कई वेरायटी की मिठाई सजाई गई थी।

नहीं है कोई मानक
प्रतिष्ठानों पर सजने वाली मिठाई पर रेट के टैग तो लगे हैं लेकिन एक्सपायरी डेट के टैग नहीं लगे हैं। ऐसे में कौन सी मिठाई कितने दिन पहले तैयार की गयी है और कितने दिन तक रखकर खा सकते हैं। इसके बारे में कोई भी बताने वाला नहीं है। लिहाजा दीपावली के पर्व पर मिठाई खाने जा रहे हैं या फिर खिलाने तो संभलकर खाइए, क्योंकि किसी भी मिठाई का न तो मैन्युफैक्चरिंग डेट है और न ही एक्सपायरी डेट।

काजू बर्फी का दाम दोगुना
काजू टुकड़ा 600 रुपए किलो और मार्केट में काजू बर्फी का रेट 1100 रुपए किलो से लेकर 1200 रुपए किलो की दर से बिक रहा है। इन मिठाई विक्रेताओं की मनमानी पर कोई भी डिपार्टमेंट अंकुश लगाने वाला नहीं है। यही वजह है कि फेस्टिव सीजन शुरू होते ही मिठाई पर मनमाना रेट का टैग लगाकर बेचना शुरू कर दिए हैं।

फैक्ट एंड फीगर

18
दुकानों पर पिछले दो माह में सैैंपलिंग की गई है

80
मिठाई की दुकान विभाग के है टारगेट पर


रेट का तो नहीं शासन की तरफ से गाइडलाइन है कि मिठाइयों के आगे एक्सपायरी डेट जरूर मेंशन करें। मिठाई पर फंगस नहीं लगना चाहिए। फंगस लगी मिठाई बेचने पर कार्रवाई तय है।

-कौशलेंद्र शर्मा, फूड अभिहीत अधिकारी


पर्व पर मिलावटी मिठाइयों की खपत बढ़ जाती है। इससे पेट की समस्या के साथ ही डिहाइड्रेशन की शिकायत बढ़ जाती है। पर्व पर संभलकर मिठाई खाना चाहिए।

-डॉ। इंद्रनील बसु, फिजिशियन